अध्यात्म

समस्या के अनुसार करें रुद्राक्ष का धारण, जानें किस रुद्राक्ष को धारण करने से मिलता है कौन सा लाभ

रुद्राक्ष शिव भगवान का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि रुद्राक्ष में शिव का वास होता है। रुद्राक्ष बेहद ही पवित्र होता है और इसे धारण करने से कई रोग तुंरत सही हो जाते हैं। साथ में ही भगवान शिव की कृपा भी बन जाती है। कई लोग रुद्राक्ष की माला से जाप भी करते हैं। रुद्राक्ष कई प्रकार के होते हैं। कुछ रुद्राक्ष एकमुखी होते हैं, तो कुछ दोमुखी। हर रुद्राक्ष को धारण करने से अलग -लग लाभ जुड़े होते हैं। जो कि इस प्रकार हैं-

14 प्रकार के होते हैं रुद्राक्ष , पढ़ें इनसे जुड़ी जानकारी –

एकमुखी रुद्राक्ष – इस रुद्राक्ष को पहनने से पापों से मुक्ति मिल जाती है। इतना ही नहीं एकमुखी रुद्राक्ष की माला धारण करने से भय भी दूर हो जाता हैं। शिव के अलावा इस रुद्राक्ष को सूर्य से भी जोड़कर देखा जाता है और इसे धारण करने से सूर्य देवता का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।

दोमुखी रुद्राक्ष – दोमुखी रुद्राक्ष को अर्द्धनारीश्वर का रूप जाता है। इसे धारण करने से मन को शांति प्राप्त होती है और कई तरह के रोग जैसे आंख से जुड़े रोग, किडनी की बीमारी दूर हो जाती हैं। इस रुद्राक्ष का देवता चंद्र ग्रह होता है।

तीनमुखी रुद्राक्ष –  मंगल इस रुद्राक्ष का देवता होता हैं और इस रुद्राक्ष को पूजा घर में रखने से घर का वास्तुदोष सही हो जाता है। जबकि इसे धारण करने से  आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।

चारमुखी रुद्राक्ष : इसका ग्रह बुध देवता हैं और इसे धारण करने से नाक, कान, दमा और आदि रोग में निजात मिल जाती है।

पंचमुखी रुद्राक्ष : इसका ग्रह बृहस्पति होता है और इसे धारण करने धन में वृद्धि होती है। जबकि डायबिटीज, मोटापा, पीलिया आदि रोग एकदम से दूर हो जाते हैं।

छहमुखी रुद्राक्ष : छहमुखी रुद्राक्ष को धारण करने से पथरी एवं किडनी की समस्याओं से राहत मिल जाती है। छहमुखी रुद्राक्ष का देवता शुक्र हैं।

सातमुखी रुद्राक्ष : इसके ग्रह शनि देव हैं और इस रुद्राक्ष को धारण करने से दिल के रोग, हड्डी रोग, अस्थमा, कमजोरी आदि तरह की परेशानी से राहत मिल जाती है।

आठमुखी रुद्राक्ष : इसमें कार्तिकेय गणेश, अष्टमातृका, अष्ट बसु हैं। इसके ग्रह राहु हैं। अशांति, सर्पभय, चर्म रोग, गुप्त रोग आदि में धारण किया जाता है।

नौमुखी रुद्राक्ष : नौमुखी रुद्राक्ष  का ग्रह केतु है और जिन लोगों को आंखों के रोग, संतान नहीं है या फिर फेफड़े से जुड़ी परेशानी है वो लोग इसको जरूर धारण करें।

दसमुखी रुद्राक्ष : दस मुखी रुद्राक्ष के देवता सभी ग्रह होते हैं और इस रुद्राक्ष को घर के मंदिर में रखने से या फिर इसे धारण करने से नवग्रह शांति रहते हैं और घर में शांति बनी रहती है।

ग्यारहमुखी रुद्राक्ष : ग्यारहमुखी रुद्राक्ष को धारण करने से सभी ग्रह खुश हो जाते हैं। इसे धारण करने से कई प्रकार के रोगों से निजात भी मिल जाती है।

बारहमुखी रुद्राक्ष : इस रुद्राक्ष के देवता सूर्य हैं और इसे धारण करने से ऐश्वर्य में वृद्धि प्राप्त होती है। सिरदर्द, बुखार और हृदय के रोगियों के लिए ये रुद्राक्ष काफी लाभकारी साबित होता है।

तेरहमुखी रुद्राक्ष : गर्भ संबंधी रोग, किडनी, लिवर और दिल संबंधी रोग इस रुद्राक्ष  को धारण करने से सही हो जाते हैं।

चौदहमुखी रुद्राक्ष : इसके देवता हनुमानजी होते हैं और इसे धारण करने से  भूत-प्रेत दूर रहते हैं।

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