अध्यात्म

बेहद ही सरल हैं हनुमान जी को प्रसन्न करना, बस करें ये उपाय, आप के सारे दुखों का होगा अंत

हनुमान जी की पूजा करने से हर मनचाही चीज को पाया जा सकता है। साथ में ही हनुमान जी अपने भक्तों की रक्षा भी करते हैं। हनुमान जी को प्रसन्न करना बेहद ही सरल है और नीचे बताए गए उपायों की सहायत से कोई भी भक्त हनुमान जी की कृपा पा सकता है। इसलिए आप नीचे बताए गए उपायों को जरूर करें।

बेहद ही सरल हैं हनुमान जी को प्रसन्न करना, बस करें ये उपाय

  • हनुमान जी को राम जी का सबसे बड़ा भक्त माना जाता है। इसलिए आप हर मंगलवार हनुमान जी की पूजा करें और पूजा करने के बाद राम जी को याद जरूर करें। हनुमान जी के साथ-साथ राम जी की पूजा करने से हनुमान जी खुश हो जाते हैं और आपको सभी संकटों से बाहर निकाल देते हैं।
  • शनिवार के दिन आप राम मंदिर में जाकर वहां पर हनुमान जी के नाम का एक दीया जला दें और अपने मन में अपनी मनोकामना बोल दें। ऐसा करने से आप पर हनुमान जी के साथ-साथ राम जी की कृपा भी बन जाएगा।
  • अपनी किसी भी मुराद को पूरा करवाने हेतु आप मंगलवार के दिन हनुमान जी को सिंदूर चढाएं। हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाते समय आप राम जी और सीता मां के नामों का जाप भी करें। ऐसा करने से हनुमान जी प्रसन्न हो जाएंगे।

  • शनिवार के दिन आप शाम के समय हनुमान जी के मंदिर जाकर उनके सामने एक तेल का दीया जला दें और हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमान चालीसा पढ़ने से हनुमान जी की कृपा आप पर बन जाएगा।
  • अगर आपको आर्थिक लाभ चाहिए तो आप मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने के बाद शाम के समय लोगों को बूंदी का प्रसाद बांटे और हनुमान जी के चरणों में भी ये प्रसाद जरूर चढ़ाएं। इस उपाय के अलावा आप चाहें तो शनिवार के दिन पीपल के 11 पत्ते लेकर उनपर सिंदूर की मदद से हनुमान जी लिख दें और फिर इन पत्तों को जल में प्रवाहित कर दें।
  • मंगलवार के दिन आप शाम के समय हनुमान जी की मूर्ति को केसरी रंग का चोला चढ़ा दें और चोला चढ़ाने के बाद हनुमान चालीस भी जरूर पढ़ें।

  • हनुमान जी को प्रसन्न करने हेतु आप शनिवार के दिन इनके पैरों पर फिटकरी चढ़ाएं और 101 बार इनके नाम का जाप करें। ऐसा करने से आपको बुरे सपने आना बंद हो जाएगे और आपका मन हमेशा शांत रहेगा।
  • हनुमान जी से जुड़ा सुदंरकाड पढ़ना काफी शुभ माना जाता है और इसे पढ़ने से हर मनचाही चीज आपको मिल जाती है। सुंदरकाड शाम के समय ही पढ़ा जाता है। इसलिए आप इसे शाम को सात बजे के बाद ही पढ़ें। वहीं जब आप इसे पढ़े तो अपने पास एक घी का दीपक भी जला दें और पाठ पढ़ने से पहले हनुमान जी का नाम ले लें। दरअसल सुंदरकांड रामायण का ही एक भाग है और सुंदरकाड हनुमान जी पर आधारित है।
  • हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए आप उनको बूंदी के लड्डू चढ़ाया करें। हर मंगलवार को हनुमान जी को लड्डू चढ़ाने से हर तकलीफ दूर हो जाती है।

Back to top button