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करारी हार के बाद राहुल ने कहा- ‘गैर-गांधी को अध्यक्ष बनाए’, सीडब्ल्यूसी ने खारिज किया प्रस्ताव

लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी में इन दिनों हाई बोल्टेज का ड्रामा चल रहा है, जिसमें राहुल गांधी का इस्तीफा प्रमुख है। जी हां, चुनावी नतीज़े के बाद कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने हार की ज़िम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की थी, जिसे लंबे ड्रामे के बाद खारिज कर दिया। इतना ही नहीं, राहुल गांधी के इस्तीफे को लेकर कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग हुई, जिसमें कमाल का ड्रामा देखने को मिला, लेकिन नतीजा यही निकला की राहुल गांधी ही कांग्रेस अध्यक्ष बने रहेंगे। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?

लोकसभा चुनाव के नतीजें के बाद राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पीएम मोदी को बधाई दी थी और जनता के फैसले को स्वीकार किया था, जिसके बाद से ही उनके इस्तीफे की खबर सामने आ रही थी। हालांकि, कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश की खबर को बार बार खारिज करती गई, लेकिन बाद में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग में राहुल गांधी ने इस्तीफा देने की बात कही, जिसे अस्वीकार कर दिया गया। इस दौरान राहुल गांधी को तमाम कांग्रेसी नेताओं ने समझाने की कोशिश भी की।

आप सभी को नया अध्यक्ष चुन लेना चाहिए- राहुल गांधी

कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग में राहुल गांधी ने अपनी बात को रखते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते मैं हार की जिम्मेदारी लेता हूं और अपना इस्तीफा देता हूं। ऐसे में आप सभी को अब एक नया अध्यक्ष चुन लेना चाहिए, जोकि गांधी परिवार से इतर का हो। मतलब साफ है कि राहुल गांधी खुद नहीं चाहते हैं कि कांग्रेस का दूसरा अध्यक्ष कोई गांधी परिवार से मिले, इसीलिए उन्होंने अपने इस्तीफे की पेश की। राहुल द्वारा इस्तीफे की पेशकश को सभी ने सर्वसम्मति से खारिज कर दिया।

हार जीत तो होती रहती है, इस्तीफा मत दो- मनमोहन सिंह

राहुल गांधी ने जब इस्तीफे की पेशकश की तो मनमोहन सिंह ने समझाते हुए कहा कि लोकतंत्र में हार जीत होती रहती है, इस्तीफा मत दो। हालांकि, सोनिया गांधी ने कहा कि ये राहुल का फैसला है, उसमें वे कुछ भी नहीं कह सकती हैं। मतलब साफ है कि राहुल गांधी के इस्तीफे का ड्रामा पूरी तरह से मीडिया में छाया रहा और आखिरी में सामने आया कि राहुल गांधी ही कांग्रेस के अध्यक्ष बने रहेंगे और पार्टी बाद में हार के कारणों पर विचार विमर्श करेंगे।

पब्लिसिटी स्टंट था राहुल गांधी का इस्तीफा

लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी पब्लिसिटी पाने के लिए राहुल गांधी का इस्तीफा ड्रामा किया। राजनीतिक जानकारों की माने तो राहुल गांधी ने इस्तीफे की पेशकश इसीलिए की ताकि जनता के बीच यह संदेश जाए कि कांग्रेस पार्टी परिवारवाद से इतर भी किसी को अध्यक्ष बनाने को तैयार है, लेकिन पार्टी की वर्किंग कमेटी राहुल गांधी को ही अध्यक्ष के रुप में स्वीकार करती है। मतलब साफ है कि कांग्रेस परिवारवाद के इस कलंक खुद को दूर करने के लिए राहुल के इस्तीफे का ड्रामा किया।

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