अध्यात्म

पूजा-पाठ नियम: पति-पत्नी को एक साथ करनी चाहिए पूजा, तभी मिलता है पूजा का फल

पूजा-पाठ करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और जीवन की हर समस्या दूर हो जाती है। हमारे शास्त्रों में पूजा-पाठ करना बेहद ही जरूरी बताया गया है और पूजा पाठ से जुड़े कई सारे नियमों का जिक्र भी किया गया है। इसलिए आप जब भी पूजा-पाठ करें तो पूजा-पाठ से जुड़े नियमों का पालन जरूर करें। क्योंकि इन नियमों के तहत अगर पूजा नहीं की जाए, तो पूजा करने का फल नहीं मिलता है। तो आइए जानते हैं पूजा-पाठ करने से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण नियम।

पूजा-पाठ करते समय जरूर रखें इन बातों का ध्यान –

हमेशा शांत मन से करें पूजा

पूजा करते समय आपका मन शांत होना चाहिए और मन पूरी तरह से पूजा में लगा होना चाहिए। क्योंकि जो पूजा सच्चे मन से नहीं की जाती है। उस पूजा को करने का कोई भी लाभ नहीं मिलता है। इसलिए आप जब भी पूजा करें तो शांत मन से करें।

केवल करें अच्छे फूल ही भगवान को अर्पित

पूजा-पाठ के दौरान फूल काफी महत्वपूर्ण होते हैं। इसलिए आप पूजा-पाठ करते समय केवल साफ फूलों का ही प्रयोग करें। इसके अलावा आप जिस भगवान की पूजा करें उस भगवान को केवल वो ही फूल अर्पित करें। जो उन्हें सबसे अधिक प्रिय है। ऐसा करने से भगवान आपकी मनोकामना जल्द ही पूर्ण कर देते हैं।

हमेशा अपना सिर ढक्कर करें पूजा

पूजा करते समय आप अपने सिर को हमेशा ढक्कर ही रखें।। इसके अलावा आप जब भी मंदिर में प्रवेश करें तब भी आपका सिर ढका होना चाहिए। दरअसल जब हम अपना सिर कपड़े से ढक्कर पूजा करते हैं, तो हम भगवान के प्रति अपना आदर प्रकट करते हैं।

पति-पत्नी हमेशा एक साथ करें पूजा

पति-पत्नी को हमेशा एक साथ ही पूजा करनी चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि पति-पत्नी के साथ पूजा करने से ही अक्षय पुण्य बढ़ता है और उनका वैवाहिक जीवन खुशियों से भर जाता है। पूजा करने के अलावा पति-पत्नी को हमेशा एक साथ ही तीर्थ यात्रा और अन्य धार्मिक काम को भी करना चाहिए।

गणपति जी के नाम से करें पूजा की शुरुआत

गणपति जी को प्रथम देवता माना जाता है और इनका नाम लेने के बाद ही शुभ कार्य को शुरू किया जाता है। इसलिए आप जब भी पूजा करें तो पूजा की शुरूआत गणपति के नाम से करें।

पूजा घर को करें रोज साफ

पूजा करने से पहले पूजा घर को अच्छे से साफ करें और उसके बाद ही अपनी पूजा को शुरू करें। हो सके तो आप रोज पूजा घर में गंगा जल भी छिड़का करें।

दिन में करें दो बार पूजा

दिन में दो बार पूजा करना उत्तम माना जाता है। जिसमें से एक पूजा सुबह के समय करनी चाहिए जबकि दूसरी पूजा शाम के समय। इसके अलावा आप कभी भी दोपहर को पूजा ना करें और रात को सोने से पहले पूजा घर के कपट बंद करके ही सोएं।

ऊपर बताए गए नियमों के अलावा आप पूजा करते समय भगवान के सामने दीपक भी जरूर जलाएं और उन्हें भोग भी अर्पित करें।

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