अध्यात्म

इस मंदिर के फर्श पर लेटने से गर्भवती हो जाती हैं महिलाएं

संतान प्राप्ति का सुख हर महिला भोगना चाहती हैं. माँ बनने की अनुभूति दुनियां का सबसे प्यारा एहसास होता हैं. हालंकि ये सुख हर महिला की किस्मत में नहीं होता हैं. कुछ औरतें ऐसी भी होती हैं जिन्हें लाख कोशिशों के बावजूद संतान प्राप्ति नहीं हो पाती हैं. अस्पताल के कई चक्कर लगा लेने के बाद भी जब कोई सफलता नहीं मिलती हैं तो अंतिम उम्मीद ईश्वर से ही रह जाती हैं. जब भी हम उम्मीद खोने लगते हैं तो भगवान ही हमें याद आते हैं. फिर हम सोचने लगते हैं कि काश अब कोई चमत्कार हो जाए और हमारी समस्यां का समाधान मिल जाए.

भारत देश आस्थों से जुड़ा देश हैं. यहां धर्म में लोगो का विश्वास बहुत गहरा हैं. शायद यही वजह हैं कि हमें देश के कोने कोने से तरह तरह की चमत्कारी घटनाओं की सुचना मिलती रहती हैं. देश में कई सारे मंदिर हैं और हर मंदिर की अपनी अलग कहानी हैं. भारत में आपको कई ऐसे मंदिर मिल जाएंगे जो अपनी किसी ख़ास चीज को लेकर फेमस हैं. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां के फर्श पर सोने मात्र से ही निसंतान महिलाओं को संतान सुख मिल जाता हैं. इस मंदिर के बारे में मान्यता हैं कि जो भी महिला इस मंदिर में संतान प्राप्ति के इरादे से आती हैं वो यदि मदिर में फर्श पर सो जाए तो गर्भवती कुछ समय बाद गर्भवती हो जाती हैं.

अब इसे आप चमत्कार माने या अंधविश्वास ये हम आपके ऊपर ही छोड़ देते हैं. हालाँकि इस मंदिर में आने वाली कई महिलाओं ने ये भी दावा किया हैं कि यहां फर्श पर लेटने के बाद उन्हें आगे चलकर संतान सुख मिला हैं. अब इतनी तारीफ़ सुनने के बाद यक़ीनन आप भी इस मंदिर का नाम और स्थान जानना चाहेंगे. तो चलिए ये राज भी जल्दी उजागर कर देते हैं.

दरअसल हम जिस चमत्कारी मंदिर की बात कर रहे हैं वो हिमाचल में स्‍थित सिमसा माता का मंदिर का मंदिर हैं. ये मंदिर हिमाचल के सिमसा गाँव में स्थिति हैं. हर साल यहां सैकड़ो महिलाएं आती हैं और मंदिर के फर्श पर सो जाती हैं. इस उम्मीद में कि उनकी झोली भी माता रानी संतान सुख से भर देगी. यही वजह हैं कि कुछ लोग इस मंदिर को संतान-दात्री के नाम से भी जानते हैं.

इस मंदिर में दर्शन के लिए दूर दूर से लोग आते हैं. खासकर नवरात्री के दिनों में तो यहां गज़ब की भीड़ रहती हैं. जब भी महिलाएं डॉक्टरो के चक्कर लगा लगा कर थक जाती हैं और उन्हें उम्मीद की कोई किरण नहीं दिखाई देती तो वो माता रानी की शरण में यहां आ जाती हैं. हालाँकि इस मंदिर की मान्यता के दावे की कोई वैज्ञानिक पुष्टि नहीं हुई हैं. लेकिन फिर भी ये भक्तों की आस्था का सवाल हैं. वैसे भी दुनियां में कई सारी चीजें लक पर ही निर्भर करती हैं. ऐसे में क्या पता यहां आते ही महिला का भाग्य चमक जाए और उसे सच में संतान की प्राप्ति हो जाए.

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