राजनीति

इन मुद्दों की वजह से मोदी सरकार को मिली है जीत और विपक्ष को मिली हार, जानें वो 10 मुद्दे

न्यूज़ट्रेंड वेब डेस्क: लोकसभा चुनाव 2019 में भी एक बार फिर से एनडीए की सरकार ने पूर्ण बहुमत के साथ अपनी ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। बता दें कि जब से वोटों की गिनती शुरू हुई थी तभी से रूझानों के देखते हुए स्पष्ट हो गया था कि एक बार फिर से देश में मोदी लहर गूंजेगी। चुनाव के बाद आए तमाम एग्जिट पोलो में एनडीए की जीत का दावा किया जा चुका था और 23 मई को आने वाले रिजल्ट के बाद साफ हो गया कि देश की जनता ने एक बार फिर से मोदी को ही चुना है।

बता दें कि चुनावी जानकारों ने जहां इन चुनावों में कांग्रेस की हार के कारणों को बताया हैं, वहीं भाजपा पार्टी के उन मुद्दों को भी बताया है जिसकी वजह से एक बार फिर से मोदी सरकार सत्ता में वापसी कर पाई। देश की जनता ने एक बार फिर से मोदी को चुना है। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने भी जनता के बीच उन मुद्दों को रखा जिनकी वजह से देश की जनता ने उन पर भरोसा किया और सत्ता में वापसी दिलाई। और ये चुनावी इतिहास में पहली बार हुआ है जब भाजपा को इतनी सीटें मिली हों। तो चलिए आपको बताते हैं भाजपा पार्टी के वो मुद्दे जिन्होंनें भाजपा को जीत दिलाई।

1-राष्ट्रवाद

बता दें कि शुरू से कहा जा रहा है कि इस बार के चुनावों का बेस राष्ट्रवाद था। और भाजपा राष्ट्रवाद पर चलने वाली पार्टी है। वहीं विपक्षी दलों ने इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और बीजेपी पार्टी ने इसी मुद्दे को अपना एजेंडा बनाया। भाजपा पार्टी की बात करें तो नरेंद्र मोदी इस पार्टी के प्रखर वक्ता माने जाते हैं उन्होंने हमेशा अपने भाषणों और बयानों में राष्ट्रवाद के मुद्दों पर ही जोर जिया है। उन्होंने अपने भाषणों में राष्ट्रवाद को सर्वोच्च रखा। सिर्फ मोदी ही नहीं बल्कि भाजपा के हर नेता ने अपनी भाषणों में बयानों में राष्ट्रावाद को ही मुद्दा बनाया है।

2-राष्ट्रीय सुरक्षा

इसी के साथ राष्ट्र की सुरक्षा भी भाजपा पार्टी का एक अहम मुद्दा थी। बात चाहे आतंरिक सुरक्षा की हो या फिर बाहरी भाजपा पार्टी लोगों को ये बताने में सफल रही कि दोनों ही जगहों पर भारत को और सुरक्षित बनाया है। आतंकवाद और नक्सवाद को खत्म करने के लिए भाजपा की तरफ से की गई पहलों को उनको लगाम लगाने के का दावा किया। उनके मुताबिक ‘रेड कॉरिडोर’ को उन्होंने ग्रीन कॉरिडोर में बदलने का काम किया है।

3-आतंकवाद

आतंकवाद एक ऐसा नासूर है जो ना जाने कितने समय से भारत को अंदर ही अंदर धव्सत कर रहा है। और आतंकवाद का नाम आते ही सबसे पहले ख्याल आता है पाकिस्तान का। आतंकवाद के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए मोदी ने पाकिस्तान को भारत से जुड़े हर मोर्चे से अलग कर दिया, इसके साथ ही इस बात को भी साफ कर दिया कि इस मुद्दे पर वार्ता करके इसका हल नहीं निकाला जा सकता है। हालांकि पाकिस्तान अभी भी बाज नहीं आया, लेकिन मोदी ने हमेशा अपने भाषणों में इस बात का जिक्र किया कि यह मुद्दा सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि अन्य देशों में भी लाया जाएगा और उन्होंने ऐसा कर भी दिखाया।

4-हिंदुत्व

भाजपा पार्टी का एक अहम मुद्दा जिसमे उसको जीत दिलाई है वो है हिंदुत्व, जिसके लिए अन्य कोई भी पार्टी इतना अप्रोच नहीं करती हैं। बता दें कि अयोध्या मे राम मंदिर बनाने का मुद्दा हो या  यूनिफॉर्म सिविल कोड की बात इन मुद्दों पर भाजपा पार्टी हमेशा से डटी रही। वहीं  वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर और हाल में केदारनाथ-बदरीनाथ में विधिवत पूजा पाठ का उनका संस्कार यह दर्शाता है कि जिस मुद्दे को अन्य पार्टियां चुनावी सीजन में अख्तियार करती हैं, उस मुद्दे पर बीजेपी काफी आगे निकल चुकी है।

