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अख़बार बेचने वाला बन चुका है 8 रेस्टोरेंट का मालिक, जानिए क्या है रोडपति से करोड़पति बनने की कहानी

सपने हर इंसान देखता है. लेकिन हर व्यक्ति अपने सपने को पूरा नहीं कर पाता. आपने आज तक कईं लोगों को देखा होगा जोकि एक आम नागरिक से उठ कर आज देशों विदेशों में जाने जा रहे हैं. उदाहरन के तौर पर हमारे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की बात कर लीजिए. एक समय में चाय बेच के घर का गुजारा करने वाले नरेंद्र मोदी जी आज पूरे देश की सत्ता चला रहे हैं. इसलिए किसी ने सच ही कहा है कि “कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती”. जो भी व्यक्ति सच्चे मन और लगन से मेहनत करता है, वह कभी भी जीवन में असफल नहीं हो सकता. ऐसे ही एक व्यक्ति के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं, जिसने दो-दो रुपए में अख़बार बेचना शुरू किया था लेकिन आज वह करोड़ों की जायदाद का मालिक है.

हालाँकि आपको यह ख़बर झूठी लग रही होगी लेकिन आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि यह घटना पूर्ण रूप से सच्ची घटना है. यह कहानी चेन्नई के पल्ल्वरम के एक बहुत ही गरीब परिवार में जन्मे आसिफ अहमद की है. एक समय में वह अख़बार बेच कर अपने गरीब परिवार का पेट पाला करते थे. उनके पास उस समय इतने कम पैसे थे कि कईं बार उन्हें भूखा भी सोना पड़ता था. लेकिन आसिफ अहमद ने कभी भी हार नहीं मानी और हमेशा आगे बढने की सोच रखी. पैसा कमाने के लिए अख़बार का काम छोड़ कर आसिफ ने सैंडल और जूते चप्प्ल आदि बेचने का काम शुरू किया. हालाँकि शुरुआत में उनका यह धंधा काफी अच्छा चलता रहा.

लेकिन बाद में घाटा बढ़ता चला गया और आमदनी कम होती चली गई. ऐसे करते करते समय बीता और आसिफ ने इस काम को बंद कर दिया और परिवार का पेट पालने के लिए विवाह शादियों में जा कर बिरयानी बनाने का काम शुरू कर दिया. इस काम में उन्हें थोड़ी बहुत कमाई होने लग गई जिसके बाद वह सपने पूरे करने के लिए मुंबई की और निकल पड़े. मुंबई को सपनों की नगरी कहा जा है, यहाँ हर रोज़ लोग अपने नए नए सपने लेकर आते हैं लेकिन बहुत कम लोग ही अपने सपनों को सच में पूरा करने की हिम्मत रखते हैं.

गौरतलब है कि आसिफ जब मुंबई आए थे तो उनकी जेब में केवल 4 हज़ार रुपए ही थे. लेकिन उन्होंने पीछे देखने की कभी नहीं सोची और उन्ही रुपयों से सड़कों पर ठेला लगा कर बिरयानी बेचना शुरू कर दिया. उनकी बिरयानी के स्वाद से मुंबई के लोग काफी इम्प्रेस हो गए और धीरे धीरे उनकी बिरयानी के बिजनेस में कमाई बढ़नी शुरू हो गई. जब आसिफ को धंधे में लाभ दिखाई देने लगा तो उन्होंने एक बैंक से लोन ले लिया और अपना खुद का बिरयानी आउटलेट खोल लिया. इसके बाद लगातार वह कामयाबी की सीढिय चढ़ने लगे और किस्मत ने ऐसा रुख बदला कि आज उनके इस बिरयानी के बिजनेस के कारण उनके अपने 8 रेस्टोरेंट हैं और करोड़ों रुपयों की जायदाद है. आसिफ अहमद आज की युवा पीढ़ी के लिए एक मिसाल बन कर सामने आए हैं जो हमे निरंतर मेहनत करके आगे बढने की और हिम्मत ना हारने की सीख देते हैं.

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