बॉलीवुड

तलाक के बावजूद पूर्व पत्नी मलाईका से संबंध रखते हैं अरबाज़ खान, बोले ‘हमारे बीच अभी भी..’

वो दिन गए जब तलाक के बाद पति पत्नी एक दुसरे की शक्ल भी देखना पसंद नहीं करते थे. आज के जमाने में लोग मैच्योर हो गए हैं और डिवोर्स होने के बावजूद अपने मन में कोई खटास नहीं रखते हैं. ऐसा ही कुछ रिश्ता मलाईका अरोड़ा और अरबाज़ खान का भी हैं. 18 साल की शादी के बाद जब ये दोनों अलग हुए थे तो मीडिया में इनका खूब नाम उछला था. हालाँकि दिलचस्प बात ये रही कि इन दोनों ही कपल्स ने तलाक के बाद अपने लिए के नया साथी चुन लिया. जहां मलाईका अर्जुन कपूर के साथ रिलेशन में आ गई तो वहीं अरबाज़ ने Giorgia Andrian को अपनी गर्लफ्रेंड बना लिया. लेकिन इतना सब हो जाने के बाद भी दोनों एक दुसरे के साथ अच्छे संबंध रखते हैं.

इस बात का खुलासा खुद अरबाज़ ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में किया. इस दौरान उन्होंने अपने परिवार और पूर्व पत्नी मलाईका के बारे में बात की. उन्होंने कहा “हम दोनों कई साल साथ में रहे, कई यादें बनी. सबसे बड़ी बात हमें पेरेंट्स बनने का सौभाग्य मिला. बच्चों के सुख की वजह से ही आज हम दोनों के बीच वो सम्मान बचा हुआ हैं. कुछ तो था जो हमारे बीच जम नहीं सका. इसलिए हम दोनों अलग हो गए. हालाँकि इसका ये मतलब नहीं हैं कि हम एक दुसरे से नफरत करते हैं. हम दोनों ही मेच्योर हैं जो एक दुसरे की भावना और रिस्पेक्ट का सम्मान करते हैं.”

अरबाज़ ने आगे कहा “मेरे मलाईका के साथ उसके घर वालो से भी अच्छे संबंध हैं. हम दोनों बस शान्ति दिमाग के साथ एक छत के नीच एक साथ नहीं रह पा रहे थे. इसलिए हमने अलग होने का निर्णय लिया. हमारे बीच अभी भी अच्छे संबंध हैं और इसकी वजह हमारा बेटा हैं.”

अरबाज़ अपने बेटे अरहान के बारे में बताते हैं “वो बहुत ही अच्छा बेटा हैं. उसने जिस तरह से इस तलाक वाली सिचुएशन को हैंडल किया वो सचे में काबिलेतारीफ था. कई बार इस संवेदनशील उम्र में बच्चे तलाक के कारण पीड़ित होते हैं. हालाँकि अरहान एक पॉजिटिव सोच वाला बच्चा हैं. वो पढ़ाई में अव्वल हैं, स्पोर्ट्स अच्छा खेलता हैं और म्यूजिक में भी उसकी रूचि हैं. उसके पास अच्छे दोस्त हैं, अच्छी आदतें हैं. मुझे उस पर गर्व हैं.”

कुछ सप्ताह पहले मलाईका ने भी एक इंटरव्यू में अरबाज़ और बेटे अरहान के बारे में बात की थी. उन्होंने कहा था “अरबाज़ और मैं भले ही शांति से अलग हुए हो लेकिन हमें अपने बेटे की भावनाओं और जरूरतों का भी ख्याल रखना था. जब हम अलग हुए थे तो मैं बहुत ही कमजोर महसूस कर रही थी, हालाँकि मैं एक कमजोर इंसान हूँ नहीं. मुझे नहीं पता था कि मैं किस दिशा में जाना चाहती हूँ. मैं बस चाहती थी कि मेरे बेटे को एक अच्छा और स्थिर वातावरण मिले. यहां तक कि आज भी वो मेरी लाइफ की पहली प्राथमिकता होता हैं. हालाँकि समय के साथ अब सब कुछ बेहतर हो गया हैं और इसका सारा श्रेय मेरे बेटे की समझदारी को जाता हैं.

Back to top button