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आखिरी के तीन दिन ऐसी हो गई थी अरुण जेटली की हालत, डॉक्टरों ने बताया मिनट दर मिनट का हाल

9 अगस्त, 2019 के सुबह के करीब 10 बज रहे थे…और अरुण जेटली अपने घर पर नाश्ता कर रहे थे। नाश्ता करते करते ही उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई, जिसके बाद उन्हें आनन फानन में दिल्ली के एम्स लाया गया। जी हां, दिल्ली के एम्स में 12 डॉक्टरों की टीम ने अरुण जेटली का इलाज शुरु किया। धीरे धीरे उनकी हालत सुधरने लगी, लेकिन फिर 21 अगस्त को अचानक से ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके बाद से ही दुआओं का दौर शुरु हुआ और फिर 24 अगस्त को अरुण जेटली जी दुनिया को छोड़ कर हमेशा के लिए चले गए। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?

पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली का आखिरी का समय अस्पताल में बीता। कई दिनों से उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था और डॉक्टरों की लंबी फौज उनका इलाज कर रही थी, लेकिन बचाने में असफल रही। 21 अगस्त से अरुण जेटली की तबीयत काफी बिगड़ने लगी थी और उनकी हालत दिन ब दिन बिगड़ती जा रही थी। इन सबके बीच एम्स के कुछ डॉक्टर ने मीडिया से बातचीत में अरुण जेटली के आखिरी तीन दिन के बारे में बताया कि आखिरी में उनकी हालत कैसे हो गई थी।

जेटली के आखिरी तीन के बारे में डॉक्टर ने बताया

एम्स के वरिष्ठ डॉक्टर ने मीडिया से बातचीत में अरुण जेटली के आखिरी के दिन के हालचाल के बारे में बताते हुए कहा कि आखिरी के तीन दिन में उनकी हालत अचानक से बदल गई, जिसे बहुत मुश्किल से कंट्रोल किया जा रहा था। डॉक्टर ने कहा कि कभी उनकी दवाईयां काम कर रही थी, तो कभी उनकी सांसे उखड़ने लगी थी, जिसके बाद हमने हर संभव कोशिश किया। हमारी टीम ने दवाओं की डोज बढ़ाई, वेंटीलेटर से एक्मो पर ले गए, हार्ट पंप के अलावा फेफड़ों से संक्रमण को दूर किया, लेकिन शुक्रवार को उनके पेट में संक्रमण होने की बात पता चली।

8 घंटे बाद संक्रमण फैलने लगा- एम्स डॉक्टर

पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की हालत नाजुक, लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया

डॉक्टर ने आगे कहा कि शुक्रवार की शाम तक अरुण जेटली के पूरे शरीर में संक्रमण फैल गया था, जिसे ठीक करने के लिए हमारी 25 डॉक्टर की टीम काम कर रही थी, लेकिन एक वक्त के बाद हमे भी मालूम हो गया था कि अब हम उन्हें बचा नहीं पाएंगे, लेकिन हमने फिर भी अपनी कोशिश जारी रही और अफसोस कि हम कामयाब नहीं हो पाए। डॉक्टर ने कहा कि अरुण जेटली का एक एक अंग उनका साथ छोड़ रहा था, जिसमें पहले हार्ट, फिर फेफड़ें, किडनी भी सूजन की चपेट में होने के कारण डायलिसिस पर थी।

शनिवार की सुबह आया था हार्ट अटैक

शुक्रवार की रात भर की मेहनत के बाद सुबह डॉक्टर ने जेटली की सुधरती हालत पर खुशी जताई थी, लेकिन फिर सुबह 9 बजे उनकी हालत खराब होने लगी, जिससे एक बार फिर से डॉक्टरों के हाथ निराशा ही लगी। डॉक्टर ने कहा कि निधन से ठीक पहले उन्हें हार्ट अटैक आ गया था, जिसकी वजह से कवर नहीं हो पाया और वे हमेशा के लिए दुनिया को छोड़कर चले गए।

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