बेटी की शादी से ठीक एक दिन पहले माता-पिता ने लिए सात फेरे, 25 साल तक लिव इन में रहे
यूं तो आजकल लिव इन रिलेशनशिप में रहना काफी आम हो गया है, लेकिन ठीक 25 साल पहले यह बड़ी बात हुआ करती थी। जी हां, ठीक 25 साल पहले समाज से लड़ते हुए लिव इन रिलेशनशिप में रहे, लेकिन अब जाकर उन्हें शादी करनी पड़ी। इतना ही नहीं, दोनों अभी भी शादी सिर्फ मजबूरी में यानि अपनी बेटी के लिए करने के लिए राजी हुए। मतलब साफ है कि 25 साल के बाद अपनी बेटी के लिए अपने वसूलों को उन्हें बदलना पड़ा, लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए कहानी में कई तरह के ट्विस्ट देखने को मिला। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
मध्यप्रदेश के अशोकनगर में शुक्रवार को 55 साल के पिता ने बेटी का कन्यादान करने के लिए ठीक एक दिन पहले अपनी पार्टनर से शादी की। इस जोड़े का नाम परमाल सिंह लोधी और सुनीता बाई लोधी है। परमाल सिंह ने अपनी लिव इन पार्टनर से बेटी की शादी से ठीक पहले ही सात फेरे ले लिये, ताकि अपनी बेटी का कन्यादान कर सके। जी हां, बेटी का कन्यादान रीति रिवाज से कर सकें, इसीलिए इस जोड़े ने शादी करने का फैसला ले लिया।
बेटी का कन्यादान करने के लिए माता-पिता ने की शादी
मध्यप्रदेश के अशोकनगर के परमाल सिंह और सुनीता ने बेटी का कन्यादान करने के लिए पहले खुद शादी की, जिसके बाद अपनी का कन्यादान करेंगे। दरअसल, दोनों ही बिना शादी के ही लिव इन में रहते थे, जिसकी वजह से उनके पास चार बच्चे हैं। बेटी बड़ी है, तो वहीं बेटा छोटा है, लेकिन बेटी का कन्यादान करने के लिए माता पिता को शादी के बंधन में बंधना पड़ा, जिसकी वजह से 50 साल के परमाल ने 50 साल की सुनीता से शादी की।
बिना शादी नहीं कर सकते कन्यादान
जब बिना ब्याहे माता पिता ने बेटी का कन्यादान करना चाहा तो रिश्तेदारों और पंडित ने कहा कि यह धर्म के विरुध है, जिसकी वजह से दोनों ने पहले खुद शादी की। इस शादी में बच्चे बाराती बने तो वहीं कुछ रिश्तेदार भी शामिल हुए। उसके बाद दोनों ने ही अपनी बेटी का कन्यादान करने के लिए शादी रचाई। परमाल सिंह लोधी ने कहा कि पंडित ने कहा कि बच्ची की मां ने सात फेरे नहीं लिये हैं, जिसकी वजह से वे कन्यादान नहीं कर सकती हैं और इसीलिए उन्होंने शादी कर ली।
25 सालों के बाद रिलेशनशिप में रहने के बाद परमाल को अपनी शादी करने के लिए घोड़ी नहीं मिली, क्योंकि उन्होंने अचानक से ही शादी करने के फैसला लिया, जिसकी वजह से उन्हें साइकिल से बारात लेकर जाना पड़ा। इतना ही नहीं, परिवार के कुछ लोग ही बाराती बन कर गए। परमाल और सुनीता की शादी शुक्रवार को हुई और उनकी बेटी की शादी शनिवार को हुई। इस शादी में परमाल और सुनीता ने अपनी बेटी का कन्यादान करके काफी खुश हुए। परमाल और सुनीता के बच्चों ने अपने पैरेंटेस् की शादी में जमकर डांस किया।