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महाराष्ट्र में प्रशासन की नाक के नीचे से भाग निकले 100 कोरोना पॉजिटिव लोग, बढ़ा संक्रमण का खतरा

उद्धव साहब अगर राजनीति करने फुर्सत मिले तो ज़रा मुंबई वालों पर रहम कीजिये, उन का क्या कसूर !

देश में कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है। महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 35 हजार के पार पहुँच चुका है। 35 हजार में से 21 हजार मामले सिर्फ मुंबई से हैं। महाराष्ट्र में मुंबई कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित है और इस गहरे संकट के बीच मुंबई में बीएमसी के सामने एक नई मुसीबत आ खड़ी हुई है। मुंबई में कोरोना पॉजिटीव मामलों से जुड़े तकरीबन 100 लोग गलत फोन नंबर और पता देकर भाग गए हैं। ऐसी स्थिति में अब बीएमसी के सामने इन लापता हुए मरीजों को ढूंढना सबसे बड़ी चुनौती है।

मालूम हो कि जिस मरीज का कोरोना टेस्टिंग होता है, उसका फोन नंबर और पता नोट किया जाता है, लेकिन कुछ मरीज चालाकी करके गलत डिटेल दे देते हैं या कभी कभी कर्मचारियों से भी जानकारी भरने में मिस्टेक हो जाती है।

100 कोरोना पॉजिटीव मरीजों को ढूंढने की चुनौती

मुंबई बीएमसी के सामने अब ये नया संकट आ गया है कि वो इन 100 लोगों को कैसे ढूंढेगी? बीएमसी के अतिरिक्त एडिश्नल कमिश्नर सुरेश काकानी ने कहा कि 100 से अधिक कोरोना पॉजिटीव मरीज लापता हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि इन 100 लोगों के गायब होने के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। सुरेश काकानी ने कहा कि सही जानकारी न होने के कारण इन लोगों को ढूंढने में काफी परेशानी हो रही है। हम अब उन पर नजर रखने के दूसरे उपायों को ढूँढ रहे हैं। उन्होंने कहा कि 100 लापता मरीजों को ढूँढने के लिए अब मतदाता सूची और प्रॉपर्टी कार्ड रिकॉर्ड का सहारा लिया जा रहा है।

बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा कि अभी लोग कोरोना को लेकर सामान्य नहीं हुए हैं। वायरस को लेकर कुछ लोगों के मन में बड़ा डर है। इसी डर की वजह से लोग जांच के वक्त गलत पता और फोन नंबर दे रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि हमें ऐसे मामलों का पता चला है, जिसमें लोग प्राइवेट लैब से जांच करवा रहे हैं और हॉस्पिटल में भर्ती होने के डर से भाग जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि असल में यही लोग कोरोना के कैरियर हैं। ऐसे लोग समाज व दूसरे लोगों के लिए बड़ा खतरा हैं।

बीएमसी अधिकारी ने बताया कि भागे हुए मरीजों को ढूंढने के लिए सीसीटीवी कैमरों की भी सहायता ली जा रही है। गौरतलब हो कि, मुंबई के अलग अलग इलाकों से मरीजों के भागने की खबर सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार विक्रोली से 12 कोरोना मरीज लापता हुए हैं, तो वहीं अंधेरी पूर्व से 27 मरीजों के गायब होने की खबर है। बताया जा रहा है कि, ज्यादातर उन इलाकों के मरीज भागे हैं, जो झुग्गियों में रहते हैं।

देश में कोरोना मामलों की बात करें, तो यहां मरीजों की संख्या 1 लाख के पार पहुँच चुकी है। वहीं 3300 से अधिक लोगों ने इस वायरस की वजह से अपनी जान भी गंवाई है। बता दें कि भारत में कोरोना का कहर जारी है। मरीजों की संख्या में हर रोज इजाफा हो रहा है। ऐसे में इस तरह पॉजिटीव मरीजों का बाहर घूमना पूरे देश को कोरोना के गहरे संकट की ओर ले जाएगा।

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