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लॉकडाउन में हुई अनोखी शादी, पंडित बनकर महिला पुलिस ने पढ़ें मंत्र: देखें शादी की तस्वीरें

कोरोना महामारी के कारण देशव्यापी तालाबंदी चल रही है। ऐसी स्थिति में देश की सभी गतिविधियों पर फिहलहाल रोक लगी हुई है। आर्थिक, शैक्षिक, सामाजिक सभी प्रकार की हलचल लॉकडाउन के कारण स्थगित हैं। ऐसी विषम स्थितियों में उन परिवारों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, जिनके यहां शादी जैसे मांगलिक कार्यक्रम होने थे, चूंकि अभी शादियां स्थगित हैं। ऐसे में, जो लोग शादी करना चाह रहे हैं, उन्हें पहले प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ रही है। उसके बाद तमाम तरह के बंदिशों के बीच शादियों की इजाजत दी जा रही है। इसी बीच मध्यप्रदेश से शादी से संबंधित एक अजीब खबर सामने आई है। तो चलिए जानते हैं कि पूरी खबर क्या है?

लॉकडाउन में मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में एक दूल्हा-दुल्हन को जब फेरे लगवाने के लिए पंडित नहीं मिला, तो पुलिस सब इंस्पेक्टर अंजलि अग्निहोत्री को ही पंडित की भूमिका निभानी पड़ी। सब इंस्पेक्टर अंजलि ने पंडित की भूमिका निभाते हुए विवाह की सारी रस्में पूरी करवाई। बता दें कि यह घटना नरहसिंहपुर जिले के गोटेगांव तहसील के झोतेश्वर कस्बे का है। यहां पर श्रीनगर में रहने वाले लक्ष्मण चौधरी का इतवारा में रहने वाली ऋतु के साथ विवाह होना तय हुआ था। इस विवाह को संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने दोनों परिवारों को अनुमति भी दे दी थी। यह विवाह सीमित लोगों की मौजूदगी में और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए होना था, लेकिन विवाह कराने के लिए कोई पंडित नहीं मिल रहा था।

सब इंस्पेक्टर अंजलि बनीं पंडित

जब कोई पंडित नहीं मिला तो सभी लोगों ने सब इंस्पेक्टर अंजलि अग्निहोत्री से आग्रह किया है कि वे पंडित की भूमिका निभाएं और विवाह संपन्न कराएं। लोगों ने अंजलि से ऐसा आग्रह इसलिए किया, क्योंकि अंजलि ब्राह्मण परिवार से संबंध रखती हैं। लोगों के आग्रह करने पर अंजलि भी खुशी खुशी पंडित बनने के लिए तैयार हो गईं और विवाह की सभी रस्में पूरी कराईं। आपको बता दें कि अंजली पुलिस ड्रेस में थीं और वहां मौजूद सभी लोगों ने मास्क पहना हुआ था।

लेना पड़ा गूगल का सहारा- अंजलि

सब इंस्पेक्टर अंजलि अग्निहोत्री ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि ‘मैं उस समय गश्त पर थी और इसी दौरान मुझे मंदिर में कुछ लोग दिखे। मैं उनसे मिली और उनको प्रशासन से मिली शादी की अनुमति को परखा। अंजलि कहती हैं कि वहां मौजूद लोगों ने मुझे बताया कि शादी की रस्में करवाने के लिए कोई पंडित नहीं मिल रहा है। साथ ही अंजलि ने बताया कि उन्होंने मुझसे शादी में सहयोग करने को कहा तो मैं उसी समय तैयार हो गई, क्योंकि मुझे अधिकारियों द्वारा निर्देश दिया गया है कि इस समय सभी का सहयोग करना है। अंजलि ने कहा कि मुझे कुछ मंत्र आते थे, उसी से मैंने वैवाहिक रस्में पूरी कराईं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जो मंत्र मुझे नहीं आते थे, वह मैंने गूगल से देखकर पढ़े और वहां हवन कुंड नहीं होने पर दीपक का ही प्रयोग कर काम चलाया।

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