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होनी थी ‘जनता कर्फ्यू’ के दिन शादी, देशहित में दुल्हन ने उठाया ऐसा कदम, पूरा गांव दे रहा शाबाशी

देशभर में कोरोनावायरस का खौफ है और रविवार यानी 22 मार्च को देश में जनता कर्फ्यू लगा हुआ था। लोग अपने-अपने घरों में पैक हैं और सभी को बाहर ना निकलने के प्रशासनिक आदेश हैं। जो भी बाहर निकलेगा उनके ऊपर सख्त कार्यवाही की जाएगी और ऐसे में हर कोई लॉकडाउन हो गया है। ऐसे में जिन लोगों की शादी होनी है वो भी कैंसिल करने की बात कही जा रही है लेकिन कुछ लोग नहीं मान रहे। फिर भी एक दुल्हन काफी जागरुक दिखी और अपनी शादी पर उसने एक जरूरी फैसला लिया। इसके बाद सभी उस दुल्हन की तारीफ कर रहे हैं।

दुल्हन ने शादी रुकवाकर दिखाई जागरुकता

कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए सरकार द्वारा 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की अपील की गई थी। इसको दुर्ग सिंधी समाज के ठाकवानी परिवार का जोरदार समर्थन रहा और उन्होंने अपने बेटे सूरज ठाकवानी की शादी का समारोह स्थगित कर दिया है। सूरज की शादी 22 मार्च को चकरभाठा बिलासपुर की अचला के साथ जैनम पैलेस में होनी थी। परिवार के प्रेम ठकवानी ने बताया कि देशवासियों की सुरक्षा और प्रधानमंत्री के कथन का अनुसरण सबसे पहले है शादी तो बाद में भी हो सकती है।

वहीं वधु पक्ष से चर्चा करने के बाद शादी को कुछ महीनों के लिए स्थगित कर दिया गया है, जबकि शादी में शामिल होने के लिए कई रिश्तेदार आ चुके थे। ठकवानी के मुताबिक, इससे दोनों पक्षों को आर्थिक नुकसान हुआ है लेकिन देश और समाज हित में ये कोई बड़ा नुकसान नहीं है। ऐसा बताया जा रहा है कि इस समारोह को आगे बढ़ाने का सुझाव दुल्हन ने दिया था और उसने बताया कि अभी देश के लिए हमें ऐसा करना होगा क्योंकि सभी ठीक रहेंगे तभी हम इस शादी को भी आगे चला सकते हैं। दुल्हन के इस फैसले से ठकवानी परिवार काफी खुश हुआ वहीं दुल्हन पक्ष के लोगों ने भी अपनी बेटी को शाबासी दी।

इसी तरह श्रीराम सिंधी पंचायत वैशाली नगर ने वर्तमान स्थिति तो देखते हुए 25 मार्च को आयोजित चेट्री चंद महोत्सव पर सुबह निकलने वाली बाइक रैली, शाम की शोभायात्रा और रात में होने वाले भंडारे के समारोह को भी रद्द कर दिया है। शाम के समय सिर्फ बहराने साहब की पूजा की जाएगी।

श्रीराम सिंधी पंचायत के अध्यक्ष भीमसेन सेतपाल के मुताबिक, 50 सालों से भी ज्यादा समय से त्यौहार मनाया जा रहा है और इसके साथ ही समाज से अपील है कि सभी फिलहाल अपने-अपने घरों में रहें। इस बैठक में दया राम बत्रा, घनश्याम बक्तानि, प्रताम शिवानी, हेमन नागदेव, शंकर सचदेव, लख्मीचंद, गोविंद धनवानी, अर्जुन सचदेव जैसे कई लोग शामि रहे। ऐसी प्रतिक्रियाएं देशभर से जगह-जगह आ रही है और पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया गया है जिससे ये बीमारी और ना फैल पाए। 31 मार्च तक दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में लॉकडाउन की खबरें निरंतर आ रही है।

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