अध्यात्म

हरियाली तीज 2019 शुभ मुहूर्त : जानिये कब और कैसे करें हरियाली तीज पूजन और पूजा विधि

हर साल सावन महीने के दौरान हरियाली अमावस्या आती है। हरियाली अमावस्या को पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। हरियाली अमावस्या के दिन पेड़ों की पूजा करने की विशेष प्रथा है। हिंदू धर्म के अनुसार इस दिन पेड़ों की पूजा करने से भगवान का आशीर्वाद हासिल होता है। क्योंकि शास्त्रों के मुताबिक पेड़ों पर भगवानों का वास होता है। हरियाली अमावस्या को किसानों द्वारा खूब मनाया जाता है और किसान इस दिन वृक्षारोपण भी करते हैं।

हरियाली अमावस्या 2019

इस साल हरियाली अमावस्या 1 अगस्त के दिन आ रही है। इस दिन सभी लोग वृक्ष की पूजा करते हैं और पवित्र पेड़ों पर जल चढ़ाते हैं। इस दिन पीपल और तुलसी के पेड़ की पूजा जरूर की जाती है। वहीं हरियाली अमावस्या  के 3 दिन बाद हरियाली तीज का पर्व भी आता है।

क्या किया जाता है हरियाली अमावस्या पर

  • सावन के महीने में आने वाली अमावस्या को हरियाली अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस अमावस्या के दिन पौधे लगाने और पेड़ों की पूजा करना शुभ होते हैं।
  • हरियाली अमावस्या के दिन  किसान अपने खेतों में जाकर पूजा करते हैं। ताकि उनके खेतों में फसल अच्छी हो सके। पूजा के अलावा किसान अपने घर के आसपास पेड़ भी लगाते हैं।
  • इस दिन पीपल, तुलसी और आंवले के पेड़ की पूजा करना भी शुभ होता है। हमारे धार्मिक ग्रंथों के अनुसार पेड़-पौधों पर ईश्वर का वास होता है। पीपल के पेड़ पर त्रिदेवों जबकि आंवले के पेड़ पर भगवान श्री लक्ष्मीनारायण का वास माना गया है। इसलिए इन पेड़ों की पूजा इस दिन जरूर की जाती है।
  • हरियाली अमावस्या को उत्तर भारत के राज्यों खासकर उत्तर प्रदेश में खूब मनाया जाता है और इस दिन इस राज्य के मथुरा और वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर और द्वारकाधिश मंदिर में विशेष पूजा की जाती है। पूजा के अलावा कई कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है। इसके अलावा इस दिन भगवान शिव की पूजा भी जरूर की जाती है और भगवान शिव को जल अर्पित किया जाता है।

इस तरह से करें पेड़ों की पूजा

  • हरियाली अमावस्या के दिन आप सुबह उठकर स्नान करें। इसके बाद तुलसी, पीपल या आंवले के पेड़ की पूजा करें।
  • तुलसी के पौधे की पूजा करते समय, आप सबसे पहले तुलसी पर जल अर्पित करें। जल अर्पित करने के बाद देसी घी का दीपक जलाएं और तुलसी मां को चुन्नी अर्पित करें। इसके बाद आप तुलसी मां की आरती करें। याद रहे की आप इस दिन तुलसी का पत्ता भूलकर भी ना तोड़ें।
  • पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं। जल चढ़ाने के बाद इस पेड़ की परिक्रमा लें और इस पेड़ को लाल धागा बांध दें। इसके बाद आप इस पेड़ के सामने एक घी का दीपक जला दें। पीपल के पेड़ की तरह ही आप आंवले के पेड़ की पूजा भी इस दिन करें।
  • आप इस दिन घर में नया तुलसी का पौधा  या फिर पीपल का पेड़ भी किसी स्थान पर लगा सकते हैं। इस दिन पेड़ लगाना शुभ होता है।
  • आप इसी तरह से शाम के समय भी इन पौधों की पूजा करें।

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