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जानें क्या है सरकार की उद्योग आधार योजना, कौन लोग उठा सकते है इसका लाभ

Udyog Aadhar in Hindi: पीएम मोदी ने देश में कई योजनाएं लागू की हैं जिनमें देश के हर वर्ग को उन्होंने मूलभूत सुविधाओं से जोड़ने की कोशिश की है। इसी के अंतर्गत केंद्र सरकार की एक और योजना है उद्योग आधार योजना (Udyog Aadhar Yojna)। यह योजना देश के उन लोगों के लिए हैं जो सरकारी नौकरी से इतर अपना व्यवसाय शुरु करने की सोच रहे हैं या शुरु कर चुके हैं। इसके लिए वो सरकार की इस योजना का लाभ उठा सकता हैं। साथ ही आम लोग भी इसमें पंजीकरण करा सकते हैं वो भी बिलकुल मुफ्त। पंजीकरण से पहले यह जानना जरुरी है कि उद्योग आधार है क्या?

क्या है उद्योग आधार? (Udyog Aadhar)

उद्योग आधार भारत सरकार द्वारा एमएसएमई (MSME) मंत्रालय द्वारा 12 अंक की पंजीकरण संख्या है। यह पंजीकरण संख्या पहले से चल रहे या नए शुरु हुए छोटे छोटे उद्योंगों को दिया जा रहा है। इस नंबर को पाने के लिए पहले पंजीकरण यानी Registration कराना होता है। यह योजना सूक्ष्म, लघू और मध्यम उद्योग के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाई गई है जिनसे ऐसे लोगों को सरकारी योजना का लाभ मिल सके।

Udyog Aadhar

उद्योग आधार की शुरुआत

एमएमएमई के मंत्री कलराज ने अक्टूबर 2015 को नई दिल्ली में उद्योग आधार (Udyog Aadhar) के मुद्दे लेकर बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक के बाद ही उद्योग को प्रयोग में लाने की बात कही थी।

उद्योग आधार (Udyog Aadhar) लाने का कारण

पहले सरकार सिर्फ बड़ी कंपनी और उद्योंगों पर ध्यान देती थी, लेकिन इससे देश उतना सक्षम नहीं बन पा रहा था। इसके बाद सरकार ने छोटे और सूक्ष्म उद्योंगों की तरफ ध्यान देना शुरू किया और फिर लघू उद्योग के लिए सब्सिडी देने की योजना चलाई। हालांकि सब्सिडी पाने के लिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय में रजिस्ट्रेशन करना पड़ता था जिसकी प्रक्रिया काफी मुश्किल होती थी और यह योजना इन लोगों के काम नहीं आ पाती थी। इसके बाद पंजीकरण यानी रेजिस्ट्रेशन की प्रकिया को आसान बनाने के लिए उद्योग आधार लाया गया।

क्या है उद्योग आधार सब्सिडी?

सब्सिडी का नाम आपने कई जगह सुना होगा, लेकिन इसका मतलब आप समझ नहीं पाते होंगे। आपको बता दें कि सब्सिडी सरकार द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता को कहते हैं। सरकार किसी व्यक्ति, व्यवस्य या संस्था को जो आर्थिक रुप से मदद करती है उसे सब्सिडी कहते हैं। यह आमतौर पर एक नकद भुगतान या कटौती के रुप में दी जाती है।

सब्सिडी देने का मतलब होता है कि सरकार लोगों की वित्तिय बोझ को कम कर रही है और इसे अक्सर सामाजिक, आर्थिक या आर्थिक नीतियों को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। अधिकांश तौर पर सरकार कमजोर उद्योंग के क्षेत्रों की मदद करने के लिए उन्हें सब्सिडी देती है। बता दें कि सब्सिडी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों रुप से दी जाती है। जब या नकद भुगतान के तौर पर दी जाती है तो प्रत्यक्ष सब्सिडी मानी जाती है और गैर नकद लाभ की सहायता को अप्रत्यक्ष सब्सिडी माना जाता है जैसे टैक्स में छूट देना।

