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गुलामी की इस निशानी को खत्म करेगी मोदी सरकार, इस फैसले पर है देश को नाज़!

नई दिल्लीः भारत को अंग्रेजी हुकूमत से आज़ादी मिले हुए लगभग 69 साल हो चुके हैं लेकिन देश में अभी भी कुछ ऐसे निशान हैं जो हमें हमारी गुलामी कि याद दिलाते रहते हैं। ये निशान आज भी हमारे सरकारी कामों और स्मारकों पर दिखाई देते रहते हैं। आज तक किसी भी सरकार ने इन निशानों को हटाने का प्रयास नहीं किया। सरकारें आई और चली गई लेकिन गुलामी की याद दिलाने वाले ये निशान हमें चिढ़ाते रहते हैं। कई बार मांग उठ चुकी है कि अगर हम आजाद भारत में हैं तो अंग्रेजों द्वारा दिए गये नामों और निशानों को आज तक क्यों ढो रहे हैं। VT Code

मोदी सरकार दिलाएगी गुलामी के निशान VT CODE से मुक्ति –   

मोदी सरकार जल्द ही अंग्रेजों की गुलामी के निशान से मुक्ति दिलाने वाली है। मोदी सरकार ने इस गुलामी के प्रतीक से आजादी पाने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। भारत असैनिक विमान (सिविल एयरक्राफ्ट) का पंजीकरण कोड को बदलने के लिए नए सिरे से प्रयास कर रही है, जो कि VT (Viceroy Territory या वायसराय टेरेटरी) के रूप में प्लेन पर अंकित होता है।

यह वीटी कोड भारत के हर विमान पर रजिस्टर्ड होता है और यह 1929 से चला आ रहा है। आजादी के बाद भी यह कोड भारत द्वारा अभी तक बनाए रखा गया है। जबकि ब्रिटिश को अन्य गुलाम देश जैसे पाकिस्तान, फिजी और नेपाल इससे काफी पहले की पीछा छुड़ा चुके हैं।

क्या है VT  Code का मतलब –

VT का मतलब है ‘Viceroy Territory’ यानी वायसरॉय का इलाका। अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक, हर हवाई जहाज के ऊपर ये कोड प्रमुखता से लिखा होना चाहिए कि वो किस देश का है, यानी उसकी पहचान क्या है। रजिस्ट्रेशन कोड पांच अक्षरों का होता है। पहले दो अक्षर देश का कोड होता है और उसके बाद के अक्षर ये दिखाते हैं कि हवाई जहाज की मालिक कौन सी कंपनी है। ये रेजिस्ट्रेशन कोड इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन (ICAO) देती है।

1929 में मिला था VT Code –

भारत को ICOA से VT कोड 1929 में मिला था। उस समय भारत में अंग्रेजों का राज था। लेकिन हैरानी की बात यह है कि भारत अपनी गुलामी की इस पहचान को बदलने में नाकाम रहा है। चीन, पाकिस्तान, नेपाल, श्रीलंका और फि‍जी जैसे देशों ने भी अपने देश का कोड बदल कर नया कोड हासिल कर लिया. लेकिन भारत अभी तक ये करने में नाकाम रहा है। कुछ समय पहले जब यह मामला संसद में उठा तो इसका मतलब बहुत से सांसदों को नहीं पता था। मतलब पता चलने पर सभी पार्टियों के सांसदों ने सरकार से एक स्वर में जल्दी से जल्दी इस कोड को हटाने की मांग की थी।

यूपीए सरकार में हुई थी कोशिश –

VT कोड से आजादी पाने की कोशिश यूपीए सरकार में हुई थी। भारत ने BA (भारत) या IN (इंडिया) कोड हासिल करने की कोशिश की थी, लेकिन पता चला कि B कोड चीन और I कोड इटली पहले ही ले चुका है। इसके बाद तत्कालीन सिविल एविएशन मिनिस्टर प्रफुल्ल पटेल ने ऐलान किया था कि मनमुताबिक कोड उपलब्ध नहीं होने के कारण भारत VT कोड ही जारी रखेगा।

ये है मोदी का मास्टर प्लान –

आज़ादी पाने के बाद भी VT  Code के साथ भारत आगे बढ़ रहा है लेकिन अब मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है और भारत असैनिक विमान (सिविल एयरक्राफ्ट) के कोड को बदलने के मूड में है। एविएशन सेक्रेटरी ने कहा हम इस मामले पर विचार कर रहे हैं और इस मामले को इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन के सामने उठाकर इसको बदलने की तैयारी कर रहे हैं।

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