विशेष

ICC विमंस क्रिकेटर ऑफ द ईयर बनी भारत की ये लड़की, लूट कर लाई 2 अवार्ड

न्यूज़ट्रेंड वेब डेस्क: बॉलीवुड फिल्म चक दे इंडिया तो आपको याद ही होगी उस फिल्म में दिखाया गया कि जो लोग लड़कियों को स्पोर्टस में पीछे समझते हैं और जिनको ये लगता है कि कुछ गेम्स सिर्फ लड़किया ही खेल सकती हैं उनके लिए ये फिल्म एक सही उदाहरण था। आज के समय में लड़किया हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और लड़कों के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। और अब हम आपको ऐसी ही एक महिला खिलाड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने ना सिर्फ अपने माचा-पिता का बल्कि अपने देश का भी नाम रोशन किया है।

भरतीय महिला क्रिकेट के लिए साल 2018 का आगाज बहुत ही बेहतरीन तरीके से हुआ। आईसीसी ने 31 दिसंबर को एक लिस्ट जारी की जिसमें भारतीय महिला क्रिकेट की खिलाड़ी स्मृति मंधाना ‘आईसीसी विमंस क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ बनी हैं। स्मृति को ‘आईसीसी विमंस ओडीआई प्लेयर ऑफ द ईयर’ भी चुना गया। बता दें कि स्मृति को ‘रेचल हैहेओ फ्लिंट’ पुरस्कार भी मिला है और ये पुरस्कार साल की सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी को मिलता है। स्मृति ने वनडे और टी-20 दोनों ही मैचो में अच्छा प्रदर्शन किया जिसके चलते उनको इन पुरस्कारों से नवाजा गया।

बता दें कि स्मति ने आईसीसी विमंस टी-20 वर्ल्ड के पांच मैचों में 125.35 के स्ट्राइक रेट से 178 रन बनाए थे। और उनके इसी बेहतरीन प्रदर्शन का इनाम उनको मिला है। बता दें कि 1 जनवरी से 31 दिसंबर तक चलने वाले वोटिंग पीरियड में स्मृति ने 12 वनडे और 25 टी-20 मैच खेले थे। आईसीसी ने ट्वीट कर स्मृति के पुरस्कार की आधिकारिक घोषणा की-

‘आईसीसी विमंस क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ चुने जाने के बाद स्मृति ने कहा- ‘पुरस्कार बहुत विशेष होते हैं. एक खिलाड़ी के तौर पर जब आप रन बनाते हैं तो आप चाहते हैं कि आपकी टीम जीते और जब प्रदर्शन के लिए आपको सम्मानित किया जाता है तो आपको अधिक मेहनत करने और अच्छा प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलती है.’

बता दें कि भारतीय टी-20 टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी स्मृति को मिलने वाले पुरस्कार की ताऱीफ की है। हरमनप्रीत ने बताया कि जब उनको इस टीम का कप्तान चुना गया तो पहले तो उनको भरोसा ही नहीं हुआ। अपनी टीम को जीत का श्रेय और अपने कप्तानी के एक्सपीरियंस को शेयर करते हुए हरमनप्रीत कौर ने बताया कि, असल में ये मेरे लिए हैरान करने वाला है. पिछले दो सालों में हमने बहुत अधिक टी-20 मुकाबले नहीं खेले. मेरे लिए टीम में आत्मविश्वास पैदा करना बहुत मुश्किल रहा कि हम टी-20 में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं. इसका श्रेय टीम की सभी खिलाड़ियों को जाता है. उन सभी ने बहुत मेहनत की और अपने आत्मविश्वास पर खरा उतरे हैं.’

भारतीय कप्तान आगे कहती हैं- ये पुरस्कार मेरे आत्मविश्वास के लिए बहुत मायने रखता है. बीसीसीआई ने मुझमें विश्वास दिखाया, कि मैं छोटे फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन कर सकती हूं. आगे भविष्य में भी मैं अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगी.’

Back to top button