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फरीदाबाद के बाद अब दिल्ली-गुड़गांव का बॉर्डर भी 10 बजे के बाद सील, सिर्फ इन लोगों को मिलेगी छूट

दिल्ली में संक्रमण का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है और इससे जुड़े राज्य अपने बॉर्डर सील कर रहे हैं

दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामले देख जिला प्रशासन ने अब फरीदाबाद के बाद दिल्ली-गुड़गांव बॉर्डर भी सील कर दिया है। हरियाणा के कई जिलों में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ने लगा है जिसके चलते जिला प्रशासन ने सख्ती के साथ गुड़गांव के बॉर्डर भी सील कर दिए हैं। ये आदेश 1 मई से सुबह 10 बजे से लागू होगा। इसके बाद से दिल्ली से गुड़गांव जाने वाले और गुड़गांव से दिल्ली आने वालों के लिए रास्ते बंद हो जाएंगे। आदेश में कहा गया है कि जो लोग गुड़गांव में काम कर रहे हैं , लेकिन वहां रहते नहीं है उनके लिए प्रबंधन गुड़गांव में रहने की व्यवस्था करे। वहीं ये भी कहा गया है कि जो गुड़गांव निवासी बाहर काम करते हैं वो लोग अपने प्रबंधन से दिल्ली में ही आवास की व्यवस्था करें।

आदेश के मुताबिक कुछ विशेष लोगों को ही दिल्ली-गुड़गांव बॉर्डर सील करने की अनुमति मिलेगी, लेकिन इसके लिए इनके मोबाइल में आरोग्य सेतु एप इंस्टाल करना जरुरी होगा। सरकारी कार्यालयों के अधिकृत अधिकारी और कर्मचारी, प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्रीय गृह मंत्रालय, वित्त, रक्षा, डाक विभाग, आपदा प्रबंधन और प्रारंभिक चेतावनी देने वाले एजेंसियां, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को अपना वैध पहचान पत्र दिखाना होगा जिसके बाद इन्हें बॉर्डर क्रॉस करने की अनुमित मिलेगी। साथ ही फोन में आरोग्य सेतु एप इंस्टाल होना जरुरी है। इसके अलावा गुड़गांव में एंट्री करते समय थर्मल स्कैनिंग और रोग सूचक स्क्रीनिंग भी की जाएगी।

लॉकडाउन के चलते कई सेवाएं रोकी गई हैं और दिल्ली-गुड़गांव बॉर्डर सील कर दिया गया है। हालांकि कुछ विशेष सेवाओं को इसमें भी छूट मिलेगी। एंबुलेंस, एटीएम कैश वैन्स, एलपीजी, ऑयल कंटेनर, चिकित्सा उपकरणों को छूट मिलेगी। साथ ही दवाओं, चिकित्सा उपकरणों और निर्माण के लिए आवश्यक कच्चा माल आपूर्ति करने वालों के साथ पीपीई किट, मास्क, दस्ताने, सैनिटाइजर, वेंटिलेटर और इस तरह की जरुरी सामानों को ले जाने और ले आने की छूट मिलेगी।

बिना पास के किसी भी तरह के लोगों या सुविधाओं को एंट्री नहीं दी जाएगी। आदेश में साफ तौर पर कहा गया है कि सिर्फ उसी पास को मान्य माना जाएगा जिसे केंद्र सरकार या हरियाणा सरकार ने जारी किया होगा। डीएम अमित खत्री ने कहा कि बहुत ही जरुरी अगर कोई बात होगी तो लोगों को सीमा पार जाने के लिए जिलाधीश कार्यालय से मंजूरी लेनी होगी।

साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग या राज्यीय राजमार्ग पर जरुरी और गैर जरुरी वस्तुओं या माल ढुला करने वाले वाहनों को जिले में आने जाने की अनुमित तो होगी, लेकिन इन वाहनों को जिले की सीमा पार करने की इजाजत नहीं मिलेगी।

गौरतलब है कि दिल्ली पूरी तरह से रेड जोन में आ गया है और यहां संक्रमण का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी को देखते हुए दिल्ली से सटे राज्य अपने अपने बॉर्डर सील कर रहे हैं ताकी दिल्ली का मामला वहां तक ना पहुंचे। सबसे पहले यूपी और दिल्ली का बॉर्डर सील किया गया था। इसके बाद दिल्ली और फरीदाबाद का बॉर्डर भी सील कर दिया गया। अब दिल्ली से सटे गुड़गांव का बॉर्डर भी सील कर दिया गया है जिससे लोगों के आवाजाही को रोक दिया गया है। बता दें कि दिल्ली में अब तक 59 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं कोरोना संक्रमितों की संख्या 3515 है।

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