अध्यात्म

भीष्म पितामह ने बताया है यदि इन 5 लोगों से मित्रता की तो जीवन में कभी नहीं मिलेगी सफलता

महाभारत का युद्ध बहुत ही अद्भुत और भयंकर था जिसके परिणाम ने ना सिर्फ हजारों वंश का नाश कराया बल्कि इतिहास के पन्नों में भी एक अलग ही गाथा लिख दी गयी। हालांकि यह युद्ध कोई मामूली युद्ध नहीं था जिसमे जमीन या जायदाद या फिर सत्ता की लड़ाई लड़ी गयी थी ये लड़ाई थी सम्मान की मगर इसी सम्मान की लड़ाई में बहुत कुछ बदल दिया और इसकी वजह से तमाम ऐसी ऐसी बातें हो गयी जिसकी कभी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी और सबसे ज्यादा हैरान कर देने वाली बता तो ये थी की इस सम्मान और अहंकार के युद्ध में वो ज्ञानी लोग भी शामिल हुए जो खुद समस्त संसार के लिए एक मिसाल थे। आपने वो कहवात सुनी होगी जो शास्त्रों में काही गयी है “विनाश काले विपिरित बुद्धि” और ये बात हर युग में लागू होती है। खैर आज हम बात करने जा रहे हैं महाभारत युद्ध के सबसे ज्यादा शक्तिशाली और एक तरह से अमर योद्धा गंगा पुत्र भीष्म पितामह की जिनसे युद्ध करते वक़्त महान अर्जुन खुद भी काँप उठे थे क्योंकि लाख कोशिशों के बाद भी उनके पास कोई भी ऐसा अस्त्र नही था जिससे वो उन्हे पराजित कर सकें। मगर धर्म की रक्षा करते हुए उन्होने खुद इसका हल बताया और तब अर्जुन उनके युद्ध परकरम को रोक पाये थे।

बताते चलें की महाभारत के युद्ध के बाद जब युधिष्ठिर राजा बन गए तब वो वापिस से उसी कुरुक्षेत्र के मैदान में लौटे जहां पर ये भीषण महाभारत का युद्ध हुआ था और  बाणों कि मृत्युश्रेया में लेटे भीष्म पितामाह से कुछ शिक्षा भी ली और उस दौरान पितामह ने उन्हे कुछ बेहद ही महत्वपूर्ण बातें बताई और कहा की अगर जीवन में कभी भी सफल होना है तो भूल से भी इन 5 लोगों से मित्रता नहीं करना। आज हम आपको उन्ही लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं की की किस तरह के लोगों से आपको दूरी बनाये रखना चाहिए।

1. आलसी लोग

बता दें की आलस मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु होता है और ऐसा ना सिर्फ शास्त्रों में बल्कि हमारे बड़े बुजुर्ग भी कहा करते हैं की आलसी व्यक्ति अपने जीवन में किसी भी अवसर का उचित लाभ नहीं उठा पाता। यही वजह है की ना तो वह अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहता है और ना ही अपने कर्म के प्रति ऐसे में अगर आप भी इस तरह के लोगों की संगति में रहते हैं तो आपको भी सफलता कभी नहीं मिलेगी।

2. नास्तिक

जो लोग भगवान और धर्म के प्रति आस्था नहीं रखतें ऐसा व्यक्ति धर्म और शास्त्रों में विश्वास न होने कि वजह से अधर्मी और पापी हो जाता है। अक्सर ही ऐसा देखा जाता है की इस तरह के लोग आमतौर पर झूठ बोलते हैं और उनका स्वभाव भी सभी के प्रति काफी बुरा हो जाता है और इस तरह से वो खुद का जीवन तो नरक के सामान बना ही लेते हैं साथ ही साथ उनसे मित्रता रखता है वह भी इनके जैसा ही हो जाता है और अपने जीवन में हर सफलता से दूर होते चला जाता है।

3. क्रोध करने वाला

इसके अलावा आपको बता दें की जो भी व्यक्ति हर वक़्त और हद से ज्यादा क्रोध करने वाला होता है उसका व्यवहार दानव के सामान माना जाता है। आपको बता दें की क्रोध करने से मनुष्य अक्सर अपना ही नुकसान कर बैठता है और ऐसे में अगर आप इस तरह के लोगों के साथ रहते हैं तो निश्चित रूप से आपका भी नुकसान होना ही है। बेहतर होगा की ऐसे लोगों से दूरी बनाकर ही रखें।

4. जलन या द्वेष रखने वाला

ऐसा देखा गया है की जो व्यक्ति अपने मन में किसी भी बात के लिए जलन या द्वेष कि भावना रखता है निश्चित रूप से उसके मन में अक्सर ही चल कपात आदि की बातें चलती रहती है और आपको बता दें की अगर आप इस तरह के व्यक्ति की संगत में रहते हैं तो आपको भी इसका परिणाम भुगतना पड़ सकता है और आप ऐसे मेंकभी सफलता नही पा सकते हैं।

5. शराब पीने वाला

बता दें की नशा या मादक पदार्थों का सेवन करने वाला व्यक्ति कभी भी ना तो समाज में ना ही घर परिवार में अच्छा माना गया है, देखा गया है की इस तरह के व्यक्ति अक्सर ही अपनी सीमाओं को लांघ जाते हैं और खुद के साथ साथ अपने साथी की भी बदनामी कराते हैं। ऐसे में बेहतर होगा की अगर आप अपने जीवन मैं सफलता पाना चाहते हैं या फिर कुछ इज्जत कमाना चाहते हैं तो इस तरह के व्यक्तियों का साथ कभी ना रखें।

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