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खुशखबरी: भारत सरकार ला रही है व्हाट्सऐप का देसी वर्जन, ये दो संस्था कर रही हैं इस पर काम

भारत सरकार जल्द ही इंडियन व्हाट्सऐप लाने वाली है ताकि भारतीय लोग बिना किसी प्राइवेसी और डेटा लीक के डर से इस ऐप पर चेट कर सकें। केंद्रीय सूचना और तकनीकी मंत्री रविशंकर प्रसाद की और से इस ऐप के बारे में जानकारी दी गई है और रविशंकर प्रसाद के अनुसार इंडियन व्हाट्सऐप बनाने का काम जारी है। और ये जल्द ही पूरा हो जाएगा।

इस कंपनी को दी गई जिम्मेदारी

इंडियन व्हाट्सऐप बनाने की जिम्मेदारी भारत सरकार की और से नेशलन इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) और सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (CDOT) को दी गई है और ये दोनों कंपनियां एक साथ मिलकर ये ऐप डेवलप कर रही हैं। उम्मीद है कि आने वाले कुछ महीनों में ये ऐप बनकर तैयार हो जाएगी। ये ऐप पहली स्वदेशी ऐप होगी जो कि व्हाट्सऐप की तरह काम करेगी।

जूम ऐप का विकल्प भी खोजा जा रहा है

इंडियन व्हाट्सऐप बनाने के साथ-साथ भारत सरकार वीडियो कांफ्रेंसिंग ऐप जूम का विकल्प भी तलाश रही है। इस ऐप का विकल्प तलाशने में कई सारी संचार के क्षेत्र की कंपनी काम कर ही है। दरअसल भारत सरकार की और से एक सूचना जारी कर लोगों से कहा गया था कि वो जूम ऐप का इस्तेमाल करते हुए सावधानी बरतें। क्योंकि इस ऐप के जरिए आपका डेटा लीक हो सकता है। भारत सरकार की इस चेतावनी के बाद अब इस ऐप का विकल्प भी खोजा जा रहा है।

गौर है कि लॉकडाउन के दौरान घर से काम करने वाले लोग इस ऐप का काफी इस्तेमाल कर रहे है और इस ऐप के जरिए ही ऑफिस के लोगों से वीडियो कांफ्रेंसिंग की जा रही है। इतना ही नहीं कई सारे लोग इस ऐप के जरिए ही अपनी क्लास भी अटेंड कर रहे हैं। ऐसे में भारत सरकार ने इन सभी लोगों को इस ऐप से सर्तक रहने की चेतावनी दी है। वहीं अब भारत सरकार इस ऐप का विकल्प भी खोज रही है।।

आरोग्य सेतु ऐप पर दी सफाई

कोरोना वायरस से बचने के लिए भारत सरकार द्वारा आरोग्य सेतु ऐप बनाई गई है। इस ऐप के जरिए लोगों को कोरोना से जुड़ी तमाम जानकारी दी जाती है। साथ में ही आप जिस जगह हैं वो जगह कोरोना से सुरक्षित है कि नहीं इसके बारे में भी बताया जाता है। भारत सरकार लगातार लोगों से अपील कर रही है कि वो अपने फोन में इस ऐप को डाउनलॉड करें। वहीं इसी बीच इस ऐप से डेटा लीक होने की खबर सामने आई थी। इसी खबर पर केंद्रीय मंत्री ने बयान देते हुए कहा कि आरोग्य सेतु से डेटा लीक नहीं हो सकता है और ये ऐप पूरी तरह से सुरक्षित है। यह केवल लोगों को चेतावनी देने का काम करता है और आपके नजदीक में कोई कोरोना पॉजिटिव है तो इसकी जानकारी देती है।

रविशंकर प्रसाद के अनुसार आरोग्य सेतु ऐप के डाउनलोड को कानून और प्राइवेसी के मुद्दे में फंसाना गलत हैं। क्योंकि दुनिया के कई देश इस तरह के प्लेटफार्म का उपयोग कर रहे हैं। आपको बात दें कि अबतक 9.5 करोड़ लोगों इस ऐप को डाउनलोड कर चुके हैं।

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