राजनीति

10 लाख लोगों को खाना देने की आड़ में हो रहा है केजरीवाल का बड़ा घोटाला, कपिल मिश्रा ने पूछे सवाल

जब 4 लाख मजदूर लोगों को डीटीसी बस लगा कर दिल्ली से भगा दिया तो खाना किसे खिला रहा, कहाँ खिला रहे हैं, कहाँ पका रहे हैं, ज़रा जनता को भी बताईये

बीजेपी पार्टी के नेता कपिल मिश्रा ने दिल्ली सरकार द्वारा रोज 10 लाख लोगों को खाना खिलाए जाने के दावे पर कई सवाल खड़े किए हैं और सरकार से पूछा है कि कौन सा विभाग 10 लाख लोगों को खाना खिला रहा है? कपिल मिश्रा ने दिल्ली के उपराज्यपाल श्री अनिल बैजल और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से ये सवाल किए हैं।

कोरोना वायरस के चलते पूरे देश को लॉकडाउन किया गया है और ऐसे में गरीब लोगों को भोजन की परेशानी ना हो। इसके लिए केजरीवाल ने ये ऐलान किया था कि दिल्ली सरकार उनके राज्य में रहने वाले गरीब मजदूरों को खाना मुहैया करवाएगी। वहीं अब दिल्ली सरकार ये दावा कर रही है कि वो रोजाना 10 लाख लोगों को खाना दे रही है। दिल्ली सरकार के इस दावे पर कपिल मिश्रा ने सवाल खड़े किए है। कपिल मिश्रा ने दिल्ली सरकार से कई सारे सवाल पूछे हैं और ये सवाल इस प्रकार हैं।

1. सरकार का कौन सा विभाग खाना खिला रहा हैं?

2. रोजाना10 लाख लोगों के लिए चावल, आटा, दाल, तेल, सिलेंडर कहां से और कब खरीदा ?

3. रोजाना 10 लाख लोगों का खाना कहाँ पकाया जा रहा हैं?

दिल्ली सरकार ने दिया था विज्ञापन

दरअसल दिल्ली सरकार द्वारा ये विज्ञापन दिया जा रहा हैं कि सरकार रोजाना 10 लाख लोगों को खाना खिला रही हैं। दिल्ली सरकार के इसी विज्ञापन के बाद कपिल मिश्रा की और से ये सवाल उठाए गए हैं। कपिल मिश्रा का आरोप है कि दिल्ली सरकार लोगों से झूठ बोल रही है और गरीब लोगों को भोजन देने की अड़ में दिल्ली सरकार घोटाला कर रही।

आज ही मांगा है जवाब

कपिल मिश्रा ने सोशल मीडिया के जरिए ये सवाल पूछे हैं। साथ में ही कपिल मिश्रा ने दिल्ली सरकार और दिल्ली के उपराज्यपाल से आज ही इन सवालों के जवाब मांगे है और कहा है कि इस जानकारी को पब्लिक किया जाए।

लॉकडाउन के दूसरे दिन ही दिल्ली से लाखों की संख्या में लोगों ने पलायन किया था और इन लोगों के पलायन को रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने रोजाना फ्री में खाना और सस्ता राशि देने की बात कही थी। वहीं अब दिल्ली सरकार का दावा है कि वो दिल्ली में रहने वाले 10 लाख गरीब लोगों को रोजाना खाना खाने को दे रही है। ताकि लॉकडाउन के चलते इन लोगों को कोई परेशानी ना हो और ये दिल्ली से बाहर ना जाएं। लेकिन कपिल मिश्रा का कहना है केजरीवाल ने लॉक डाउन के दौरान पहले से ही दिल्ली से 4 लाख प्रवासी मजदूरों को दिल्ली से भगा दिया है ।

गौरतलब है कि लॉकडाउन के चलते गरीब लोगों से उनका रोजगार छीन गया है। जिसके चलते देश के कई हिस्सों से ये लोग पलायन कर रहे थे और अपने गांवों की और रुख कर रहे थे। इन लोगों के पलायन को रोकने के लिए भारत सरकार ने कई सारे राहत पैकेज जारी किए हैं। ताकि इन लोगों की मदद की जा सके। साथ में ही केंद्रीय सरकार ने इन लोगों से अपील भी की थी कि ये वहीं रहे जहां पर हैं और एक जगह से दूसरी जगह ना जाएं।

दिल्ली से दूसरे राज्यों में लौटे  मजदूरों का कहना था की केजरीवाल सरकार ने मजदूरों के बिजली-पानी के कनेक्शन काट दिए। लॉकडाउन के दौरान उन्हें खाने पीने को भी नहीं मिला। इतना ही नहीं दिल्ली सरकार के अधिकारी  लगातार यह अफ़वाह फैलाते रहे कि बॉर्डर पर बसें खड़ी हैं, जो उन्हें उत्तर प्रदेश और बिहार ले जाएँगी। वहीं दिल्ली सरकार ने पलायन को रोकने के लिए फ्री में खाना देने की बात कही थी

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