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पैसों के बिना अस्पताल में ज़िंदगी-मौत से जूझ रहा है टीम इंडिया का ये ऑलराउंडर, कभी था स्टार

इंसान का सितारा एक बार बुलंदी पर पहुंचता है लेकिन वो हमेशा बुलंदी पर रहे ऐसा होना संभव नहीं होता है. एक जमाने में भारतीय क्रिकेट में भी एक खिलाड़ी हुआ करता था जिसका नाम जैकब मार्टिन है, वो भारतीय क्रिकेट टीम का स्टार था और उन्हें आलराउंडर कहा जाता था लेकिन किस्मत ने उनके साथ ऐसा खेल खेला कि वो आज जिंदगी सबसे गंभीर पड़ाव पर पहुंच गए हैं. जैकब मार्टिन का एक रोड एक्सिडेंट हो गया ता और अब वो अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं. वडोदरा के निजी अस्पताल में उनका इलाज हो रहा है, जहां पर वो वेंटिलेटर पर हैं. उनके परिवार के पास इलाज के पैसे भी खत्म हो चुके हैं और पैसों के बिना अस्पताल में ज़िंदगी-मौत से जूझ रहा है टीम इंडिया का ये ऑलराउंडर, कभी इस खिलाड़ी को टीम का स्टार माना जाता है लेकिन आज इनकी ऐसी हालत हो गई है.

पैसों के बिना अस्पताल में ज़िंदगी-मौत से जूझ रहा है टीम इंडिया का ये ऑलराउंर

पूर्व क्रिकेटर जैकब मार्टिन की रोड एक्सिडेंट के बाद से हालक गंभीर रूप से होती बिगड़ती जा रही. उनकी पत्नी ने अब बड़ोदा क्रिकेट असोसिएशन से मदद मांगी हैं क्योंकि उनके पास सारे पैसे खत्म हो गए हैं. क्रिकेट की चमकीली दुनिया उतनी भी अच्छी नहीं होती जितनी हमें दिखाई जाती है. यहां ना जाने कितने लोग खेलते हैं लेकिन नाम सिर्फ कुछ चुनिंदा लोगों का ही होता है. लाखों करोड़ों में खेलने वाले क्रिकेटर्स को खेल से दूर होने के बाद गरीबी का सामना करना पड़ता है. इसी गरीबी को झेल रहे इंडिया के पूर्व क्रिकेटर जैकब मार्टिन, जिनका कुछ दिन पहले वडोदरा में एक सड़क पर एक्सिडेंट हो गया और वो गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जब वो अपने बाइक से जा रहे थे तब उन्हें किसी बड़े वाहन ने टक्कर मार दी थी और खून से लतपत जैकब मार्टिन वहीं गिर गए. स्थानीय लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया और वडोदरा के ही निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है. वो कई दिनों से भर्ती हैं और अब तल उनके ऊपर लाखों रुपये लग चुके हैं इसमें और रुपये लग सकते हैं लेकिन उनकी पत्नी के पास सारी जमापूंजी खत्म हो चुकी है.

उनकी पत्नी ख्याति ने बताया कि उन्हें अस्पताल में 7.5 का बिल भरना है लेकिन उनके पास अब इतने रुपये नहीं है. ख्याति ने आरोप लगाया है कि मुश्किल में क्रिकेट असोशिएशन ने उनकी कोई मदद नहीं की है. एक्सीडेंट के बाद जैकब को देखने आए बडोदरा क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने 5 लाख रुपये की मदद का आश्वासन दिया था लेकिन उन्हें रुपये अभी तक नहीं मिले. इसके बाद अस्पताल ने उन्हें 7.5 लाख का बिल पकड़ा दिया ऐसे में वो रुपये कहां से लाएं. ख्याति बताती हैं कि उन्होंने बडोदरा क्रिकेट असोसिएशन के पूर्व सचिव संजय पटेल और पूर्व प्रमुख समरजीत सिंह गायकवाड़ से मदद मांगी थी.

क्या कहना है एसोसिएशन का ?

बीसीए के सेक्रेटरी स्नेहल पारिख का कहना है कि क्रिकेटर की पत्नी के आरोप बेबुनियादी हैं. उन्होंने मार्टिन के परिवार से संपर्क किया और अस्पताल के बिल को भी मांगा गया है और उस बिल को सबमिट करने के बाद ही उनकी मदद हो सकेगी. पारिख ने बताया कि बोर्ड के पास पूर्व खिलाड़ियों की मदद करने की एक प्रक्रिया होती है जिसे पूरा करना जरूरी है और फिर बिल मिलते ही अस्पताल की पूरी रकम भर दी जाएगी. उन लोगों ने बीसीए की ओर से हर मदद का आश्वासन दिया है और वो पूरी भी होगी.

आपको बता दें कि बडौदा के पूर्व क्रिकेटर जैकब मार्टिन ने 90’s में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 10 वनडे मैच खेले. मार्टिन की गिनती उस दौर के अच्छे ऑलराउंडर में हुआ करती थी और इसके अलावा प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी उन्होंने 100 से ज्यादा मैच खेले थे. क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वह बडौदा टीम के कोच भी रहे हैं.

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