राजनीति

दिल्ली के तर्ज पर हुई मुंबई के बांद्रा में हुई साजिश, कपिल मिश्रा ने शिवसेना से पूछे ये 3 कड़वे सवाल

14 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन 2.0 की घोषणा की। और अब लॉकडाउन की मियाद बढ़ाकर 3 मई तक कर दी गई है। पीएम के घोषणा करते ही कई लोगों में अफरा तफरी मच गई। और इसकी अलग अलग तस्वीरें पूरे देश भर से देखने को मिली। बता दें, 14 अप्रैल की शाम 5 बजे मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूरों की भीड़ देखी गई। उनकी मांग थी कि या तो हमें भोजन दो या गांव जाने दो। ऐसी तस्वीर हम पहले दिल्ली और नोएडा के बॉर्डर पर देख चुके हैं। जहां वापस घर जाने के लिए प्रवासी मजदूरों की भीड़ लाखों की संख्या में इकट्ठा हो गई थी।

बता दें, बांद्रा की भीड़ को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। एक तरफ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने इस भीड़ को लेकर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया। तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के नेता कपिल मिश्रा (Kapil Mishra)  ने कहा कि, इस भीड़ से राजनीतिक साजिश की बू आ रही है।

बांद्रा कि इस भीड़ को लेकर राजनीति गर्म हो रही है। इस पर भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कई सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने लगातार ट्वीट कर इस भीड़ पर निशाना साधा  है, ‘जो मुंबई में हो रहा है, हजारों लोग एक साथ एक जगह- ये बिना प्लानिंग के असंभव’ उनका कहना है कि ये राजनीति से जुटाए गए लोग हैं। और शिवसेना के द्वारा तैयार किया गया भीड़ है। वे कहते हैं, ‘जैसे दिल्ली में बसें भरकर भीड़ भेजी गई, मुंबई में भी वैसी ही साजिश है।’  ‘ट्रेनें बंद हैं तो भीड़ स्टेशन पर कैसे आई? क्या मैसेजिंग हुई? कपिल मिश्रा ने कहा, कुछ लोग देश के खिलाफ बहुत गंदी साजिश कर रहे हैं।


कपिल मिश्रा ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए, तीन कड़े सवाल पूछे। , सबसे पहला सवाल पूछा, ‘ये अगर घर जाने वाले मजदूरों की भीड़ है तो इन मजदूरों में से किसी के पास भी बड़े बैग, थैले या सामान क्यों नहीं हैं?’ उन्होंने दूसरा सवाल पूछा, ‘भीड़ जामा मस्जिद  के सामने ही क्यों लगी?’ साथ ही उन्होंने कहा, ‘जब महाराष्ट्र में 30 अप्रैल तक लॉकडाउन पहले घोषित है, तो फिर आज हंगामा क्यों?’ कपिल मिश्रा कहते हैं, ये स्पष्ट रूप से देश के खिलाफ साजिश है।

आदित्य ठाकरे ने लगाया केंद्र पर आरोप

दूसरी तरफ महाराष्ट्र सरकार के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने बांद्र में जमा हुए इस भीड़ के लिए केंद्र को जिम्मेदार बताया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, केंद्र सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों के घर जाने की कोई भी व्यवस्था नहीं की गई। बाहर के मजदूर खाना और आश्रय नहीं चाह रहे हैं। बल्कि अपने घर वापस जाना चाह रहे हैं। आदित्य ठाकरे केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहते हैं, ट्रेनें पहले से ही बंद है। महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र से 24 घंटे के लिए ट्रेनों का परिचालन शुरू करने के लिए कहा था, जिससे प्रवासी मजदूर अपने अपने घर वापस लौट सकें। आदित्य ठाकरे ने इस बात की भी जानकारी दी कि, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पिछले दिनों हुए प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रवासी मजदूरों को घर वापस भेजने के लिए रोडमैप बनाने का मुद्दा उठाया था।

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