अध्यात्म

शास्त्रों में इन कार्यों को करना माना गया है निषिद्ध, इन्हें करने से होती है धन में हानि

बड़े-बुजुर्ग द्वारा समय-समय पर हमें ऐसे नियम बताए जाते हैं जो कि सदियों से चले आ रहे हैं और हर कोई इन नियमों का पालन जरूर करता है। ऐसा माना जाता है कि इन नियमों का पालन करने से जीवन में सुख-समृद्धि और खुशियां बनीं रहती हैं। वहीं जो लोग इन नियमों का पालन नहीं करते हैं उन्हें बुरे नतीजों का सामाना करना पड़ता है। आज हम आपको कुछ ऐसे ही नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका पालन करने की सलाह बड़े-बुजुर्ग द्वारा द्वारा अक्सर दी जाती है।

शास्त्रों में इन कार्यों को माना गया है निषिद्ध, इन्हें करने से चढ़ता है पाप

शाम के समय ना सोएं

शाम के समय यानी 5 से 7 बजे के बीच सोना सही नहीं माना जाता है, ऐसा कहा जाता है कि जो लोग शाम को सोते हैं उनके घर में उदासी का माहौल बना रहता है और जीवन में वो असफल रहते हैं। यहीं कारण है कि जब भी हम शाम को सोते हैं तो बड़े-बुजुर्ग हमें ऐसा करने से रोकते हैं।

रात को ना खाएं दही

रात के समय ठंडी चीजों का सेवन करने से शरीर बीमार पड़ जाता है। इसलिए रात के समय हम लोगों को दही नहीं खाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा ये भी माना जाता है कि रात के समय दही खाने से किस्मत पर भी बुरा असर पड़ता है और आपके जीवन में गरीबी आ जाती है। इसलिए जो लोग रात को दही खाकर सोते हैं वो ऐसा करना तुरंत बंद कर दें।

शाम को ना करें भोजन

शाम के समय भोजन करना भी बड़े-बुजुर्ग द्वारा सही नहीं माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि जो लोग रात का भोजन शाम को ही कर लेते हैं। उनको रोग लग जाते हैं और वो बीमार हो जाते हैं।

ना काटें पेड़ पौधे

रात के समय पेड़ पौधे और इनके पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए। इसके अलावा सक्रांति, ग्रहण, पूर्णिमा , अमावस्या और आदि पर्व के दिन भी पेड़-पौधे को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से ब्रह्म हत्या का पाप चढ़ जाता है।

ना हों भीगे पैर

पैरों को धोने के बाद हमेशा इन्हें साफ करें और इन्हें सूखाने के बाद ही आप सोएं। अक्सर देखा जाता है कि लोग पैर धोने के बाद बिस्तर पर जाकर लेट जाते हैं। जो कि गलत होता है। क्योंकि भीगे पैर सोने से धन हानि होती है और जीवन में समृद्धि भी नहीं आती है।

केवल ग्रीष्म ऋतु में ही सोएं

सुश्रुत संहिता के अनुसार केवल ग्रीष्म ऋतु के दौरान ही आप दिन में सोएं। ग्रीष्म ऋतु के अलावा अन्य ऋतुओं में दिन में सोना निषिद्ध होता है और ऐसा करने से शरीर को रोग लग जाते हैं।

गुरुवार को ना धोएं बाल

गुरुवार के दिन बाल और कपड़े धोना अशुभ माना जाता है और ऐसा करने से परिवार के लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा गुरुवार के दिन घर में पोछा मारने से धन में हानि होती है और घर में दुख बनें रहते हैं। इसलिए अगर आप गुरुवार के दिन ये कार्य ना करें।

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