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बड़ा खुलासा – अखिलेश के बेहद करीबी के “ई-मेल” लीक से फूटा भांडा! सपा की लड़ाई सिर्फ एक नौटंकी!

नई दिल्ली – समाजवादी पार्टी में मचे राजनीतिक घमासान के बीच यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के रणनीतिकार प्रोफेसर स्टीव जार्डिंग के एक कथित ई-मेल के लीक होने से नया बवाल शुरू हो गया है। शुक्रवार को मुलायम सिंह यादव की ओर से अखिलेश और रामगोपाल यादव को 6-6 साल के लिए पार्टी से बाहर किए जाने के कुछ ही देर बाद ही यह मेल सामने आया है। इस ई-मेल में कुछ ऐसी बातें सामने आई है, जिससे इस बात का खुलासा होता है कि समाजवादी पार्टी में मचा घमासान पहले से प्लान है और सोच-समझ किए गये रणनीति का हिस्सा है। Samajwadi party planned drama.

Samajwadi party planned drama

इस ई-मेल में बाईं ओर कोने में समाजवादी पार्टी का झंडा लगा हुआ है। इससे कहीं ना कहीं साबित होता है कि यह आधिकारिक ई-मेल है, जिसे अखिलेश को भेजा गया है।  

फिक्स है समाजवादी पार्टी में झगड़ा –

ई-मेल के अनुसार अखिलेश यादव पर जनता का फोकस बढ़ाने के लिए अखिलेश यादव के अमेरिकी सलाहकार ने यादव परिवार में ड्रामा रचने की सलाह दी है। ई-मेल में कहा गया है कि पूरे विवाद के दौरान अखिलेश यादव से जनहित की घोषणाएं और उद्घाटन कराए जाएं, जिससे लोगों को यह लगे कि अखिलेश विकास पर ध्यान दे रहे हैं न की पारिवारिक विवाद पर। यानी अखिलेश को पूरी तरह एक विकास पुरुष दिखाने के लिए पुरा ड्रामा रचा जा रहा है। यह ई-मेल 24 जुलाई का है।

नौटंकी से आखिर क्या फायदा होगा –

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अखिलेश यादव को पार्टी से निकालने के पीछे सबसे बड़ी वजह अखिलेश यादव के खिलाफ बगावत करने वाले शिवपाल सिंह यादव या किसी और का मुंह बंद करना है। अखिलेश कि चुनाव में धमाकेदार जीत से उनके विरोधी के मुंह अपने आप बंद हो जाएंगे और साफ हो जाएगा कि वही आज के विकास पुरुष हैं। अगर यह साजिश कामयाब हो जाती है तो मुलायम के साथ ही सबको अखिलेश की काबिलियत और प्रभाव को मानना पड़ेगा। इससे एक संदेश यह जाएगा कि शिवपाल भले ही सपा के संस्थापक सदस्य हैं लेकिन फिर भी अखिलेश यादव की पकड़ अब पार्टी के समर्थकों और जनता के बीच ज्यादा है।

कौन हैं स्टीव जॉर्डिंग –

आपको बता दें कि स्टीव जार्डिंग हावर्ड में पॉलिटिकल सांइस और पब्लिक पॉलिसी के सीनियर प्रोफेसर हैं। जार्डिंग हिलरी क्लिंटन और अल गोरे जैसे अमेरिका के सीनियर नेताओं के लिए चुनाव प्रचार का काम संभालने के अलावा स्पेन के प्रधानमंत्री का चुनावी प्रचार भी संभाल चुके हैं। ऐसा माना जा रहा है कि सीएम अखिलेश यादव की ‘बगावत’ के पीछे जार्डिंग का ही दिमाग है। अखिलेश ने अगस्त में अपनी चुनावी कैंपेन में मदद देने के लिए उन्हें अमेरिका से बुलाया था। गौरतलब है कि पिछले दिनों कांग्रेस के सीनियर नेताओं के साथ अखिलेश की बात भी जार्डिंग ने ही करवाई थी।

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