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जलते मकान से नहीं निकल पाया अपंग पति तो बीवी ने भी साथ रुक दे दिए प्राण

हरियाणा के फरीदाबाद शहर में बीते दो दिनों में आग की चपेट में आकर जान चले जाने के दो किस्से सामने आए हैं. अभी हाल ही में शनिवार को यहाँ के एक प्राइवेट स्कूल में आग लग जाने की वजह से एक महिला और दो बच्चों की जान चली गई थी. ये मामला अभी थमा भी नहीं था कि अगले दिन यानी रविवार को यहाँ एक और हादसा हो गया जिसमे एक बुजुर्ग दंपत्ति आग की लपटों में समा गए. जानकारी के मुताबिक ये दूसरी घटना फरीदाबाद की गांधी कॉलोनी की हैं. सूत्रों की माने तो आग लगने का मुख्य कारण शोर्ट सर्किट होना बताया जा रहा हैं. ये आग एक तीन मंजिला इमारत में लगी थी.

ईमारत के ग्राउंड फ्लोर पर एक दूकान बनी हुई थी. बताया जा रहा हैं कि आग की शुरुआत यहीं से हुई. इसके बाद जैसे जैसे आग की लपटें बढ़ती चली गई वो बिजली के तारों से होती हुई ईमारत की उपरी मंजिलों पर भी जा पहुंची. इसी ईमारत की दूसरी मंजिल पर एक बुढ़ा पति पत्नी जा जोड़ा सो रहा था. ऐसे में जब उनकी आँखें खुली तो उन्होंने खुद को आग की लपटों के बीच पाया. इस दौरान उनकी बेटी तो जैसे तैसे अपनी जान बचाकर भाग निकली लेकिन दोनों दंपत्ति इस आग की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गए. पड़ोसियों के मुताबिक़ इस घर के मुखिया अपंग हैं. इस कारण वे आग लगने पर सीढ़ियों से नीचे नहीं उतर पाए. वे आग के बीच ही सीढ़ियों पर बैठ गए थे. अपने पति को इस हालत में देख उनकी बूढ़ी पत्नी ने भी भागने की बजाए अपने हस्बैंड के पास ही बैठने का निर्णय लिया. फिर देखते ही देखते आग की लपटों ने इन दोनों को ही जला दिया.

जले हुए इस दंपत्ति को आसपड़ोस के लोगो ने जैसे तैसे हॉस्पिटल पहुँचाया लेकिन दुर्भाग्यवश उनकी जान नहीं बच पाई. उधर पुलिस अधिकारीयों का कहना हैं कि इस घटना की जानकारी मिलते ही वो घटना स्थल पर जा पहुंचे थे. उनके साथ फायरब्रिगेड के लोग भी थे. उन्होंने वहां पहुँचते ही आग पर काबू पा लिया. फिर पुलिस झुलस चुके दंपत्ति को हॉस्पिटल भी ले गई लेकिन वहां पहुँचने के पहले ही दोनों ने दम तोड़ दिया था.

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि शनिवार को फरीदाबाद की डबुआ कॉलोनी के एक प्राइवेट स्कूल में भी शार्ट सर्किट होने की वजह से आग लगी थी. इस दुखद घटना में स्कूल की महिला संचालक और दो बच्चों की मृत्यु हो गई थी. इसके बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर ने तीन दिन के अंदर इस मामले की जाँच कर रिपोर्ट पेश करने के आदेश भी दिए थे लेकिन इसके दुसरे दिन ही गांधी नगर में दुबारा इस तरह की घटना हो गई.

यदि आप या आपके आसपास भी कोई व्यक्ति इस तरह की स्थिति में फंस जाए तो तुरंत वहां से बाहर निकलने की कोशिश करे. इस दौरान अपने दिमाग को एक्टिव रखे और हड़बड़ी में कोई ऐसी गलती भी ना करे जो आपकी जान पर बन आए. साथ ही आप से दूसरों की जो भी संभव मदद हो सके वो करने में पीछे नहीं हटे.

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