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इस वजह से सुपरहिट फिल्म देने के बाद भी सुपरस्टार नहीं बन पाए जितेंद्र, कर दी थी एक ही भूल

बॉलीवुड के जंपिंग जैक जितेंद्र 7 अप्रैल को 77वां जन्मदिन मना रहे हैं। जितेंद्र के पूरा परिवार फिल्मी हैं। तुषार एक्टर हैं तो बेटी एकता टीवी और फिल्म प्रोड्यूसर है। दोनों ने ही शादी नहीं की है, लेकिन एक्टर जितेंद्र नाना और दादा दोनों बन चुके हैं। जितेंद्र बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार रहे, लेकिन दर्जन भर फ्लॉप फिल्में भी दी। इंडस्ट्री में लीड एक्टर के तौर पर उन्होंने कई और बड़ी सफल फिल्में की और अपने डांस से नाम पाया जंपिग जैक। आज उनके जन्मदिन के अवसर पर उनके फिल्मों से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बताते हैं।

जब रवि बन गया जितेंद्र

जितेंद्र भी उन्हीं कलाकारों में से एक हैं जिन्होंने अपना नाम बदला और फेमस स्टार बन गए। जितेंद्र का असली नाम रवि कपूर है, लेकिन उन्हें जितेंद्र नाम मिला निर्देशन वी शांताराम से। जितेंद्र के पिता इमीटेशन ज्वैलरी का काम करते था और इसी वजह से एक बार उन्होंने बेटे रवि को मशहूर निर्देशक वी शांताराम के पास ले गए। वही शांताराम को रवि में जिंतेंद्र दिख गया और उन्होंने फैसला किया की वो उन्हें एक्टर बनाएगें।

शांताराम की बनाई कई फिल्मे सफल रहीं और उसमें अधिकतर फिल्मों में जितेंद्र ने काम किया। यहां तक की जितेंद्र एकलौते ऐसे अभिनेता रहें जिन्होंने 200 से ज्यादा फिल्में लीड रोल में की। नकी जोड़ी श्रीदेवी, जया प्रदा औऱ मुमताज के साथ खूब जमी। सिर्फ फिल्में ही नहीं टीवी पर भी जितेंद्र ने अपना जलवा दिखाया। जितेंद्र क्योंकि सास भी कभी बहू थी,  शो झलक दिखला जा और डांसिग क्वीन में भी काम कियाष

जितेंद्र ने 1983 और 1988 के बीच बप्पी दा के साथ कई फिल्में की जिनमें 16 सिलवर जुब्ली थीं। जितेंद्र की सबसे पहली ब्लॉकबस्टर फिल्म थी 1970 में आई कारवां। जितेंद्र की जोड़ी रेखा के साथ भी खूब जमी और उन्होंने कई फिल्मों में साथ काम किया। गौरतलब है कि भारत के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना को डायरेक्टर के.राघवेंद्र राव से मिलवाया था और फिर राजेश खन्ना को नया कदम और मास्टरजी जैसी फिल्मों में काम करने का मौका मिला।

हिट फिल्म देने के बाद कर दी ये गलती

 

जितेंद्र की सबसे हिट फिल्में रहीं, संजोग, जानी दुश्मन, तोहफ, परिचय,  मवाली, जस्टिस चौधरी। हालांकि जितेंद्र के जिंदगी में वो दौर भी आया जब उनकी फिल्में फ्लॉप होने लगीं। उन्होंने पर्दे पर कई तरह के रोल किए औऱ खुद को वर्सटाइल एक्टर के तौर पर खरा साबित किया, लेकिन जितेंद्र से फिल्मों के चुनाव करने में भूल हो गई। उन्होंने कुछ ऐसी फिल्में भी कर ली जो दर्शकों को बिल्कुल पसंद नहीं आई। इसमें कठपुतली, अनोखीस गरम मसालास आखिरी, दांव और रानी और लालपरी जैसी फिल्में शामिल हैं।

1976 में जितेंद्र की एक फिल्म आई गुनाहों का देवता। इस फिल्म मे जितेंद्र के साथ जयश्री लीड रोल में थी। ये फिल्म कुछ खास चल नहीं पाई।  इसी साल उनकी एक ओर फिल्म आई बूंद जो बन गए मोती, लेकिन वो फिल्म भी फ्ल़ॉ हो गई। जितेंद्र ने जितना स्वाद सफलता का चखा उतने ही फ्ल़ॉप का सामना भी करना पड़ा।जितेंद्र ने जितनी हिट और शानदार फिल्में दी उनमें कुछ ऐसी फिल्में भी उन्होंने कर ली। हालांकि उन्होंने कितनी भी फ्लॉप फिल्में क्यों ना दी हो, अपने बेहतरीन काम और डांस स्किल के चलते जितेंद्र को दो बार लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया।

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