अध्यात्म

मार्गशीर्ष मास में जरूर करें ये कार्य, खुल जाएगी किस्मत और हो जाएगी हर कामना पूर्ण

मार्गशीर्ष मास शुरू हो गया है और ये महीना बेहद ही शुभ महीना माना जाता है। हिंदू पंचाग में ये नौवा महीना होता है और इस महीने को अगहन के नाम से भी जाना जाता है। मार्गशीर्ष मास भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित होता है और इस महीने के दौरान रोज भगवान कृष्ण जी की पूजा करने से लाभ मिलता है। मार्गशीर्ष मास में पवित्र नदियों में स्नान करना भी उत्तम माना जाता है और इस महीने के दौरान लोगों को पुण्य के कार्य जरूर करने चाहिए। वहीं अगर इस महीने नीचे बताए गए उपाए किए जाएं तो किस्मत एकदम से बदल जाती है और आपकी हर इच्छा पूर्ण हो जाती है।

मार्गशीर्ष मास में जरूर करें ये कार्य, खुल जाएगा भाग्य

  • इस महीने में आप पवित्र गंथों को जरूर पढ़ें। ऐसा माना जाता है कि मार्गशीर्ष मास में अगर विष्णुसहस्त्र नाम, भगवत गीता और गजेन्द्रमोक्ष का पाठ किया जाए तो जीवन के सभी कष्ट खत्म हो जाते हैं और जिंदगी में केवल सुख ही देखने को मिलते हैं। इसलिए अगर आप  किसी परेशानी से घिरे हुए हैं या आपको कोई कष्ट है तो ऊपर बताए गए पाठ को जरूर पढ़ें।

  • मार्गशीर्ष मास में कृष्ण जी के अलावा शंख की पूजा करना भी शुभ फल देता है और शंख की पूजा करने से घर का वातावरण ऊर्जा से भर जाता है। आप इस महीने के दौरान रोज दो बार, दिन और शाम के समय शंख का पूजन करें। शंख का पूजन करने हेतु आप  शंख में पवित्र जल भरें और शंक को तिलक लगाकर उसकी पूजा करें। इसके बाद शंख के जल को घर में छिड़क दें। ऐसा करने से घर में शांति कायम होगी और परिवार के सदस्यों के बीच प्यार बना रहेगा।

  • मार्गशीर्ष मास में आने वाली पूर्णिमा के दिन चंद्र की पूजा करें। चंद्र देव की पूजा करने से शरीर को रोग नहीं लगते हैं और सेहत सही बनीं रहती है। दरअसल ऐसी मान्यता है कि मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन ही चंद्र देव को औषधीय गुण प्राप्त हुआ था। इसलिए स्वस्थ शरीर पाने के लिए इस दिन चंद्र देव की पूजा जरूर करनी चाहिए।
  • मार्गशीर्ष मास में अगर किसी पवित्र नदी या सरोवर में स्नान किया जाए तो सारे पाप खत्म हो जाते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती हैं। इसके अलावा स्नान करते हुए अगर  भगवान श्रीकृष्ण का स्मरण किया जाए तो हर मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।
  • कृष्ण जी भगवान विष्णु का ही अवतार हैं, इसलिए इस मास में आप भगवान विष्णु के मंत्र ओम नमो भगवते वासुदेवाय का जाप भी करें।

  • कृष्ण जी की पूजा करते हुए उनको तुलसी का पत्ता जरूर अर्पित करें और पूजा करने के बाद इस पत्ते को प्रसाद के तौर पर ग्रहण कर लें। ऐसा करने से शरीर के रोग दूर हो जाते हैं। वहीं जिन लोगों का विवाह नहीं हो रहा है अगर वो कृष्ण जी और राधा की पूजा एक साथ करते हैं, तो उनको सच्चा जीवन साथी जल्द ही मिल जाता है। इसके अलावा पति-पत्नी के संबंध सही बनें रहते हैं।

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