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भरी संसद में PM मोदी ने थपथपाई अमित शाह की पीठ, तो मुड़ मुड़कर मुस्कुराते हुए देखते रह गए सांसद

केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने और धारा 370 को खत्म करने में कामयाब रही, जिसके बाद संसद में सभी सदस्य एक दूसरे को बधाई देते हुए नज़र आए। जी हां, सोमवार को सबसे पहले अमित शाह ने राज्यसभा में धारा 370 को हटाने का संकल्प पत्र रखा तो विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया, लेकिन उसके बाद शाम साढ़े बजे राज्यसभा में वोटिंग हुई, तो जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छीन लिया गया और केंद्र सरकार के नाम एक और कामयाबी दर्ज हो गई। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?

सोमवार की देर शाम को राज्यसभा में जम्मू कश्मीर पुनर्गठन बिल पारित किया गया, जिसके पक्ष में 125 सांसदों ने वोटिंग की, तो वहीं विपक्ष में 61 सांसदों ने वोटिंग की। राज्यसभा में बिल सफलतापूर्वक पारित हुआ, तो सभी सांसद एक दूसरे को बधाई देने लगे। इसी सिलसिले में पीएम मोदी और अमित शाह के बीच का दृश्य सोशल मीडिया पर ट्रेंड होने लगा। दरअसल, गृहमंत्री अमित शाह के कामकाज से प्रभावित होकर पीएम मोदी उन्हें बधाई देने से खुद को रोक नहीं पाए और फिर उन्हें भरी संसद में ही बधाई दे डाली।

पीएम मोदी ने थपथपाई अमित शाह की पीठ

राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और विशेष राज्य का दर्जा छीने जाने के बाद जब सभी सांसद एक दूसरे को बधाई दे रहे थे, तभी पीएम मोदी और अमित शाह का आमना सामना हुआ। इस दौरान अमित शाह ने झुककर पीएम मोदी का अभिवादन किया, तो प्रधानमंत्री ने उनकी पीठ थपथपाते हुए बधाई दी। ये पूरा वाकया भरी संसद में हो रहा था, तो सभी सदस्य और यहां तक वैंकेया नायडू भी मुड़मुड़कर पीएम मोदी और अमित शाह को देखने लगे। उस समय सभी का चेहरा पीएम मोदी और अमित शाह की तरफ ही था।

धारा 370 के खत्म होते ही खुशी से झूम उठा संसद

बताते चलें कि जैसे ही सोमवार की देर शाम को राज्यसभा में बिल पारित हुआ, वैसे ही संसद में सत्तापक्ष के बेंच पर बैठे सभी सदस्य खुशी से झूम उठे और एक दूसरे को बधाई देने लगे। बता दें कि इस पूरे प्रकरण में अमित शाह को काफी ज्यादा श्रेया जाता है, क्योंकि वे जिस दिन से गृहमंत्री की कुर्सी पर बैठे हैं, उसी दिन से मिशन कश्मीर पर लग गए और इसी वजह से आज सोशल मीडिया पर उनकी खूब तारीफ हो रही हैं। इतना ही नहीं, पीएम मोदी और अमित शाह की जोड़ी की भी सोशल मीडिया पर खूब तारीफ हो रही है।

राज्यसभा में आसानी से पास हुआ बिल

जिस तरह से प्रस्ताव रखने पर राज्यसभा में जमकर विरोध हुआ, उसके बाद इस बिल के पारित होने पर थोड़ी शंका ज़रूर हुई थी, लेकिन उसके बाद अमित शाह की नीति की वजह से यह बिल आसानी से पास हो गया। बता दें कि इस बिल के पक्ष में 125 सांसदों ने वोटिंग की थी, तो वहीं 61 सांसदों ने विपक्ष में वोट डाला था, लेकिन कुल मिलाकर अब जम्मू-कश्मीर को एक केंद्रशासित प्रदेश बना दिया गया और उससे लद्दाख को भी अलग कर दिया।

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