बॉलीवुड

2015 से हर साल अमेरिका में मनाया जाता है ‘अनुपम खेर डे’, पीछे है हैरान कर देने वाली एक खास वजह

टैलेंट तो इस अभिनेता में इस कदर भरा है कि पूछिए मत। पॉजिटिव रोल निभाना हो या नेगेटिव रोल में सामने आना हो। ग्रे शेड्स में दिखना हो या फिर कॉमिक भूमिका निभाकर किसी को हंसाना हो। हर तरह का किरदार निभाने में ये एक्टर माहिर हैं। एक्टिंग की दुनिया में 36 साल भी इस अभिनेता ने पूरे कर लिये हैं। बॉलीवुड क्या हॉलीवुड में भी इन्होंने नाम कमा लिया है। नाम है इनका अनुपम खेर। वही अनुपम खेर, जिनके नाम पर अमेरिका में 2015 से ही एक दिन ‘अनुपम खेर डे’ के नाम से भी मनाया जा रहा है।

चलता गया अनुपम खेर का जादू


बढ़ती उम्र का अनुपम खेर पर कोई असर नहीं दिखा है। 80 के दशक में जब उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की, तब से आज तक वही ताजगी और वही ऊर्जा उन्हें देखने को मिल रही है, जो कि उनकी पहली फिल्म सारांश में उनमें देखने को मिली थी। यह फिल्म 25 मई, 1984 को रिलीज हुई थी। फिल्म इंडस्ट्री में तो अनुपम खेर अपने टैलेंट की वजह से जाना-माना नाम बन ही गए और अपने अभिनय का जादू चला कर हर किसी को अपना दीवाना बना ही लिया, पर इसके साथ में सामाजिक मुद्दों पर भी पूरी बेबाकी से अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए अनुपम खेर जाने जाते हैं।

प्रतिक्रिया तो यूं देते हैं अनुपम खेर

फिल्मों के साथ रंगमंच की दुनिया में भी अपना लोहा मनवा चुके अनुपम खेर की खासियत रही है कि जितने सक्रिय वे अपने काम में नजर आते हैं, उतनी ही सक्रियता समाज में भी उनकी देखते ही बनती है। किसी भी तरह के ज्वलंत सामाजिक मुद्दों पर उनकी प्रतिक्रिया देखने को मिल ही जाती है।

इस अमेरिकी ने जब जताया गर्व

यह अनुपम खेर की प्रतिभा और उनका बेहतरीन परफॉर्मेंस ही है, जिनकी वजह से साल 2015 में 10 सितंबर को अमेरिका के लास वेगास में सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेंस अवार्ड से नेवादा के सीनेटर रूबेन किह्युएन ने उन्हें सम्मानित किया था। सबसे गौरव वाली बात अनुपम खेर और भारत के लिए भी यह रही कि सीनेटर की ओर से अमेरिका में 10 सितंबर को ‘अनुपम खेर डे’ भी मनाने की घोषणा कर दी गई। अनुपम खेर ने लास वेगास के साथ अमेरिका के अन्य शहरों में इतनी बेहतरीन परफॉर्मेंस दी थी कि सीनेटर रूबेन उनकी तारीफ करते नहीं थके थे और इसके लिए उन्होंने उनका धन्यवाद भी किया था। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि आपको स्टेज पर लाइव देखना हमारे लिए बेहद गौरव की बात है।

बटोर ली लोकप्रियता

अनुपम खेर का प्ले ‘मेरा वो मतलब नहीं था’ को यूएस और कनाडा के 15 शहरों में जबरदस्त लोकप्रियता मिली थी। बेंड इट लाइक बेकहम, कॉशन, मिस्ट्रेस ऑफ स्पाइस और सिल्वर लाइनिंग्स प्लेबुक जैसी फिल्मों में अनुपम खेर के टैलेंट को दुनिया ने देखा है। लॉकडाउन की वजह से भले ही इन दिनों अनुपम खेर अपने घर में कैद हैं, मगर सोशल मीडिया में बेहद सक्रिय रहकर अपने फैंस से वे जुड़े हुए हैं।

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