रिलेशनशिप्स

बच्चे देश का भविष्य होते हैं,लेकिन माता पिता का भविष्य भी इन बच्चों पर ही निर्भर करता हैं.

कहते हैं बच्चे इस देश का भविष्य होते हैं. लेकिन माता पिता का भविष्य भी इन बच्चों पर ही निर्भर करता हैं. हर माँ बाप यही चाहते हैं कि उनका बच्चा उनके साथ सारी बातें शेयर करे और किसी गलत राह पर ना जाए. हालाँकि बच्चे अपने पेरेंट्स से सबकुछ शेयर नहीं करते हैं. ऐसे में आज हम आपको वे बातें बताने जा रहे हैं जो बच्चे माता पिता से छिपाते हैं. इस स्थिति में आपको क्या करना चाहिए उसका हल भी हम बता रहे हैं.

बॉयफ्रेंड – गर्लफ्रेंड का होना

अधिकतर भारतीय घरों में बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड बनाने को लेकर माहोल सख्त होता हैं. ऐसे में बच्चे जब किसी से प्यार करते हैं और उन्हें अपना लवर बना मिलना जुलना या बातचीत करते हैं तो इस बारे में घर वालों को नहीं बताते हैं. उन्हें लगता हैं कि ये चीजें बताने पर घर वाले उन्हें डांटेंगे, मारेंगे या शादी करवा देंगे. इसलिए बेहतर यही होगा कि माता पिता अपने बच्चों को गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड बनाने की इजाजत खुद आगे रहकर दे लेकिन साथ में कुछ नियम बना सकते हैं. इस तरह आप भी अपने बच्चे के प्रेमी या प्रेमिका पर पूरी नजर रख सकेंगे. आपको उन दोनों की पूरी जानकारी रहेगी.

पहला चुंबन – वर्जिनिटी खोना

लाइफ का पहला ‘किस’ बड़ा ख़ास होता हैं. साथ ही शादी के पहले संबंध बनाना भी अब बहुत कॉमन बात हो गई हैं. ऐसे में इन बातों पर बच्चे भूलकर भी अपने माता पिता से चर्चा नहीं करते हैं. अब इसमें दो चीजें हैं. पहली यह कि यदि उनका प्रेमी दिल का अच्छा हैं तो कोई बात नहीं लेकिन कई बार लोग सिर्फ टाइमपास या फायदा उठाने के लिए इस तरह की हरकत भी करते हैं. इसलिए हर पेरेंट्स को अपने बच्चों से सुरक्षा बरतने, अजनबियों पर विशवास रखने, प्रोटेक्शन इस्तेमाल करने और निजी पलों को कैमरा में रिकॉर्ड ना करने जैसी बातों पर पहले से चर्चा करनी चाहिए. इस तरह आपका बच्चा यही संबंध बनाता भी हैं तो वो सावधानी बरतेगा.

सिगरेट – शराब – ड्रग्स लेना

नशा करना आजकल फेशन बन गया हैं. कई बार तो बच्चे लीगल एज के पहले ही सिगरेट, शराब या ड्रग्स लेने लगते हैं. आपको बच्चों को बचपन से ही इस तरह के नशे के नुकसान को समझाना चाहिए. ताकि यदि उसका कोई दोस्त उसे इन चीजों का सेवन करने के लिए फ़ोर्स भी करता हैं तो वो खुद अपनी समझ से सही निर्णय ले सके.

मारपीट करना

बच्चों में जोश और गुस्सा दोनों ही ज्यादा होता हैं. ऐसे में वे मारपीट करने को हमेशा रेडी रहते हैं. आमतौर पर जब उनका किसी से मारपीट वाला झगड़ा होता हैं तो वे ये बात अपने तक ही रहना पसंद करते हैं. घर वालों को अपनी इस मारपीट के बारे में नहीं बताते हैं. इसलिए माता पिता को बच्चों को अच्छे संस्कार देने चाहिए ताकि वे हिंसा से दूर ही रहे.

पैसे चुराना

अधिकतर बच्चों की आदत होती हैं कि किसी चीज को खरीदने या कोई काम करने के लिए जब माता पिता राजी नहीं होते तो वे उनके पर्स या अलमारी से पैसा चुरा लेते हैं. पैसे चुराने की ये आदत बहुत बुरी हैं. इसलिए अपने बच्चों को चोरी ना करने की सिख जरूर दे. साथ ही कभी कभी उनकी इच्छा पूर्ति भी कर दे. ताकि वे चोरी जैसा बड़ा कदम ना उठाए.

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