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मैं आरएसएस का हूं राजदीप सरदेसाई, ज्यादा बोलोगे तो विधिवत पीटे जाओगे! – जानें किसने कही ये बात

वाराणसी – पत्रकार राजदीप सरदेसाई जो अक्सर देश विरोधी काम करने वालों के साथ खड़े रहते हैं। कभी नोटबंदी पर कतार में खड़े लोगों को सरकार के प्रति भड़काने का काम करते दिखते हैं तो कभी मोदी सरकार पर झूठे आरोप लगाते। हाल ही में राजदीप और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति के बीच एक ट्वीट को लेकर विवाद हो गया जो लगातार बढ़ता ही जा रहा है। राजदीप ने शुक्रवार को एक ट्वीट कर बीएचयू के कुलपति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो में शामिल होने का आरोप लगाया था। जिसे लेकर कुलपति ने ऐसा जवाब दिया की राजदीप की बोलती बंद हो गयी। BHU VC on Rajdeep Sardesai.

PM Narendra Modi Road Show

पीएम मोदी के रोड शो को लेकर हुआ विवाद –

दरअसल, राजदीप ने पीएम मोदी के वाराणसी में रोड शो के दौरान ट्वीट कर लिखा था, “हैरानी: बीएचयू के वीसी त्रिपाठी प्रधानमंत्री के राजनीतिक रोड शो में शामिल हुए। ये कहां आ गए हम।” जिसके बाद बीएचयू के वीसी ने कहा कि वो इस रोड शो का हिस्सा नहीं थे और राजदीप पर कानूनी कार्रवाई की धमकी दे डाली। जिसके बाद हमेशा की तरह राजदीप ने अपनी गलती मानते हुए रविवार ट्वीट किया और लिखा कि, “मोदी के रोड शो में बीएचयू के वीसी की तस्‍वीरें वास्‍तव में गलत निकली। उनसे माफी मांग रहा हूं और ट्वीट वापस ले रहा हूं।” राजदीप के माफी मांगने के बावजूद वीसी त्रिपाठी का गुस्सा शांत नहीं हुआ।

 

जेएनयू के बाद बीएचयू का माहौल बिगाड़ने की साजिश –

राजदीप के मांफी मागने के बाद भी कुलपति नाराज हैं और उन्होंने कैच न्यूज़, न्यूज़18, दि हिंदू और बिज़नेस वर्ल्ड के पत्रकारों से कहा कि “एक पत्रकार ने ट्विटर पर इस तरह का झूठ फैलाया। अगर वह दोबारा कैंपस में आए तो कायदे से सबक सिखाया जाएगा। वो विधिवत पीटे जाएंगे। बिल्कुल पीटे  जाएंगे। मैं किसी को मेरे या संस्था के बारे में झूठ फैलाने  की इजाज़त नहीं दूंगा।”

उन्होंने कहा, “मैं आरएसएस का हूं, संघ से जुड़ा हूं और मुझे इस बात पर गर्व है। इससे किसी दूसरे को क्या मतलब। अगर कोई संघ से जुड़ा है तो क्या ये कारण काफी है किसी को बड़े पद संभालने के लिए अयोग्य मानने का। जब हमारे प्रधानमंत्री भी संघ के आदमी हैं तो क्या भगा दें उन्हें भी।”

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