5-स्वच्छता अभियान

वहीं इस चुनाव में जो मुद्दा सबसे ज्यादा उठा वो था मोदी जी का स्वच्छता अभियान। प्रधानमंंत्री ने अपने हर भाषण में देश की स्वच्छता के मुद्दे को उठाया और लोगों से देश को स्वच्छ रखने की अपील भी की। वो जनता को ये बताने में सफल रहें कि देश में फैली गंदगी का असर सिर्फ हमारे ऊपर ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में भी इससे भारत की छवि धूमिल होती है। इसी अभियान के तहत खुले में शौच करने से लेकर घर-घर शौचालयों के निर्माण के लिए योजना लाएं।

6-आयुष्मान भारत योजना

बता दें कि आयुष्मान भारत योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थय सुरक्षा योजना है। गरीबों के लिए मुफ्त में इलाज और इलाज के लिए पैसा दिया जाना एक ऐसी योजना थी जिससे देश के ना जाने कितने ही लोग लाभांवित हो रहे हैं और आगे भी होते आएंगे।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड की राजधानी रांची में आयुष्मान भारत के तहत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) का शुभारंभ किया था। सरकार का दावा है कि आयुष्मान भारत दुनिया की पहली ऐसी योजना है, जिसके अंतर्गत 50 करोड़ से अधिक लोगों को पांच लाख रुपए तक का बीमा मिलेगा। मोदी की इस योजना की तारीफ देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक में हुई थी।

7-उज्ज्वला योजना

घर की महिलाओं को धुंए से दूर रखकर हर घर में मुफ्त एलपीजी कनेक्शन देने का प्रबंध इस योजना के चलते किया गया। जहां पहले महिलाओं को खाना बनाने के लिए लकड़ी, गोहर के उपले लेकर के धुंए में मशक्कत करनी पड़ती थी और काफी समय भी लगता था। लेकिन इस योजना के चलते हर गरीब के घर में गैस चूल्हा दिया गया।

8-भ्रष्टाचार

बता दें कि भाजपा ने हमेशा से भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात पर जोर दिया और इसे एक अहम मुद्दा बनाया। नरेंद्र मोदी हमेशा कहते रहे कि उनके किसी भी नेता या मंत्री पर रत्ती भर अनियमितता का आरोप नहीं लगा। वहीं कांग्रेस के शासनकाल में हुए भ्रष्टाचारों का जिक्र भी किया। जिसमें बोफोर्स, 2जी से लेकर कॉमनवेल्थ घोटाले तक की बात है। चुनाव प्रचार के अंत में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को ‘भ्रष्टाचारी नंबर-1’ तक कह दिया जिस पर काफी हंगामा हुआ।

वहीं मोदी के इस बात का जवाब देने के लिए कांग्रेस पार्टी ने राफेल मुद्दे को उठाया और मोदी को चौकीदार चोर है का तमगा दे डाला, लेकिन मोदी ने उनके इस तमगे को सुअवसर के तौर पर लिया और उन्होंने  इसके जवाब में ‘मैं भी हूं चौकीदार’ अभियान चलाया।

9- महागठबंधन

जहां विपक्षी पार्टियों ने मोदी को हराने के लिए महागठबंधन किया वहीं बीजेपी सरकार ने इस बात को भी एक मुद्दा बनाता हुए कहा कि मोदी को हराने के लिए आज वो विपक्षी पार्टियां एक हो रही हैं और वो नेता एक हो रहे हैं जो कभी एक-दूसरो को कोसते नहीं थकते थे, लेकिन मोदी के खौफ ने उनको एक कर दिया है। इसी के साथ वंशवाद का मुद्दा भी बीजेपी की जीत के लिए एक अहम कदम साबित हुआ।

10-सुशासन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुशासन का नारा दिया। 17 मई को खरगोन में प्रधानमंत्री ने कहा, मुझे प्रसन्नता है कि देश की जनता राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा, अंत्योदय के दर्शन और सुशासन के मंत्र को लेकर चल रही और बीजेपी के प्रति अपना विश्वास प्रकट कर रही है. आतंकवाद और नक्सलवाद को खत्म करने की प्रतिबद्धता को जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है। देश की भावना है कि आतंकियों को घर में घुसकर मारा जाए।

इसी के साथ प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे को अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन से जोड़ा और 25 दिसबंर को सुशासन दिवस मनाने की रवायत शुरू की। अब हर साल 25 दिसंबर को पूरे भारत में यह दिवस मनाया जाता है।

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