स्वास्थ्य

आपके दिमाग को धीरे धीरे खा रही है यह बीमारी, एक साथ कई मानसिक बीमारियों की है वजह

न्यूज़ट्रेन्ड हेल्थ डेस्क : आजकल व्यक्ति का जीवन काफी तनाव भरा है जिसकी वजह से दिमाग से जुड़ी हुई बहुत सी समस्याएं तेजी से बढ़ती जा रही है आप लोगों ने कभी गौर किया होगा कि आपके साथ कुछ ऐसा हो जाता है जिसके बारे में आपने कभी सोचा भी नहीं होगा? कभी कभी आपको लगता होगा कि आप जरूरत से ज्यादा ही सोच रहे हैं तो कभी-कभी आपको लगता होगा कि आप बहुत कम सोच रहे हैं? कभी-कभी आपके विचार एकदम से आने लगते हैं तो कभी-कभी बिल्कुल ही नहीं आते हैं? अगर आपके साथ इस तरह का कुछ हो रहा है तो यह कोई आम समस्या नहीं है जो आपके साथ घटना घट रही है यह ब्रेन फॉग के कारण हो सकती है जी हां, ब्रेन फॉग दिमाग से जुड़ी हुई बीमारी है इस समस्या में आपको लगता है कि आपकी याददाश्त कमजोर हो रही है आप हमेशा ही कुछ सोचते रहते हैं या फिर किसी ना किसी चीज में उलझे रहते हैं आप किसी भी कार्य में अपना मन नहीं लगा पाते हैं इस समस्या को “ब्रेन फॉग” के नाम से जाना जाता है, ज्यादातर ब्रेन फॉग का खतरा दिमागी कार्य करने वाले व्यक्तियों जैसे विद्यार्थी, नौकरी पेशा व्यक्ति और गर्भवती महिलाओं को अधिक होती है।

अगर आपको ब्रेन फॉग की समस्या होती है तो यह कोई शारीरिक परेशानी नहीं रहती है परंतु यह बहुत खतरनाक बीमारी है इस समस्या में आप कोई भी निर्णय नहीं ले पाते हैं, ना ही आप किसी चीज को याद रख पाते हैं, यहां तक कि लोगों को पहचानने में भी आपको परेशानी होती है आज हम आपको इस लेख के माध्यम से ब्रेन फॉग होने के क्या कारण है इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं।

आइए जानते हैं ब्रेन फॉग के कारण

अधिक तनाव लेना

अगर आप अधिक तनाव लेते हैं तो आपका ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है जिसकी वजह से इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है और कई बार आप डिप्रेशन या क्रॉनिक स्ट्रेस के स्टेज पर भी पहुंच जाते हैं इसकी वजह से आपको बहुत सी मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिसमें से एक ब्रेन फॉग भी इसका मुख्य कारण है।

पर्याप्त नींद ना लेना

हर व्यक्ति को 7 से 8 घंटे की नींद लेनी आवश्यक है अगर आप पर्याप्त नींद नहीं ले पाते हैं तो इससे ब्रेन फॉग के होने का खतरा रहता है जरूरत से कम सोने की वजह से आपके मस्तिष्क में कई तरह के परिवर्तन होते रहते हैं जो आपके मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है इसकी वजह से आप किसी भी कार्य में ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं।

हार्मोनल परिवर्तन

यदि आपके शरीर में किसी प्रकार का हार्मोनल परिवर्तन होता है तो इसकी वजह से आपको ब्रेन फॉग का खतरा बढ़ता है प्रोजेस्ट्रोन और एस्ट्रोजन हारमोंस आमतौर पर प्रेगनेंसी के दौरान बढ़ जाते हैं जिसकी वजह से गर्भवती स्त्रियों को ब्रेन फॉग होने का खतरा अधिक होता है इस दौरान चीजों को भूलने, किसी काम में ध्यान ना लगना, सोचते-सोचते कहीं खो जाना जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है इस स्थिति में मेनोपॉज के पश्चात भी इसका खतरा बढ़ता है।

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