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दिल्ली सीएम केजरीवाल का फरमान, कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आ जाए तो फौरन अस्पताल ना दौड़ें

देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और राजधानी दिल्ली इसमें बहुत प्रभावित है। दिल्ली में अभी तक 27,654 कन्फर्म कोरोना केस हैं और करीब 761 लोगों की मौत हो चुकी हैं। पूरी दिल्ली कोरोना के कहर में जकड़ी हुई है वहीं दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने अजीब अपील की है। दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने लोगों से अपील की है कि जब तक बहुत जरुरी ना हो तक तक अस्पताल ना आएं। उनका कहना है कि अगर आपको कोरोना हो गया है तो तुरंत अस्पताल दौड़ने की जरुरत नहीं है। उनके इस अपील पर अब विपक्ष का गुस्सा भी फूट पड़ा है।

तुरंत ना आएं अस्पताल


दिल्ली सीएम ने कहा कि आप का कोरोना टेस्ट पॉज़िटिव आता है तो तुरंत अस्पताल मत दौड़िए। आपको थोड़ा सा बुखार आ रहा है या थोड़ी सी खांसी है या कोई भी लक्षण नहीं है, तो अस्पताल मत दौड़िए। अगर आपका टेस्ट रिजल्ट आज पॉजिटिव आया है तो कल परसु तक दिल्ली सरकारकी और से फोन आ जाएगा। अगर फोन से संपर्क नहीं हो पाता है तो एक टीम आपके घर भेज दी जाएगी। आपको तुंरत अस्पताल आने की जरुरत नहीं है।


सीएम केजरीवाल ने टेस्टिंग रुकने की बात पर सफाई देते हुए कहा कि हम चाहे जितनी टेस्टिंग कपैसेटी बढ़ा दे अगर बिना लक्षण के मरीज टेस्ट करवाने पहुंच जाएंगे तो किसी ना किसी गंभीर लक्षण वाले मरीज का टेस्ट उस दिन रुक जाएगा। इस बात को समझना सबको बहुत जरुरी है। सिर्फ लक्षण वाले मरीजों को ही टेस्ट करवाना चाहिए। उनका कहना है कि अगर आपका घर पर इलाज हो सकता है तो अस्पताल मत आइए।

सिर्फ दिल्लीवासियों को मिलेगा इलाज

इतना ही नहीं कोरोना के बढ़ते मामले देख केजरीवाल सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है। सीएम केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली सरकार के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में अब सिर्फ दिल्ली के लोगों का इलाज होगा वहीं केंद्र सरकार के अस्पताल सभी लोगों के लिए खुले रहेंगे। दिल्ली सरकार की कैबिनेट बैठक में ये फैसला लिया गया है। अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले अस्पताल और दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों में सिर्फ दिल्ली के लोगों का इलाज होगा।


साथ ही केंद्र सरकार के अस्पताल जैसे एम्स, सफदरजंग और राम मनोहर लोहिया जैसे अस्पतालों में सभी तरह के लोगों का इलाज हो सकता है। हालांकि कुछ प्राइवेट अस्पताल जो स्पेशल सर्जरी करते हैं जो कहीं और नहीं होती उनको करवाने देशभर से कोई भी दिल्ली आ सकता है, उसे रोक नहीं लगेगी। सीएम केजरीवाल का कहना है कि इस वक्त दिल्ली में समस्या है और कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसी स्थिति में पूरे देश के लिए अस्पताल खोल दिए गए तो दिल्ली के लोग कहां जाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि पांच डॉक्टर्स की कमिटी बनाई गई थी जिन्होंने माना है कि फिलहाल बाहर के मरीजों को रोकना होगा।

गंभीर ने केजरीवाल पर साधा निशाना

सीएम केजरीवाल के इस फैसले पर बीजेपी नेता गौतम गंभीर ने जमकर निशाना साधा है। गंभीर ने केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि अपने विफलताओं को छिपाने के लिए आप निर्दोष लोगों को इसलिए सजा देंगे क्योंकि वो बॉर्डर के उस पार रहते हैं। वो भी भारतीय हैं वो भी हमारी और आपकी तरह ही। आपने तो अप्रैल में ही वादा किया था कि 30 हजार मरीजों की देखभाल करने के लिए तैयार है। अब आप ऐसे फरमान क्यों सुना रहे हैं मिस्टर तुगलक? इसके अलावा पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी इस पर सवाल उठाते हुए कहा है कि केजरीवाल दूसरे लोगों को अस्पताल जाने से कैसे रोक सकते हैं।


एक तरफ लोगों की जान जा रही है दूसरी तरफ केजरीवाल सरकार का कहना है कि पहले तो अस्पताल मत दौड़ कर आएं। वहीं अगर अस्पताल आ भी जाते हैं तो पहले दिल्ली वासियों की ही इलाज मिलेगा और आपका नंबर बाद में आएगा। दूसरी बात ये कि 8 जून के बाद से शॉपिंग मॉल्स, रेस्टोरेंट और मंदिर आम लोगों के लिए खोले जा रहे हैं। हालांकि इन सभी के लिए मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा।

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