दिलचस्प

फेसबुक पर हुआ दो लड़कियों को आपस में प्यार, शादी करने घर से भागी और फिर..

कहते हैं प्यार कभी भी, कहीं भी और किसी के साथ भी हो सकता हैं. जब ये होता हैं तो सामने वाले का रंग रूप, जात धर्म या उम्र इत्यादि नहीं देखी जाती हैं. अब एक लड़का और लड़की के बीच का प्यार तो काफी फेमस हैं. इसे फिर भी समाज के लोग हजम कर जाते हैं. लेकिन जब बात एक ही जेंडर में प्यार या शादी की आती हैं तो इसे आज भी कई लोग गलत और विचित्र मानते हैं. जरा सोचिए आपके घर की बेटी किसी से शादी करने के लिए भाग जाती हैं. फिर आपको पता चलता हैं कि वो जिस से शादी करने भागी थी वो लड़का नहीं बल्कि एक दूसरी लड़की हैं. मतलब उसे लड़की से प्यार हो गया हैं और अब वो उसी के साथ शादी करना चाहती हैं. जाहिर से बात हैं ये जान हर किसी को झटका लगेगा. भारत में ऐसे बहुत ही कम लोग होंगे जो इस बात को समझेंगे और अपनी बेटी की चॉइस का सपोर्ट करेंगे.

बस यही वजह या फिर कहे डर होता हैं जो बच्चों को घर से भागने पर मजबूर करता हैं. उन्हें मालूम हैं कि उनकी चॉइस को परिवार और समाज पसंद नहीं करेगा. ऐसा ही कुछ हरियाणा के सिरसा में भी देखने को मिला हैं. यहाँ दो नाबालिग लड़कियों की फेसबुक पर मुलाकात हुई. जल्द ये अच्छे दोस्त बन गए और एक दुसरे के करीब भी आ गए. इसके बाद दोनों में प्यार भी हो गया. साथ जीने मरने की कसम भी खा ली. अब दोनों ने मन बना लिया कि शादी करना हैं. पर परिवार और समाज के डर से ये घर छोड़ भाग गए और स्कूटी पर सवार होकर फ़तेहबाद आ पहुंचे. यहाँ इन दोनों का एक दुसरे से शादी करने का प्लान था.

उधर दोनों लड़कियों के परिजन इस बात से परेशान हो गए कि उनकी बेटी कहाँ गायब हो गई. जब पुलिस में शिकायतक दर्ज हुई तो लड़कियों के मोबाइल फोन ट्रेस किये गए. इसकी लोकेशन फतेहबाद आई. फिर पुलिस ने जैसे तैसे दोनों लड़कियों को ढूंढ निकला. इसके बाद उन्हें कीर्ति नगर चौकी पुलिस बाल कल्याण समिति ले गई. यहाँ इन दोनों लड़कियों को काउंसिलिंग दी गई. इस दौरान दोनों ही बालिकाएं एक दुसरे के साथ जिंदगी बिताने की बात पर अड़ी रही. हालाँकि काउंसिंलिंग वालो ने उन्हें जैसे तैसे समझाया और परिजनों के पास भेज दिया.

समलैंगिक शादी को आज भी भारत में स्वीकार नहीं किया जाता हैं. इस तरह के प्रेम प्रसंग लोगो के गले नहीं उतारते हैं. हालाँकि इसका सपोर्ट करने वालो का कहना हैं कि ये उनकी लाइफ, उनकी मर्जी हैं. इसमें दूसरों को दखल अंदाजी नहीं देना चाहिए. उन्हें अपनी मर्जी के जीवनसाथी के साथ जिंदगी बिताने का पूरा हक़ हैं. वैसे इस बारे में आपका क्या कहना हैं? यदि दो लड़कियां या फिर दो लड़के आपस में एक ही जेंडर के व्यक्ति से प्यार या शादी करते हैं तो उसमे कुछ गलत हैं? क्या परिवार और समाज को इनका विरोध करना चाहिए या सपोर्ट करना चाहिए. अपनी राय कमेंट सेक्शन में जरूर दे.

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