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भारत की हार पर हरभजन सिंह का बड़ा बयान, कहा- ‘रोहित-कोहली नहीं, बल्कि ये खिलाड़ी है ज़िम्मेदार’

विश्व कप में तीसरी बार चैंपियन बनने का ख्वाब लिए इंग्लैंड पहुँची भारतीय टीम का सफर बुधवार को समाप्त हो गया। जी हां, न्यूज़ीलैंड के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में भारत को 18 रनों से हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम करने का सपना भी चकनाचूर हो गया। इतना ही नहीं, हार के बाद भारतीय टीम की आलोचना की जा रही है, लेकिन जडेजा और धोनी की जमकर तारीफ हो रही है। इसी कड़ी में भारत के पूर्व गेंदबाज हरभजन सिंह ने बड़ा बयान दिया है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?

सेमीफाइनल में भारत की हार की समीक्षा कई दिग्गज कर रहे हैं, जिसमें हरभजन सिंह का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। मैच के बाद हरभजन सिंह ने मीडिया से बातचीत में भारत की हार की कई बड़ी वजह पर चर्चा की, जिसमें उन्होंने एक ऐसी खिलाड़ी को दोषी ठहराया, जिस पर किसी की नज़र नहीं गयी।दरअसल, भारतीय टीम की हार की वजह से टॉप आर्डर को ठहराया जा रहा है, लेकिन भज्जी ने इस पर एक नया ही नज़रिया दिया है और हार के कारणों की चर्चा की है।

ये खिलाड़ी है हार का जिम्मेदार

भारत की हार बात करते हुए भज्जी ने कहा कि यूं तो हार के लिए पूरी टीम ही ज़िम्मेदार होती है, लेकिन मीडिल ऑर्डर ने एक बार फिर से निराश किया। हरभजन सिंह ने कहा कि दिनेश कार्तिक, ऋषभ और हार्दिक पांड्या अपनी ज़िम्मेदारी नहीं निभा पाए। हरभजन सिंह ने आगे कहा कि दिनेश और हार्दिक को थोड़ी टिकाऊ पारी खेलने की ज़रूरत थी, जिसके बदौलत भारत मैच जीत सकता था, लेकिन हुआ उल्टा। भज्जी ने कहा कि दिनेश कार्तिक को बड़ी ज़िम्मेदारी और भरोसे के साथ टीम में जगह मिली थी, जिसे निभाने में नाकाम रहे।

रोहित-कोहली नहीं जीता सकते हैं- हरभजन सिंह

भारत की हार की समीक्षा करते हुए हरभजन सिंह ने कहा कि रोहित और कोहली हर मैच को नहीं जीता सकते हैं, जिसकी वजह से मीडिल ऑर्डर को भी जिम्मेदारी से खेलना चाहिए। हरभजन ने आगे कहा कि हर मैच में रोहित और कोहली नहीं चल सकते हैं, इसलिए मीडिल आर्डर ही इस हार के लिए ज़िम्मेदार है, क्योंकि उनके पास बेहतरीन मौका था कि वे अच्छा प्रदर्शन करके भारत को जीता देते लेकिन एक बड़ी ज़िम्मेदारी निभाने में चूक गए।

शिखर धवन की कमी खली- हरभजन सिंह

हरभजन सिंह ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि अगर सेमीफाइनल में शिखर धवन खेल रहे होते, तो इस तरह से टॉप ऑर्डर नहीं बिखरता।ऐसे में भारत के वर्ल्ड कप पर उसी दिन संकट के बादल छा गए थे, जिस दिन गब्बर चोटिल हुए थे, क्योंकि शिखर अनुभवी हैं और वे प्रेशर को झेलना जानते हैं और अच्छा खेलते भी हैं, लेकिन वे सेमीफाइनल नहीं खेल पाए, जिसका मलाल टीम इंडिया को अगले वर्ल्ड कप तक रहेगा। बता दें कि शिखर धवन को वर्ल्ड कप के दौरान ही चोट लग गयी थी, जिसकी वजह से उनकी जगह राहुल को ओपेनिंग पर खिलाया गया।

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