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इस तारीख से शुरु हो सकता है राम मंदिर का निर्माण, इस बार नहीं होगा मंदिर का ‘शिलान्यास’

अयोध्या मामले में फैसला आने के बाद राम भक्त को इंतजार राम मंदिर बनने का है, जिसकी वजह से वे हर पल ये जानने के लिए बेताब है कि आखिर मंदिर कब बनेगा? दरअसल, अब अयोध्या की विवादित जमीन पर राम मंदिर बनाने का फैसला सुप्रीम कोर्ट की तरफ से दिया जा चुका है, ऐसे में अब हर कोई मंदिर बनाने की तारीख को जाने के लिए बेताब है। इसी कड़ी में मंदिर बनाने की संभावित तिथि सामने आ चुकी है, जिसकी वजह से राम भक्त काफी खुश हो जाएंगे।

9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने देश के सबसे बड़े और पुराने मुकदमे पर साफ साफ फैसला सुनाया, जिसके बाद देश में हर किसी ने इस फैसले का सम्मान किया। सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर को फैसला पढ़ना शुरु किया था, जिसमें एक के बाद एक मुकदमे पर सुनवाई हुई और फिर आखिरी फैसला, जिसका इंतजार पूरे देश को था, वो रामलला के पक्ष में आया। मतलब साफ है कि सुप्रीम कोर्ट का सालों पुराना मामला रामलला आसानी से जीत गए और उनकी जीत की खुशी में पूरे देश ने उनका सम्मान किया।

इस तारीख से बनेगा राम मंदिर

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो राम मंदिर के निर्माण का कार्य अगले साल अप्रैल से शुरु होगा। इतना ही नहीं, अप्रैल में 2 तारीख से ही काम शुरु हो जाएगा। दरअसल, 2 अप्रैल को रामनवमी है, तो हिंदु महासभा की माने तो इससे बेहतर कोई तिथि नहीं हो सकती है। कहा जा रहा है कि अगली दिवाली तक भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। खबरों की माने तो 2 अप्रैल से राम मंदिर बनने की कवायद शुरु हो जाएगी, जो कि कुछ ही महीने में पूरी हो जाएगी और फिर रामलला टेंटे से उठकर भव्य मंदिर में चले जाएंगे।

मकर संक्राति से शुरु हुई योजना

जानकारों की माने तो मकर संक्राति के दिन से ही निर्माण पूर्व योजना की शुरुआत की जाएगी, क्योंकि ये बेहद शुभ मौका है। हालांकि, इस बार मंदिर का ‘शिलान्यास’  नहीं होगा, क्योंकि ये 1989 में हो चुका है, ऐसे में कोई भी इसके दोबारा ‘शिलान्यास’ की चाहत नहीं रख रहा है। कुल मिलाकर राम मंदिर के निर्माण की योजना मकर संक्राति से शुरु हो जाएगी, जिसके बाद 2 अप्रैल से निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा और फिर अयोध्या में भव्य मंदिर बन जाएगा, जिसके लिए देश ने सालों से लड़ाई लड़ी है।

राजस्थान के पत्थरों से बनेगा राम मंदिर

बताया जा रहा है कि राम मंदिर का निर्माण राजस्थान की पत्थरो से होगा। इसके अलावा कहीं और के भी पत्थर इस मंदिर में लगाए जाएंगे। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र व राज्य सरकार को तीन महीने में ट्रस्ट बनाने की जिम्मेदारी दी है, जो कि राम मंदिर पर काम करेगी। मतलब साफ है कि सबकुछ कानूनी तौर पर होगा। बता दें कि राम मंदिर के लिए हर कोई बहुत ही ज्यादा उत्साहित है, जिसकी वजह से पूरे देश में इस फैसले का स्वागत हुआ और अब हर कोई मंदिर बनने के इंतजार में है।

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