![मेजर विभूति की पत्नी ने तो कह दिया आई लव यू, लेकिन बहन को आखिरी बार शक्ल देखना भी नहीं हुआ नसीब](https://www.newstrend.news/wp-content/uploads/2019/02/martyr-major-vibhuti-22.2.19-1.jpg)
मेजर विभूति की पत्नी ने तो कह दिया आई लव यू, लेकिन बहन को आखिरी बार शक्ल देखना भी नहीं हुआ नसीब
जम्मू कश्मीर के पुलवामा के पिंगलाना में सेना के आतंकियों के साथ एनकाउंटर में मेजर विभूति ढौंडियाल शहीद हो गए। उनकी अंतिम विदाई के लिए भारी भीड़ उमड़ी थी और उनकी पत्नी को देखकर हर किसी की आंखे भर आई थीं। हर कोई दुखी था कि देश ने एक वीर जवान खो दिया औऱ एक पत्नि ने अपना पति, लेकिन विभूति सिर्फ देश के वीर और नितिका के पति ही नहीं बल्कि तीन बहनों के इकलौते भाई भी थे। दो बहनों को तो अंत समय में अपने भाई को अलविदा कहने का मौका मिल गया, लेकिन एक बहन को आखिरी बार अपने भाई की शक्ल देखना भी नसीब नहीं हुआ।
मेजर की अंतिम विदाई में नहीं पहुंची बहन
विभूति ढौडियाल तीन बहनों के एकलौते भाई थे। उनकी दो बहनें उत्तराखंड के देहरादून में ही रहती है, लेकिन दूसरे नंबर वाली बहन प्रियंका अमेरिका में रहती है। उन्हें जैसे ही पता चला की उनके भाई शहीद हो गए हैं वो सदमें में चली गईं। जैसे तैसे खुद को समेटा औऱ घर वापस आने की कोशिश में लग गईं, लेकिन टिकट नही मिल पाई। उनकी बहन प्रियंका अमेरिका से बुधवार को देहरादून पहुंची जब उनके भाई का सारा काम हो चुका था। मेजर की पत्नी नितिका को पति से आई लव यू कहने का मौका भी मिल गया था, लेकिन बहन प्रियंका को आखिरी बार अपने भाई से कुछ कहने या उनकी शक्ल तक देखने को नहीं मिली। वह अभी भी भाई के शहादत से सदमें में हैं।
मेजर विभूति 55 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे। एनकाउंटर के दौरान विभूति आतंकियों को घेरे हुए थे इसी बीच उन्हें गोली लग गई। मेजर विभूति के पिता कंट्रोलर डिफेंस अकाउंट ऑफिस में थे और कुछ साल पहले ही उनका देहांत हो चुका था। घर में उनकी दादी , मां और पत्नी रहती हैं। एक बहन प्रियंका अमेरिका में थीं। विभूति के शहादत की खबर सामने आई तो तीनों औरतों को ही इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई।
विभूति ने बताया था प्यार का मतलब
हालांकि इस बात को आखिर छिपा कर भी तो नहीं रख सकते थे। सेना के अफसरों ने विभूति की पत्नी नितिका को बताया कि उनके पति अब इस दुनिया में नहीं है। नितिका ने ये खबर सुनी और फिर भी उन्होंने आखिरी वक्त तक अपने पति का साथ नहीं छोड़ा। खबर लगते ही आसपास के लोग भी उनके घर पहुंचे। मेजर विभूत सिर्फ एक 31 साल के युवा थे और अपनी बहनों के एकलौते भाई। पुलवामा एनकाउंटर में जैश ए मोहम्मद के दो आंतंकियों को मेजर विभूति ने मार गिराया था।
मेजर विभूति की पिछले ही साल अप्रैल में नितिका से शादी हुई थी। दोनों की बहुत पहले ही दोस्ती हुई थी और वो दोस्ती प्यार में बदल गई थी। इसके बाद दोनों ने शादी कर ली। नितिका ने बताया कि शादी से पहले प्यार क्या होता है उन्हें तो मालूम ही नहीं था और इस प्यार के बारे में विभूति ने उन्हें सिखाया। मेजर के शहीद होने के बाद नितिका ने कहा था कि तुमने मुझसे झूठ कहा था कि तुम मुझसे प्यार करते हो, तुम्हें मुझसे से भी पहले देश से प्यार है………
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