उद्योग आधार का मकसद

सरल प्रक्रिया

उद्योग आधार सीधे तौर पर सूक्ष्म, लघू और मध्यम उद्योगों को कानूनी तरीके से बढ़ावा देने के लिए लाया है। पहले इसकी रेजीस्ट्रेशन प्रोसेस यानी पंजीकरण प्रक्रिया बहुत कठिन होती थी। जिसके चलते छोटे और मध्यम व्यवसायी इस प्रक्रिया से दूर भागते थे और इसके लाभ से वंचित रह जाते थे।इसके बाद सरकार ने उद्योग आधार योजना (Udyog Aadhar Yojna) लाई जिससे अपने व्यवसाय का पंजीकरण या रेजिस्ट्रेशन आसानी से हो जाएगा।

व्यवसाय में रुचि

जटिल प्रकिया होन से लोग पंजीकरण कराने से कतराते थे अब छोटे और सूक्ष्म उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए लोग खुद व्यापार को शुरु करने में रुचि दिखाएंगे। इससे नया व्यापार यानी स्टार्टअप को बढ़ावा मिलेगा। नया व्यवसाय शुरु करने में लोगों को आसानी होगी तो बहुत हद तक बेरोजगारी कम होगी और देश को भी फायदा मिलेगा।

कंपनी कॉम्पटिशन

सरकार अब देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए व्यापार को बढ़ावा दे रही है। देश में जितना ज्यादा उद्योग होगा। देश को उतना ही बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही कंपनियां एक दूसरे से कॉम्पटिशन यानी प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और एक दूसरे से बेहतर होने की होड़ में देश को बढ़ावा मिलेगा।

उद्योग आधार योजना के लाभ

उद्योग आधार योजना के लाभ

पहले जहां यह योजना बहुत ही कठिन हुआ करती थी वो अब बहुत आसान हो गई। अब आपको पंजीकरण यानी रेजिस्ट्रेशन के लिए किसी कार्यालय जाने की जरुरत नहीं है। आप ऑनलाइन भी पंजीकरण कर सकते हैं जिससे आपका समय भी बचेगा।

अपने रजिस्ट्रेशन फॉर्म से बैंक में चाली खाता आसानी से खुलवा सकते हैं। आप आपको बिना किसी परेशानी से बैंक से लोन मिल जाएगी। इसके लिए आपको किसी प्रॉपर्टी के पेपर भी जमा नहीं करने पड़ेंगे।

इसमें पंजीकरण करने वाली कंपनी की मदद सरकार करेगी। सरकार आपके व्यवसाय के लिए सब्सिडी देगी। जिससे आप को कंपनी चलाने में आर्थिक रुप से कोई दिक्कत नहीं होगी।

उद्योग आधार के लिए डॉक्यूमेंटस्

  • अपने व्यापार को पंजीकृट या रजिस्टर कराने के लिए आधार कार्ड की जरुरत होगी। आधार कारेड पंजीकरण के लिए सबसे आवश्यक है। इस कार्ड के साथ ही आपका फोन नंबर भी रजिस्टर होना चाहिए।
  • आधार कार्ड के साथ साथ अपना निवास प्रमाण पत्रऔर जिस जग आप अपना व्यवसाय या कंपनी खोल रहे हैं उसका पता देगा होगा। अगर आप जनरल कटैगरी के नहीं हैं तो आपको अपना जाति प्रमाण पत्र देना होगा।
  • पंजीकरण के वक्त आपके पास बैंक खाते की जानकारी होनी चाहिए। इसके लिए आपके पास आपका बैंक का पासबुक होना जरुरी है। आपको सब्सिडी इसी खाते में मिलेगी।

उद्योग आधार के लिए कैसे करें पंजीकरण (Udyog aadhar Registration)

