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गुरु-चेले की कहानी: बात करते समय हमेशा सोच समझकर ही शब्दों का चयन करें

एक राजा को एक दिन अजीब सा सपना आया। राजा ने अपने सपने में देखा की एक बहुत बड़ा पेड़ है और धीरे-धीरे इस पेड़ के सभी पत्ते गिर रहे हैं और अंत में इस पेड़ पर केवल एक ही पत्ता रहे जाता है। ये सपना राजा को काफी विचित्र लगा और सुबह राजा ने अपने इस सपने के बारे में मंत्री को बताया। मंत्री को सपने के बारे में बताते हुए राजा ने उससे पूछा, तुम्हें इस सपने का अर्थ पता है? मंत्री ने राजा से कहा, महाराज ये सपना तो काफी विचित्र है और मैंने पहली बार इस तरह के सपने के बारे में सुना है। मुझे तो इस सपने का अर्थ नहीं पता है। लेकिन आपकी आज्ञा हो तो में ज्योतिषी से इस सपने के अर्थ के बारे में पूछ लेता हूं ?

राजा ने मंत्री से कहा, एक काम करो तुम ज्योतिषी को राज महल में ले आओ। मैं खुद ज्योतिषी से इस सपने के अर्थ के बारे में पता करूंगा। मंत्री अपने राज्य के सबसे विद्वान ज्योतिषी को राजा के पास ले लाया। ये ज्योतिषी अपने एक चेला को भी अपने साथ लाया। राजा ने ज्योतिषी को अपने सपने के बारे में बताया। सपने के बारे में सुनते ही ज्योतिषी के चेले ने ज्योतिषी से कहा, गुरु जी मैं राजा को इस सपने के अर्थ के बारे में बता दूं। ज्योतिषी ने अपने चेले को आज्ञा दी और चेले ने राजा को सपने का अर्थ बताते हुए कहा, महाराज जो सपना आपको आया है। उस सपने का अर्थ है कि आपके परिवार के सभी लोगों की मौत आप से पहले होने वाली है और आखिर मैं आप ही जीवित रहने वाले हैं। आपको अपना जीवन अकेले ही काटना पड़ेगा। चेले की ये बात सुनकर राजा को गुस्सा आ गया और राजा ने उसे मौत की सजा दे दी। ज्योतिषी ने मामले को बिगड़ता देख फौरन महाराज से कहा, महाराज इस सपने का अर्थ है कि आपकी आयु काफी अधिक होने वाली है और आप लंबी उम्र तक जीने वाले हैं। अपनी लंबी आयु की बात सुनकर राजा खुश हो गया और राजा ने ज्योतिषी से कहा, आपकी बात सुनकर मुझे खुशी हुई है। इसलिए आप जो चाहते हैं मैं आपकी दूंगा। ज्योतिषी ने राजा से अपने चेले की सजा माफ करने को कहा। राजा ने ज्योतिषी की बात को मान लिया और उसके चेले की सजा को माफ कर दिया। इसके बाद ज्योतिषी अपने चेले के साथ अपने आश्रम चले गया।

आश्रम में जाकर ज्योतिषी ने अपने चेले को समझाते हुए कहा, हम दोनों की बातों का अर्थ एक ही था। लेकिन उस बात को कहनेे के लिए तुमने गलत शब्दों का प्रयोग किया। जिसकी वजह से राजा को गुस्सा आ गया। इसलिए इंसान को बात करते समय हमेशा सोच समझकर ही शब्दों का चयन करना चाहिए और हमेशा ऐसे शब्दों का प्रयोग करना चाहिए जो दूसरों को सुनने में अच्छे लगें। अपने गुरु की बात सुनकर चेले को समझ आ गया कि जीवन में कभी भी कठोर शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए और वार्ता में हमेशा मीठे शब्दों का ही इस्तेमाल करना चाहिए।

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