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लैंडिंग से 20 मिनट पहले ही हवा में गायब हो गया था ये प्लेन, आज तक ढूंढ नहीं पाए लोग

इजिप्ट एयरलाइंस के एक विमान ने 2016 में उड़ान भरी। 56 मुसाफिरों के साथ 66 लोग इसमें सवार थे। पेरिस से मिस्र की राजधानी काहिरा की ओर विमान उड़ान भर रहा था। चार घंटे की उड़ान में से 3 घंटे 40 मिनट इसने पूरा भी कर लिया था। अब बस मंजिल 20 मिनट की दूरी पर थी। फिर अचानक हवा में ही प्लेन गायब हो गया। क्या वह किसी हादसे का शिकार हुआ था? क्या किसी ने प्लेन को हाइजैक कर लिया था? क्या किसी आत्मघाती आतंकवादी की यह करतूत थी या फिर जमीन से आसमान तक पहुंच गई कोई साजिश?

अंतिम 20 मिनट

पेरिस दुनिया के अत्याधुनिक एयरपोर्ट में से एक है। कायरो के लिए इजिप्ट एयरलाइंस के यात्री विमान एयरबस 320 ने उड़ान भरी थी। कई देशों की सीमाओं को लांघता हुआ और भूमध्य सागर के ऊपर से उड़ता हुआ विमान 3 घंटे 40 मिनट का समय गुजारते हुए मिस्र की हवाई सीमा में भी प्रवेश कर चुका था, पर अगले 20 मिनट का सफर वह तय नहीं कर सका। मिस्र के एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क अचानक इसका टूट गया। रात के घने अंधेरे में समंदर के ऊपर ही हवा में कहीं यह गायब हो गया।

कहां चला गया प्लेन?

समंदर के ऊपर से प्लेन आखिर अचानक गया कहां? कहीं किसी आतंकवादी ने प्लेन को मार तो नहीं गिराया? किसी ने प्लेन को हाइजैक तो नहीं कर लिया? कोई आतंकवादी कार्रवाई तो यह नहीं थी? तमाम ऐसे सवाल पूछे जाने लगे। मिस्र के काहिरा के साथ पेरिस के चार्ल्स डी गाउले एयरपोर्ट पर हड़कंप मच गया। चंद सेकेंड पहले सही-सलामत उड़ान भर रहा प्लेन अचानक से कैसे हवा में गायब हो सकता है? प्लेन से संपर्क करने की हर कोशिश बेकार होती चली गई।

फ्रांस के राष्ट्रपति का बयान

सब माथापच्ची करने लगे कि प्लेन आखिर गायब होकर गया कहां? इसी बीच फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांदे का बयान आ जाता है। राष्ट्रपति कहते हैं कि अब कोई उम्मीद नहीं कि सही-सलामत प्लेन मिल जाए। कुछ भी हो सकता है। हो सकता है कि तकनीकी खराबी हुई हो। हो सकता है कि आतंकवादी कार्रवाई हो। जैसे-जैसे लम्हे गुजरते गये, रहस्य गहराता चला गया।

मौसम तो साफ था

सवाल बरकरार है कि समूचा का समूचा प्लेन गया कहां? जहां अंतिम बार एयर ट्रैफिक कंट्रोल से प्लेन का संपर्क टूटा, मौसम तो वहां बिल्कुल साफ था। हादसा हो ही नहीं सकता था। तकनीकी खराबी भी विमान में तो कोई आई नहीं थी, क्योंकि पायलट की ओर से तो ऐसा कोई मैसेज दिया नहीं गया था। तो फिर हुआ आखिर क्या था?

धराशाई हुईं उम्मीदें

आसमान और समंदर के रास्ते मिस्र की ओर से कई टीमें गुम हो गए प्लेन को ढूंढने के लिए रवाना की गईं। इज्प्तियन आर्म्ड फोर्स के अलावा सी-130 और वार्निंग एयरक्राफ्ट ने भी उड़ान भरी, मगर किसी को गुम विमान का कोई सुराग नहीं मिला। पड़ोसी मुल्क ग्रीस ने भी कोशिश की, लेकिन कोई लाभ नहीं मिला। जांच टीम को कुछ नाविक मिले, जो दावा करते हैं कि आधी रात को समंदर के ऊपर रहस्यमई रोशनी उन्होंने देखी थी। फिर क्या था, मिश्र के नागरिक उड्डयन दफ्तर की ओर से अंदेशा जता दिया गया कि प्लेन क्रैश हो गया है। उम्मीद भी इसके साथ ही 66 लोगों के बचने की लगभग समाप्त हो गई।

हुए और भी हादसे

इसी साल इजिप्ट एयरलाइंस के एक विमान को मार्च में हाईजैक करके साइप्रस ले जाया गया था। उससे पहले रूस के एक हवाई जहाज को आईएसआई के आतंकवादियों ने सिनाई पेनिनसुला के आसमान में मार गिराया था, जिसमें कि 224 लोगों की जान चली गई थी। जांच में पता चला था कि आत्मघाती हमलावर ने केन बम के जरिए इस प्लेन को क्रैश कराया था।

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