अध्यात्म

पूजा करते समय किसी भी तरह की गलती होने पर कर दें इस एक मंत्र का जाप, भगवान कर देंगे माफ

पूजा या हवन करते समय हम से कई सारे मंत्रों का जाप पंडित द्वारा करवाया जाता है। मगर इन मंत्रों के बारे में काफी कम लोगों को जानकारी होती है और पंडित के साथ ये मंत्र बोलने के दौरान कई बार लोग इनका गलत उच्चारण कर देते हैं। गलत मंत्र का उच्चारण करने से पूजा या हवन सफल नहीं होते हैं और इनको करने का कोई भी लाभ हमें नहीं मिलता है। हालांकि अगर पूजा खत्म होने के बाद आप नीचे बताए गए एक मंत्र का जाप कर लें तो आपसे पूजा के दौरान हुई कोई भी गलती भगवान माफ कर देते हैं और आपकी पूजा सफल हो जाती हैं। इसलिए कभी भी आपसे पूजा करते समय कोई मंत्र गलत बोल दिया जाता है और फिर कोई अन्य गलती हो जाती है तो आप बस पूजा खत्म होते ही दोनों हाथों को जोड़, आंखे बंद कर इस मंत्र का जाप ध्यान पूर्ण कर लें।

करें इस मंत्र का जाप

अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेऽहर्निशं मया।
दासोऽयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वर।।
गतं पापं गतं दु:खं गतं दारिद्रय मेव च।
आगता: सुख-संपत्ति पुण्योऽहं तव दर्शनात्।।

क्या है इस मंत्र का अर्थ

इस मंत्र को जब आप बोलते हैं तो आप भगवान से कहते हैं कि हे परमेश्वर। मेरे से रात और दिन हजारों अपराध होते रहते हैं। ये मेरा दास है- ऐसा समझकर मेरे इन अपराधों को आप माफ कर दें। आपके दर्शन से मेरे पापों और दुखों का नाश हो, गरीबी दूर हो और मुझ सुख और संपत्ति प्राप्त हो। ऐसा वरदान मुझे दें।

आप इस मंत्र को किसी भी पूजा के बाद बोल सकते हैं और भगवान से अपने पापाओं और अपराधों की क्षमा मांग सकते हैं। वहीं अगर आप किसी देवी मां की पूजा या हवन करते हैं तो इस मंत्र में इस्तेमाल हुए परमेश्वर शब्द की जगह आप परमेश्वरी शब्द को बोलें।

पूजा के समय रखें इन बातों का ध्यान

किसी भी पूजा और हवन को सफल करने के लिए आप सही मंत्र के उच्चारण के साथ नीचे बताई गई बातों का भी ध्यान रखें। क्योंकि कई बार हम पूजा करते समय कई गलतियों को अनजाने में कर देते हैं। जिसके चलते हमें पूजा करने का लाभ हासिल नहीं हो पाता है।

पूजा की सामग्री को नीचे ना रखें

पूजा करने के दौरान इस्तेमाल होने वाली किसी भी तरह की सामग्री को आप जमीन पर ना रखें और उनको किसी पलेट पर ही रखें। अक्सर लोग पूजा के दौरान इस्तेमाल होने वाले  फूल,नारियल, पान के पत्तों को जमीन पर रख देते हैं। जिससे वो पवित्र नहीं रहते हैं और फिर इनका इस्तेमाल करने से पूजा का कोई भी फल नहीं मिलता है।

स्टील के बर्तन का प्रयोग ना करें

पूजा करने के दौरान आप केवल चांदी या तांबे की धातु के बर्तन का ही इस्तेमाल करें। क्योंकि ये धातु पवित्र मानी जाती हैं। जबकि स्टील जैसी धातु को अपवित्र  माना गया है। क्योंकि स्टील की धातु मानव द्वारा बनाई गई है और चांदी या तांबे जैसे धातु प्राकृतिक की देन हैं, इसलिए ये पवित्र होती हैं।

केवल ताजे फूल चढ़ाएं

पूजा या हवन करने के दौरान फूल अवश्य भगवान को चढ़ाए जाते हैं और कहा जाता है कि पूजा करते समय आप केवल ताजे फूलों का ही इस्तेमाल करें। आप कभी भी पौधे या पेड़ से नीचे गिरे फूल का प्रयोग पूजा में ना करें। जिस दिन पूजा हो उसी दिन आप पौधे से फूलों को तोड़े और उनका इस्तेमाल करें।

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