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अमित शाह का बड़ा बयान ‘बीजेपी न आरक्षण खत्म करेगी, न करने की इजाजत देगी’

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को ओड़िशा में बड़ा बयान दिया है। जी हां, अमित शाह ने 2 अप्रैल को हुई हिंसा का जिम्मेदार कांग्रेस और विपक्ष को ठहराया। बता दें कि ओड़िशा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने बड़ा बयान दिया है। याद दिला दें कि 2 अप्रैल को दलित आंदोलन के तहत हुई हिंसा पर अब जमकर सियासत हो रही है। पक्ष जहां विपक्ष पर आरोप लगा रहा है, तो वहीं विपक्ष पक्ष पर आरोप लगा रहा है। यहां अगर सभी दलितो के हितेषी है,तो क्यों दलितों को अपने हक के लिए सड़क पर हिंसा करने के लिए मजबूर होना पड़ा। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?

अमित शाह ने ओड़िशा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी दलित विरोधी नहीं है, बल्कि बीजेपी दलितों के हित में काम करती है। इसके साथ अमित शाह ने आगे कहा कि बीजेपी ने दलितों के कई ठोस कदम उठाएं है, ऐसे में जब बीजेपी में ही ज्यादा नेता दलित है, तो उनके साथ अत्याचार करने की तो हम सोच ही नहीं सकते हैं। अमित शाह ने इस दौरान कांग्रेस समेत सभी विपक्षीय पार्टियों को आड़े हाथों लिया।

गौरतलब है कि विपक्ष बीजेपी पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाती हुई नजर आ रही है, तो ऐसे में बीजेपी की तरफ से खुद पार्टी अध्यक्ष ने मोर्चा संभाला। बता दें कि दलित आंदोलन के बाद चारोतरफ से बीजेपी को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, ऐसे में आज जब पीएम मोदी ने अपनी बात रखी तो अमित शाह भी पीछे नहीं हटे। अमित शाह ने विपक्ष पर जमकर हमला करते हुए कहा कि देशभर में हंगामा केवल विपक्ष पार्टियों की वजह से हुआ है, उन्होंने ही लोगों को भड़काया।

बीजेपी प्रमुख अमित शाह ने कहा कि जब पीएम मोदी ने जनता को दिलासा दिलाया था कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर दोबारा से याचिका दायर की जाएगी, तो इस तरह की हिंसा भड़काने के पीछे सिर्फ और सिर्फ विपक्ष का ही हाथ है। विपक्ष देश का माहौल खराब करने की चाहे जितनी कोशिश कर लें, लेकिन वो ऐसा करने में सक्षम नहीं हो पाएगी।

अमित शाह ने आगे कहा कि बीजेपी आरक्षण को खत्म करने  के मूड में कतई नहीं है, और इसे कमजोर भी नहीं दिया जाएगा। बताते चलें कि शाह ने आगे कहा कि बीजेपी न तो आरक्षण खत्म करेगी और न ही किसी को ऐसा करने की इजाजत देगी, ऐसे में आप लोगों को बीजेपी पर भरोसा रखना चाहिए, हम आपके विकास के लिए काम कर रहे हैं, क्योंकि हमे हमारे संविधान पर पूरा भरोसा है।

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