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चाणक्य नीति : ये ५ काम करेंगे अगर सोच समझ कर, ज़िंदगी बन जायेगी बेहतर

चाणक्य नीति: चाणक्य के बारे में कौन नहीं जनता है, वह अपनी बुद्धि के बल पर भारत ही नहीं बल्कि पुरे विश्व में प्रसिद्ध थे। आज भी उनकी कही गयी बातों को लोग मानते हैं, उनकी कही गयी हजारों साल पहले की बात आज के समय में भी उतना ही मायने रखती है जितना पहले रखती थी। चाणक्य एक बहुत ही प्रखर बुद्धि के व्यक्ति थे वह एक कुशल राजनीतिज्ञ, एक अर्थशास्त्री एवं एक दार्शनिक थे। उनका दर्शन आज भी लोगों को राह दिखाने के लिए बहुत उपयोगी है।

चाणक्य के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को उसके किये हुए कर्मो का फल यहीं मिल जाता है। व्यक्ति अपने कर्मों के आधार पर ही महँ बनता है और बदनाम होता है, सबकी कर्मों का फल भुगतना ही पड़ता है। अच्छे बुरे कर्मों के निशान मरने के बाद भी रह जाते हैं, इसलिए इंसान को सोच- समझकर काम करने चाहिए। चाणक्य ने कुछ बातें कही हैं जो बहुत ही महत्वपूर्ण हैं।

चाणक्य के अनुसार बुद्धिमान लोग ऐसा काम सोच- समझ कर करते हैं

1- चाणक्य नीति:

जिस प्रकार से हजारों गायों के बीच बछड़ा अपनी माँ को खोज लेता है और उसके पीछे- पीछे चलता है वैसे ही इंसान के कर्म उसका पीछा सारी जिंदगी करते रहते हैं।

चाणक्य के अनुसार बुद्धिमान लोग ऐसा काम सोच- समझ कर करते हैं

2- चाणक्य नीति: 

एक विद्यार्थी को काम, क्रोध, अच्छे भोजन की चाहत, अधिक नींद और श्रृंगार की चाहत छोड़ देनी चाहिए, ऐसा करने से उसका जीवन संवर जाता है।

चाणक्य के अनुसार बुद्धिमान लोग ऐसा काम सोच- समझ कर करते हैं

3- चाणक्य नीति: 

ऐसे लोग जो दूसरों के काम में टांग अड़ाते हैं, घमंडी, स्वार्थी और धोखेबाज होते हैं, दूसरों से नफरत करते हैं, मुँह पर अच्छा बोलेंगे और मन में ज़हर रखते हैं, ऐसे लोग बिल्ली के समान होते हैं।

चाणक्य के अनुसार बुद्धिमान लोग ऐसा काम सोच- समझ कर करते हैं

4- चाणक्य नीति: 

कुछ लोग दूसरों की कामयाबी से जलते हैं और उनको बुरा- भला कहते हैं। वह ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें पता होता है वह कभी भी उसके जैसा नहीं बन सकते हैं। इसलिए अपना तनाव कम करने के लिए वह दूसरों को बुरा- भला कहते हैं।

चाणक्य के अनुसार बुद्धिमान लोग ऐसा काम सोच- समझ कर करते हैं

5- चाणक्य नीति: 

जो लोग अपने भविष्य के लिए योजनायें बना के रखते हैं और प्रत्येक परिस्थिति का सामना बुद्धिमत्ता से करते हैं वह हमेशा खुश रहते हैं। लेकिन जो नसीब के सहारे बैठा रहता है वह दुखी रहता है और बर्बाद हो जाता है।

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