अध्यात्म

इस बार श्रावण में बन रहे हैं बहुत ही शुभ संयोग, भगवान् को प्रसन्न करने के लिए अपनाये ये उपाय

श्रावण यानी सावन का महीना 17 जुलाई से शुरू हो रहा है और इस दौरान शिव जी की पूजा करने से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस बार श्रावण का महीना काफी खासा होना वाला है। क्योंकि इस बार इस महीने में कई शुभ संयोग बन रहे हैं। वहीं सावन के महीने में किस तरह से शिव जी की पूजा की जाती है इसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।

बन रहे हैं ये शुभ संयोग

  • श्रावण के महीने में कुल चार सोमवार होते हैं और इस बार इन चार सोमवार में से तीन सोमावर को त्रियोग का संयोग बन रहा है। त्रियोग योग को काफी शुभ माना जाता है और इस दौरान अगर सच्चे मन से भगवान की पूजा की जाए तो मन चाही इच्छा पूरी हो जाती है।
  • नागपंचमी का पर्व इस बार सोमवार के दिन आ रहा है, जिसके चलते इस वर्ष आने वाली नागपंचमी काफी विशेष होने वाली है।
  • इस बार एक अगस्त को हरियाली अमावस्या आ रही है और हरियाली अमावस्या पर पंच महायोग का संयोग बन रहा है। ये संयोग 125 साल के बाद आ रहा है। पंच महायोग में मां पार्वती और शिव जी की पूजा एक साथ करने से अच्छा जीवन साथी मिलता है।

इस तरह से करें शिव की पूजा

श्रावण मास में शिव की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। इसलिए आप श्रावण मास के दौरान अच्छे से शिव जी की पूजा करें और हो सके तो  सावन के दौरान हर रोज मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करें और पूजा करते समय पूजा से जुड़े इन नियमों का पालन करें-

दूध जरूर चढ़ाएं

शिव जी को प्रसन्न करना बेहद ही आसान है और शिव जी को दूध चढ़ाकर खुश किया जा सकता है। आप शिवलिंग पर पहले जल चढ़ाएं और उसके बाद शिव भगवान का नाम लेते हुए उनपर दूध अर्पित कर दें। ऐसा करने से शिव भगवान प्रसन्न हो जाएंगे। दूध के अलावा बेलपत्र भी शिवलिंग पर चढ़ाना शुभ होता है।

पार्वती मां की भी करें पूजा

शिवलिंग की पूजा करने के साथ-साथ आप पार्वती मां की भी पूजा करें और मां को लाल रंग के वस्त्र भी चढ़ाएं। ऐसा करने से आपकी शादी जल्द ही हो जाएगी।

ना चढ़ाएं दूर्वा घास

 

हर प्रकार की पूजा में दूर्वा की घास का प्रयोग जरूर किया जाता है। दूर्वा की घास को बेहद ही शुभ माना जाता है। हालांकि आप जब भी शिवलिंग की पूजा करें तो शिवलिंग पर दूर्वा की घास ना चढ़ाएं। क्योंकि शिव जी को दूर्वा की घास चढ़ाना शुभ नहीं माना जाता है।

ये फूल चढ़ाना है निषेध

शिव जी की पूजा करते समय आप उन्हें कनेर, कमल, केतकी और केवड़े के फूल ना चढ़ाएं। ये फूल चढ़ाने से शिव भगवान नाराज हो जाते हैं। शिव भगवान को आप केवल सफेद रंग के फूलों ही चढ़ाएं। वहीं अगर आपके विवाह में रूकावट आ रही है तो आप उन्हें बेला का फूल अर्पित करें और जीवन से तनाव दूर करने के लिए आप शिवलिंग पर शेफालिका के फूल चढ़ाएं।

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