राजनीति

लगातार 2 लोकसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस को आयी अकल, कहा मोदी को हमेशा खलनायक बनाना बंद करे

पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने हाल ही में विपक्ष को चेताते हुए कहा कि हर वक़्त पीएम मोदी के कार्यों पर असहमति जताने और उन्हें देश के सामने खलनायक की तरह पेश करने से ओई भी लाभ नहीं होने वाला हैं. उन्होंने ये स्पष्ट किया कि यदि कांग्रेस और अन्य विपक्ष सत्ता में वापसी चाहते हैं तो उन्हें मोदी के 2014 से 2019 के बीच के काम को सराहना होगा. देश की जनता ने इसे समझा था जिसके चलते 30 प्रतिशत मतदाताओं ने उनकी दोबारा सरकार बनाने में मदद की. गौरतलब हैं कि 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को 37.4% जबकि सत्तारूढ़ NDA को 45 प्रतिशत मतदान हासिल हुए थे.

जयराम रमेश ने इस बात पर भी जोर दिया कि मोदी ऐसी भाषाशैली का इस्तेमाल करते हैं जो लोगो को जोड़ने का काम करती हैं. ऐसे में हम जब तक ये मान नहीं लेते कि उनके काम को जनता सराह रही हैं तब तक हम भी उनका मुकाबला नहीं कर सकते हैं. जयराम ने ये भी स्पष्ट किया कि वे यह सारी बातें मोदी की सराहना या तारीफ़ हेतु नहीं कर रहे हैं, वे बस इतना चाहते हैं कि राजनितिक वर्ग इस बात को स्वीकार करे कि वे शासन में कई ऐसी ख़ास चीजों के लेकर आए हैं जिसे पहले कोई नहीं लाया. इन्हें जनता ने पसंद किया हैं. आप सभी (राजनितिक वर्ग) इसे ‘शासन के अर्थशास्त्र’ के कॉन्टेक्स में ले.

इस दौरान जयराम रमेश ने मोदी सरकार की योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUJ) का उदहारण देते हुए उसे सही बताया हैं. उन्होंने बताया कि कैसे नरेंद्र मोदी ने इन्हें सफलतापूर्वक देश में लागू किया हैं. 2019 के रजनीतिक विमर्श के दौरान हम सभी ने इस योजना का मजाक उड़ाया था लेकिन ये इकलौती योजना जिसने करोड़ो महिलाओं को जोड़ा हैं. जयराम ने इस बात पर भी जोर दिया कि नरेंद्र मोदी की पकड़ जनता के बीच काफी मजबूत हैं. हमें इस बात से कुछ सीखना चाहिए.

जयराम ने आगे कहा कि हमें ये बात समझना होगी कि आखिर कैसे 2009 के आम चुनाव में राष्ट्रीय राजनीति में एक मामूली नेता आज देश का पीएम बन गया. उन्होंने तब से जितने भी चुनाव लड़ें सभी में जीत हासिल की. आप इस बात को समझे कि वो कैसे एक सम्मानीय नेता बने. मसलन हमने चुनावी अभियान के दौरान कई किसानो से बातचीत की, उनके संकट को भी माना लेकिन इस स्थिति के लिए मोदी को जिम्मेदार नहीं ठहराया. फिर चुनावी नतीजों में जो हुआ वो आप सभी जानते ही हैं. कुल मिलकर जयराम रमेश का यही कहना था कि विपक्ष के नेता मोदी को खलनायक बनाना बंद करे और उनके अच्छे कामो से खुद भी कुछ सिख ले. क्योंकि सत्ता में वापस लौटने का यही एक रास्ता हैं.

सिंघवी के मुताबिक, ‘‘मैंने हमेशा कहा कि मोदी को खलनायक की तरह पेश किया जाना गलत है। वे देश के प्रधानमंत्री हैं। विपक्ष सिर्फ उनके विरोध का रास्ता अख्तियार किए हुए है। इससे सही मायने में प्रधानमंत्री को ही फायदा हो रहा है।

शशि थरूर ने भी किया समर्थन

जयराम रमेश के इस बयान के बद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने भी इसका समर्थन किया. उन्होंने एक ट्वीट कर बताया कि मैं पिछले 6 वर्षों से अपनी पार्टी के नेता को यही कह रहा हूँ कि यदि मोदी सरकार कोई अच्छा काम करती हैं तो उसे स्वीकार करे, उनकी आलोचना तभी करे जब वे कोई गलत काम करती हैं. तभी उसकी विश्वसनीयता रहेगी. मुझे उम्मीद हैं कि विपक्ष के अन्य नेता भी इस राय पर सहमती जताएंगे.

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