स्वास्थ्य

ब्राह्मी का पौधा मनुष्य के लिए है वरदान, जानिए क्या है इसकी पहचान

ब्राह्मी का पौधा: दुनिया में ऐसे ढेरों प्रकार के पौधों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं जिनका इस्तेमाल रोगों के इलाज के लिए दवा के रूप में किया जाता है. इन्ही में से ब्राह्मी का पौधा भी एक ऐसा ही आयुर्वेदिक पौधा है जिसे आयुर्वेद ग्रंथ में एक उत्तम औषधि के रूप में जाना जाता है. यह पौधा मिट्टी की सतह पर फ़ैल कर बड़ा होता है. इसकी पत्तियां कोमल, मुलायम एवं गूदेदार होती हैं वहीँ इसके फूल सफेद होते हैं. ब्राह्मी के पौधे का वानस्पतिक नाम बाकोपा मोनिएरी (Bacapa monnieri) है. इसमें कईं गुण मौजूद होते हैं जो सेहत के लिए वरदान साबित होते हैं. ब्राह्मी के गुण हृदय रोग, कब्ज़, कैंसर आदि के लिए उपयोगी हैं. इस लेख में हम आपको ब्राह्मी का पौधा के फायदे और पहचान बताने जा रहे हैं.

ब्राह्मी के फायदे (Benefits of Brahmi)

ब्राह्मी का पौधा नम स्थानों में पाया जाता है. दिमाग के तीनों पहलुओं शॉर्ट टर्म मेमोरी, लांग टर्म मेमोरी और याद्दाश्त को बेहतर बनाने के लिए ब्राह्मी का उपयोग किया जाता है. ब्राह्मी के फायदे अनेकों हैं जिनमे से इसके गुणों का एक छोटा सा वेरवा हमने इस लेख में दिया है. चलिए जानते हैं ब्राह्मी के गुण और फायदे आखिर क्या क्या हो सकते हैं-

दिमाग की शक्ति में करे वृद्धि

ब्राह्मी का पौधा मस्तिष्क की कार्य प्रणाली के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. इसके नियमित रूप से सेवन से हमारे दिमाग का विकास होता है और यादाश्त तेज़ होती है. इसके सेवन के लिए आप 10 मिलीलीटर सूखी ब्राह्मी के रस में 1 बादाम की गिरी, 3 काली मिर्च के दाने पानी में मिला कर पीस लें और टिकिया बना लें. अब सुबह शाम दूध के साथ रोगी को देने से इसके हैरान कर देने वाले फायदे नजर आएंगे.

सुस्ती कम करने के लिए उपयोगी

जिन लोगों को अधिक नींद आती है या काम काज करते समय सुस्ती बनी रहती है उनके लिए ब्राह्मी का पौधा रामबाण साबित हो सकता है. ब्राह्मी के उपयोग से आप नींद को कम कर सकते हैं. इसके लिए आप 3 ग्राम ब्राह्मी के चूर्ण को आधा किलो गाय के कच्चे दूध में घोंट कर अच्छे से छान लें और रात को सोने से पहले लगातार एक सप्ताह तक पीएं.

तनाव से दिलवाए छुटकारा

आज के समय में हर दो में से एक व्यक्ति तनाव अर्थात डिप्रेशन का शिकार है. ऐसे में ब्राह्मी का पौधा इन लोगों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है. इसके लिए आप ब्राह्मी की पत्तियों को सुबह शाम मुंह में रख कर दो से तीन बार चबाएं. ऐसा करने से आपका हार्मोनल संतुलन सकारात्मक बना रहेगा और हर प्रकार की चिंता एवं तनाव दूर हो जाएंगे.

इम्यून सिस्टम को रखे दरुस्त

ब्राह्मी का पौधा हमारे इम्यून सिस्टम को दरुस्त रख कर प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं. इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट और अन्य पौषक तत्व शरीर को बिमारियों से लड़ने के योग्य बनाते हैं. इसके लिए ब्राह्मी के पत्तों को चाय में मिला कर नियमित रूप से पीएं.

ब्राह्मी की पहचान (Brahmi’s Identification)

ब्राह्मी का पौधा गीली, नम या दलदली मैदानी क्षेत्रों में पाया जाता है. भारत में ब्राह्मी की लगभग 20 तरह की प्रजातियाँ हैं जिनमे से केवल 3 ही उत्तम हैं. यह वार्षिक शाक है जो धीरे धीरे मिट्टी पर बड़ी होती है और फैलती है. इसके पौधे की गांठों से शाखाएं निकलती हैं और पत्तियां गूदेदार, अवृन्त, तने पर एक – दूसरे के विपरीत व्यवस्थित और आकार में अण्डाकार होती हैं. इस पौधे के फूल अंडाकार आकृति के होते हैं जोकि दिसंबर से मई महीने तक निकलते हैं.

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