बॉलीवुड

अपने संघर्ष को याद कर भावुक हुई नेहा कक्कड़, दिखाया किराए के एक रूम से बंगले तक का सफ़र

बॉलीवुड में दो तरह के लोग आते हैं. पहले वो जिनका फ़िल्मी बेकग्राउंड होता हैं और उन्हें फिल्म करियर परिवार के द्वारा विरासत में मिल जाता हैं. फिर आते हैं दुसरे टाइप के लोग जो अपनी मेहनत और सालों के संघर्ष के दम पर स्टार बनते हैं. बॉलीवुड सिंगर नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) दुसरे टाइप की सेलिब्रिटी हैं. नेहा ने अपने करियर की शुरुआत इंडियन आइडल के सीजन 2 से बतौर कंटेस्टेंट की थी. इसके बाद नेहा ने धीरे धीरे अपने सिंगिंग करियर को आगे बढ़ाया. अब आज की तारीख में नेहा बॉलीवुड की टॉप गायिकाओं में से एक हैं. नेहा सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं. इस कारण फैंस के बीच उनकी लोकप्रियता आसमान छूती हैं. जिस इंडियन आइडल में नेहा कभी कंटेस्टेंट हुआ करती थी आज उसी शो में जज की भूमिका भी निभा रही हैं.

हाल ही में नेहा ने अपने इन्स्टाग्राम अकाउंट पर कुछ तस्वीरें शेयर की हैं. इनमें से पहली तस्वीर एक आलिशान बंगले की हैं जबकि दूसरी किसी पुराने मकान की हैं. दरअसल नेहा द्वारा शेयर की गई ये फोटोज ऋषिकेश की हैं. पहली तस्वीर में जो सुंदर सा बँगला दिखाई दे रहा हैं वो नेहा कक्कड़ का ही हैं. वहीं दूसरी तस्वीर में जो पुराना मकान नजर आ रहा हैं उसमें नेहा का जन्म हुआ था. नेहा तब उस पुराने माकन में किराए से रहा करती थी. ऐसे में ऋषिकेश में किराए के माकन मकान में रहने से लेकर आलिशान बंगले तक के सफ़र को याद कर नेहा भावुक हो गई. उन्होंने अपने इस अनुभव को बड़े ही खूबसूरत ढंग से साझा किया हैं.

नेहा लिखती हैं “ये हमारा ऋषिकेश स्थित बंगला हैं. दूसरी तस्वीर में आप वो मकान देख सकते हैं जहाँ मेरा जन्म हुआ था. इसी घर में हमारा कक्कड़ परिवार एक कमरे में रहता था. कमरे में मम्मी ने एक टेबल लगा दी थी जो हमारा उसी छोटे से कमरे में किचन था. वो कमरा भी हमारा नहीं था बल्कि हम किराए पर रहते थे. और अब जब भी मैं इस शहर में हमारे बंगले को देखती हूँ तो हमेशा भावुक हो जाती हैं. सेल्फ मेड नेहा कक्कड़. मेरे परिवार का बहुत बहुत धन्यवाद.


नेहा की ये पोस्ट सोशल मीडिया पर बहुत पसंद की जा रही हैं. आम जनता से लेकर बड़े बड़े सितारें तक नेहा के इस संघर्ष भरे सफ़र पर गर्व महसूस कर रहे हैं. मसलन आदित्य नारायण लिखते हैं कि ‘लगन और मेहनत से सब कुछ हासिल हो सकता हैं, तुम इसका जीता जागता उदहारण हो.’ वहीं विशाल ददलानी कहते हैं ‘आपके ऊपर गर्व हैं, आपकी यात्रा लंबी और कठिन थी लेकिन इसमें हर्ष भी था. आप दूसरों के लिए प्रेरणा हैं.’

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