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वंशवाद पर अरुण जेटली का निशाना, कहा- एक ही परिवार के करिश्मे को धवस्त करना होगा

पीएम मोदी औऱ कांग्रेस के बीच एक बार फिर जुबानी जंग तेज हो गई है।राज बब्बर द्वारा पीएम मोदी के मां की उम्र की तुलना पैसे से करने का बयान अब कांग्रेस के लिए भारी पड़ रहा है। पीएम मोदी ने खुद इ बात पर सवाल उठा चुके हैं वहीं इन मसले पर अप वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी अपनी राय दी है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने काग्रेस पर वंशवादी राजनीति का आरोप लगाया औऱ साथ ही कहा कि इस पार्टी ने कई बड़े नेताओं के योगदान को कम करके दिखाया है।राहुल गांधी पर अरुण जेटली ने बिना नाम लिए जमकर हमला बोला।

अरुण जेटली के तीन सवाल

अरुण जेटली ने कहा कि लाखों राजनीतिक कार्यकर्ता जो साधारण परिवार से आते हैं वह कांग्रेस के लीडरशीप टेस्ट में फेल हो जाएंगे। यहां मेरिट , मेधा कोई मायने नहीं रखती है। कांग्रेस केवल एक ग्रेट सरनेम को ही पॉलिटिकल ब्रैंड के रुप में स्वीकार करती है। कांग्रेस पर हमला करते हुए जेटली ने देश के दो बड़े नेताओं के पिता का नाम पूछा है। अरुण जेटली ने तीन सवाल पूछा है।

गाधीजी के पिता का क्या नाम था

सरदार पटेल के पिता का क्या नाम था

सरदार पटेल की पत्नी का क्या नाम था

 

यह सवाल अपने ब्लाग में लिखते हुए अरुण जेटली ने कहा  मेरे किसी भी जानकार दोस्त के पास इन सवालों का स्पष्ट उत्तर नहीं था। यही कांग्रेस की राजनीति की त्रासदी है। आगे अरुण जेटली ने लिखा कि गांधीजी ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया था। उन्होंने राजनीतिक  जागरुकता , सत्याग्रह और अहिंसा के जरिए लोगों को जगाया। उन्होंने ऐसा माहौल बनाया जिसके कारण ब्रिटिश का भारत में रहना मुश्किल हो गया।

गिनाई गांधी औऱ पटेल की उपलब्धियां

गांधी जी के आजादी में दिए योगदान के बाद अरुण जेटली ने सरदार पटेल की उपलब्धियों पर बात की।उन्होंने कहा कि सरदार पटेल का योगदान कम नहीं था। वह भारत के डेप्युटी पीएम और गृह मंत्री ही नहीं बल्कि एक स्वतंत्रता सेनानी भी थे। उन्होंने भारत की 550 रियासतों को एक किया था। गांधीजी के पिताजी ता नाम करमचंद उत्तमचंद गांधी था, सरदार पटेल के पिता के नाम झावेरभाई पटेल और उनकी पत्नी का नाम  दिवाली बा था। उन्होंने कहा कि पटेल की पत्नी की फोटो या डिटेल खोजबीन के बाद भी नहीं मिली है।

तमाम जगहों के नाम गांधी औऱ कांग्रेस परिवार के नाम पर होने पर भी अरुण जेटली ने कांग्रेस पर निशाना साझा। उन्होंने लिखा कि। दशकों के कांग्रेस के शासनकाल में कॉलोनियों, स्थानों, शहरों, पुलो, एयरपोर्ट्स , रेलवे स्टेशनों  स्कल, कॉलेज, .यूनिवर्सिटी  स्टेडियम का नाम केवल एक परिवार के नाम के ऊपर रख दिया गया। इसका मकसद गांधी नाम की रॉयल्टी दिखाना था। इन्हें आधिकारिक तौर पर भारत की रसूखदार परिवार की तरह महामंडित किया गया है।

कांग्रेस पर बड़ा हमला

अरुण जेटली ने आगे लिखा कि एक परिवार को इस तरह महिमामंडित करना और वह भी उससे ज्यादा योगदान देने वाले लोगों को भुलाकर यह देश के लिए खतरनाक है। एक ही परिवार के लोगों को लार्जर दैन लाइफ के तौर पर प्रॉजेक्ट करके दिखाया गया है। पार्टी ने उनकी विचारधारा को अपना या है। कांग्रेस ने वंशवादी लोकतंत्र का आधार बनाया है। उन्होंने आगे लिखा की भारतीय लोकतंत्र की मजबूती तभी सामने आएगी जब एक परिवार के करिश्मे को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया जाएगा औऱ लोकतांत्रिक और मेरिट पर चुने गए नेताओं को आगे बढ़ाया जाएगा।

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