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बेरहमी से की गई थी अंकित की हत्या, चाकू से मार मार कर शरीर से निकाल दी गई थी अंतड़िया

दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या बड़ी बेरहमी से की गई थी और हत्या करने वाले लोगों ने अंकित को चाकू से मार मार कर उस के शरीर से अंतड़िया निकाल दी गई थी । अंकित शर्मा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। अंकित शर्मा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार अंकित शर्मा पर चाकू से बार-बार हमला किया गया था और कम से कम 4 से 6 घंटे तक उन्हें चाकू से मारा गया था।

अंकित शर्मा ने कोई उनकी जमीन मारी थी क्या ? कर्जा लिया था क्या ? कोई निजी झगड़ा था क्या ? नही, अंकित का जुर्म ये था कि वो हिन्दू था जिसके कारण जिहादीयो ने उसकी हत्या की । ये हैं हमारी भाईचारा निभातें हुए हिंदू का हाल, जिसमें बहुसंख्यक समुदाय चारा बन जाता है और अल्पसंख्यक समुदाय विक्टिम कार्ड खेल कर बच जाता है..

चाकू मारने से हुई मौत

कल अंकित शर्मा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या का कारण चाकूओं का वार बताया गया है। अंकित का पूरा शरीर जख्मों से भरा हुआ था और शरीर का एक भी हिस्सा ऐसा नहीं था जहां पर चाकू ना मारा गया हो। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक अंकित की हत्या छह व्यक्तियों द्वारा एक साथ की गई है।

आंतों को बाहर निकाला

अंकित पर कितनी बुरी तरह से वार किया गया था। इसका अंदाज आप इस बात से लगा सकते हैं कि अंकित की अंतड़िया (Intestines) को शरीर से फाड़कर अलग कर दिया गया था। अंकित के शव का परीक्षण करने वाले फोरेंसिक डॉक्टरों के अनुसार उन्होंने अपने जीवन में इस तरह का केस नहीं देखा है। अंकित पर कई बार वार किए गए, उसे गहरी चोट पहुंचाई गई और तेज धार वाली चीज से उन्हें लगातार मारा गया। अंकित के शरीर अनगिनत जख्म मौजूद थे और उनके शरीर की आंतों को बाहर निकाल दिया गया था।

गौरतलब है कि अंकित अपने परिवार के साथ चांदबाग में रहा करते थे। 25 फरवरी को शाम पांच बजे अंकित अपने काम से घर लौटे थे। उसी वक्त उनके इलाके में हिंसा शुरू हो गई। अंकित को उनके घर के बाहर से भीड़ पकड़ कर ले गई। जिसके बाद अंकित के परिवार वाले उसकी तलाश में लगे रहे। वहीं अंकित शर्मा का शव 26 फरवरी को चांदबाग के एक नाले से मिला था। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। वहीं कल रात को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार अंकित की मौत बहुत बुरी तरह से की गई थी।

पोस्टमार्टम के बाद अंकित का शव परिजनों को सौंप दिया गया और आज उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार हुआ है। आईबी कांस्टेबल अंकित शर्मा का पैतृक गांव इटावा है। आज ‘अंकित अमर रहे’ के नारों के बीच इनका अंतिम संस्कार किया गया है। अंतिम संस्कार के दौरान प्रशासन की ओर से सलामी भी दी गई। अंकित की आयु महज 25 साल की थी।

आप पार्षद पर लगा है हत्या का आरोप

अंकित की हत्या का आरोप दिल्ली के नेहरू विहार के आम आदमी पार्टी से निगम पार्षद मोहम्मद ताहिर हुसैन पर लगा है और ताहिर हुसैन के खिलाफ अंकित के परिवारवालों की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। ये केस आईपीसी की धारा 302 (ए) के तहत दर्ज हुआ है। अंकित के परिवारवालों का आरोप है कि हिंसा के दौरान ताहिर हुसैन और उनके समर्थक अंकित को खींचकर अपने साथ ले गए थे और उसके बाद अंकित की हत्या कर दी थी। वहीं हुसैन पर केस दर्ज होने के बाद आम आदमी पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया है।

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