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ऐसा क्या हुआ जो कॉलेज में साड़ी पहन पहुँच गए ये 3 लड़के, वजह जान हर लड़की को होगा गर्व

आज के जमाने में लोग कपड़े को बहुत महत्त्व देते हैं. हम सभी जाने अंजाने में कपड़े देख के ही लोगो को जज करते हैं. यहाँ तक कि कपड़े किसी के जेंडर, जाती या धर्म की पहचान तक बन गए हैं. ऐसे में इस कॉमन धारणा को तोड़ते हुए पुणे के फर्ग्‍युसन कॉलेज के तीन स्टूडेंट्स ने एक नई मिशाल कायम की हैं. ये लोग अपने कॉलेज के वर्षीय उत्सव (एनुअल ट्रेडिशन डे) पर साड़ी पहनकर पहुँच गए. आमतौर पर कॉलेज जाने वाले लड़के अपनी इमेज को लेकर बहुत सेंसिटिव होते हैं. ये लोग कॉलेज में हमेशा कूल दिखने के लिए महंगे और स्टाइलिश कपड़े ही पहनते हैं. इसके साथ ही कॉलेज में इस बात का भी बड़ा ध्यान रखा जाता हैं कि बाकी स्टूडेंट्स को आपका मजाक उड़ाने का मौका ना दिया जाए.

ऐसे में अपनी इमेज की परवाह किये बिना ही ये तीन लड़के कॉलेज के फंक्शन में साड़ी पहन जा पहुंचे. बता दे कि इस दिन कॉलेज के बाकी सभी स्टूडेंट्स सामान्य कपड़ों में ही नजर आए थे. बस इन 3 लड़कों ने साड़ी पहन सबका ध्यान अपनी ओर खीच रखा था. ऐसे में सबके मन में यही सवाल उठ रहा था कि आखिर इन लड़कों ने साड़ी क्यों पहन रखी हैं. यदि आपको भी इन लड़कों को साड़ी में देख हंसी आ रही हैं तो पहले इसके पीछे की वजह जान ले.

दरअसल ये तीनो लड़के साड़ी पहन जेंडर इक्‍वेलिटी (लैंगिक समानता) को प्रमोट कर रहे हैं. ये तीनो चाहते थे कि महिला और पुरुष की बराबरी को लेकर एक ख़ास संदेश लोगो को पहुँचाया जाए. ऐसे में आकाश पवार, सुमित होनवाडकर और रुश‍िकेष सनप नाम के इन तीनो लड़कों ने साड़ी पहन कॉलेज के एनुअल डे में शामिल होने का निर्णय लिया. अपने इस आईडिया के बारे में आकाश बताते हैं कि ऐसा कहीं भी लिखा नहीं हैं कि लड़के लड़कियों के कपड़े नहीं पहन सकते हैं. या लड़कियों को सिर्फ साड़ी, सलवार कमीज और स्कर्ट जैसे परिधान ही पहनना चाहिए.

अपने इस तरह के कार्य से वे समाज में ये संदेश देना चाहते हैं कि लड़का और लड़की में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए. दोनों को खुल के जीने की पूर्ण आजादी होना चाहिए. आकाश ने ये भी बताया कि उन्होंने जब ये निर्णय लिया तो अपने साथी स्टूडेंट्स की परवाह नहीं की. वे लोग क्या कहेंगे या क्या सोचेंगे इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता हैं. वे बस अपना अच्छा संदेश लोगो तक पहुँचाना चाहते हैं. उन्होंने ये भी बताया कि साड़ी को पहनने के बाद हमें पता चला कि लड़कियों को इन्हें पहनकर दिनभर संभालने में कितनी दिक्कतें होती हैं. इन तीनो लड़कों के लिए साड़ी पहनना भी बहुत मुश्किल काम था. ऐसे में तीनो ने साड़ी पहनने में अपनी महिला मित्र श्रद्धा की सहयता ली.

दिलचस्प बात ये रही कि जब कॉलेज में लोगो को इन लड़कों के साड़ी पहनने की वजह पता चली तो हर कोई इनकी तारीफों के पूल बाँधने लगा. सिर्फ स्टूडेंट्स ही नहीं बल्कि कॉलेज के प्रोफेसर्स ने भी इन तीनो लड़कों की प्रशंसा की. वैसे इस पुरे मामले पर आपका क्या कहना हैं हमें जरूर बताए.

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