  1. सबसे पहले MSME मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट http://udyogaadhar.gov.in/UA/UAM_Registration पर अपने 12 नंबर का आधार नंबर भरें।इसके बाद कार्ड पर लिखा अपना नाम डालें।
  2. अगर आपके पास आधार कार्ड नहीं है तो भी आप रेजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, लेकिन उसके लिए आपको कम से कम अपने आधार की इनरोलमेंट आईडी देनी होगी। इतना ही नहीं आपको आईडी के साथ सरकार द्वारा प्रमाणित एक दस्तावेज की फोटोकॉपी देनी होगी और उसमें आपकी फोटो लगी होनी जरुरी है
  3. आधार कार्ड वेरिफिकेशन के लिए आपके पास ओटीपी आएगा यानी वन टाइम पासवर्ड जिसे भरकर ही आप आगे की प्रक्रिया पूरी कर पाएंगे।
  4. इसके बाद आपको अपनी जाति, वर्ग, लिग, कंपनी का नाम, कमपनी का प्रकार सब भरना होगा जिसके बाद आप रजिस्ट्रेशन के आखिरी ड़ाव पर पहुंच जाएंगे।
  5. इसके बाद आपको अपनी कंपनी से जुड़ी सारी जानकारी देनी होगी। जैसे कंपनी की मशीनरी, उपकरण और कंपनी के कर्मचारी की संख्या आदि।
  6. इतना ही नहीं आपको अपने पुराने पंजीकरण की जानकारी देनी होगी अगर आपने पहले किसी दूसरी कंपनी के लिए उद्योग नंबर ले रखा है। अगर नहीं तो आप आगे बढ़ सकते हैं।
  7. इसके अलावा आपको अपनी ईमेल आईडी भी भरनी होगी और बैंक खाते की जानकारी के बाद आपको कंपनी की तरफ से यूएएम नंबर मिलेगा जो आपके कंपनी के स्थापित होने का प्रमाण यानी प्रूफ होगा।

UAM क्या है?

उद्योग आधार मेमोरेंडम एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे आप अपने उद्योग का पंजीकरण सिर्फ एक पेज फॉर्म भरकर करवा सकते हैं। इसे भारत के एमएसएएमई विभाग द्वारा चलाया जाता है।

UAM क्या है?

उद्योग आधार सुधार प्रक्रिया (Udyog Aadhar)

सुधार फ्रक्रिया भी उद्योग आधार में आसान रखी गई है। इसके लिए आपको अपनी उद्योग संख्या को http:udyogaadhaar.gov.in/UA/UA_EntrepreneurLogin.aspc इस लिंक पर जाकर भरना होगा। सके बाद आपको ओटीपी लेने के लिए तीन ऑपशन मिलेंगे।

  • आधार से लिंक फोन नंबर के जरिए ओटीपी
  • जो नंबर आपने पंजीकरण कराया था इस पर ओटीपी
  • पंजीकृत ईमेल आईडी पर ओटीपी

उद्योग आधार मोमोरेंडम के वेरिफिकेशन के लिए आपको इस लिंक http://udyogaadhaar.gov.in/UA/UA_VerifyUAM.aspx पर क्लिक करना होगा, जिसके बाद एक वेबपेज खुल कर सामने आएगा जिसमें आपको 12 अंकों का उद्योग आधार नंबर भरना है। इसके बाद एक कैप्चा कोड दिखेगा से वेरिफिकेशन कोड वाले टैब में भरना पड़ेगा। इसके बाद वैरिफाई बटन पर किल्क करते ही पेज दिखेगा जो कि आपके उद्योग आधार के पंजीकरण को वैरिफाई कर देगा।

ऑनलाइन भी कर सकते हैं उद्योग आधार फॉर्म डाउनलोड

आपको अपने उद्योग आधार (udyog aadhar) को ऑनलाइन डॉउनलोड करने के लिए लिंक http://udyogaadhaar.gov.in/ua/PrintApplication_Pub.aspx पर जाना होगा जिसके बाद आपका आधार कार्ड नंबर और उद्योग आधार नंबर मांगा जाएगा। इसका आप फ्रिंट आउट भी निकाल सकते हैं।

उद्योग आधार के लिए योग्यता

इस योजना के तहत वही अपना पंजीकरण करा सकते हैं जिसकी कंपनी वर्तमान में मौजुद हों। यानी की पुरानी कंपनी या चल रही कंपनी । भविष्य में खोली जाने वाली कंपनी का रजिस्ट्रेशन मान्य नहीं होगा। साथ ही ये योजना सिर्फ भारत के नागरिकों के लिए है।

MSME मंत्रालय के हिसाब से इसमें सिर्फ लघु, सूक्ष्म और मध्यम व्यापा की कंपना ही पंजीकरण करा सकती हैं। इस हिसाब से इनकी अधिकतम सीमा उत्पाद निर्माण वाली कंपनियों के लिए 10 करोड़ हैं और सेवाएं देने वाली कंपनियां के लिए 5 करोड़ की सीमा तय है।

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